घर खरीदने का सुनहरा मौका! GST घटते ही 2BHK फ्लैट पर 2 लाख तक की बचत
सरकार की यह योजना अगर लागू होती है, तो यह सिर्फ टैक्स दरों को सरल नहीं बनाएगी, बल्कि आम आदमी के लिए घर खरीदना आसान बना सकती है.इससे रियल एस्टेट सेक्टर को भी बूस्ट मिलेगा, जो अर्थव्यवस्था का एक बड़ा हिस्सा है.
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GST: देश में टैक्स सुधार की दिशा में सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है. जीएसटी स्लैब को सरल बनाने की तैयारी शुरू हो चुकी है. अब तक अलग-अलग चीजों पर अलग-अलग टैक्स स्लैब थे जैसे 5%, 12%, 18% और 28%. लेकिन अब सरकार की योजना है कि सिर्फ दो टैक्स स्लैब 5% और 18% रखे जाएं. इससे न सिर्फ आम आदमी को राहत मिलेगी, बल्कि रियल एस्टेट सेक्टर को भी सीधा फायदा मिलेगा. खासतौर पर घर बनाने की चीजें जैसे सीमेंट, स्टील, टाइल्स और सैनिटरीवेयर सस्ती हो सकती हैं, जिससे मकान खरीदना भी सस्ता हो सकता है.
जीएसटी का अब तक का सफर
- 2017 में जब जीएसटी लागू हुआ, तो मकान खरीदने पर भी इसके नियम तय किए गए.
- अफॉर्डेबल हाउसिंग यानी 45 लाख तक की कीमत वाले घरों पर सिर्फ 1% टैक्स रखा गया.
- बाकी मिड और नॉन-अफॉर्डेबल घरों पर 5% जीएसटी था.
- लेकिन निर्माण सामग्री जैसे सीमेंट और टाइल्स पर 28%, और स्टील पर 18% टैक्स लगा रहा.
- यही चीजें घर की लागत बढ़ाने का सबसे बड़ा कारण बनीं
- 2018-19 में सरकार ने इनपुट टैक्स क्रेडिट डेवलपर्स को देना बंद कर दिया. इससे मकान सस्ते होने की बजाय उल्टा महंगे हो गए क्योंकि डेवलपर्स ने सारा बोझ ग्राहकों पर डाल दिया.
- 2020 कोविड के बाद, सरकार ने छोटे घरों को बढ़ावा देने के लिए अफॉर्डेबल हाउसिंग पर 1% टैक्स की सुविधा जारी रखी, जिससे मध्यम वर्ग को थोड़ी राहत मिली.
- अब 2024-25 में, सरकार ने दो टैक्स स्लैब 5% और 18% करने का प्रस्ताव रखा है. इससे घर बनाने की लागत में कमी आने की उम्मीद है, जो सीधे फ्लैट की कीमत को प्रभावित करेगा.
2BHK फ्लैट अब कितने सस्ते हो सकते हैं?
रियल एस्टेट एक्सपर्ट्स के मुताबिक, अगर किसी शहर में 2BHK फ्लैट की कीमत 50 लाख रुपए है, तो जीएसटी स्लैब में बदलाव के बाद उसकी कीमत पर 1 से 2 लाख रुपए तक का फर्क पड़ सकता है. यानी खरीदार को सीधे 2% से 4% तक की बचत हो सकती है.हालांकि, अफॉर्डेबल हाउसिंग पर पहले से ही टैक्स कम है, लेकिन चूंकि घर बनाने की सामग्री सस्ती होगी, इसलिए घर की कुल लागत भी घटेगी, जिससे सभी खरीदारों को फायदा होगा.
किन लोगों को होगा सबसे ज्यादा फायदा?
- इस टैक्स सुधार से सबसे बड़ा फायदा मिड सेगमेंट के खरीदारों को मिलने वाला है, यानी वे लोग जो 40 लाख से 70 लाख तक के घर खरीदना चाहते हैं. उन्हें घर की कीमत में सीधी राहत मिलेगी.
- अफॉर्डेबल हाउसिंग वालों को भी अप्रत्यक्ष फायदा मिलेगा, क्योंकि उनके लिए भले टैक्स कम है, लेकिन निर्माण में इस्तेमाल होने वाला सामान सस्ता होने से कुल खर्च घटेगा.
- लग्जरी हाउसिंग सेक्टर को भी फायदा मिलेगा, खासकर घर की बेसिक लागत घटने से. लेकिन ध्यान रहे कि जो चीजें विदेश से आयात होती हैं (जैसे इंपोर्टेड फिनिशिंग आइटम्स), वे अभी भी महंगी रहेंगी.
टैक्स सुधार से सभी को मिलेगी राहत
सरकार की यह योजना अगर लागू होती है, तो यह सिर्फ टैक्स दरों को सरल नहीं बनाएगी, बल्कि आम आदमी के लिए घर खरीदना आसान बना सकती है.इससे रियल एस्टेट सेक्टर को भी बूस्ट मिलेगा, जो अर्थव्यवस्था का एक बड़ा हिस्सा है. उम्मीद है कि आने वाले समय में सरकार इस फैसले को जल्द अमल में लाएगी, ताकि लोग अपने सपनों का घर सस्ते में खरीद सकें.
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