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पाकिस्तान में NMF News बैन: ये बैन नहीं... PAK के डर का सबूत और सच्चाई की जीत है

मियां शरीफ की 'बदमाश सरकार' ने सच्चाई की आवाज को दबाने की कोशिश की है. दरअसल, पाकिस्तान ने भारत के शीर्ष डिजिटल न्यूज चैनल NMF News को अपने देश में बैन कर दिया है. NMF News अपनी निष्पक्ष और बेबाक पत्रकारिता के लिए दुनियाभर में मशहूर है.

14 May, 2025
( Updated: 14 May, 2025
11:46 PM )
पाकिस्तान में NMF News बैन: ये बैन नहीं... PAK के डर का सबूत और सच्चाई की जीत है

आतंक के आका पाकिस्तान ने एक बार फिर अपनी औकात दिखाई है. मियां शरीफ की 'बदमाश सरकार' ने सच्चाई की आवाज को दबाने की कोशिश की है. दरअसल, पाकिस्तान ने भारत के शीर्ष डिजिटल न्यूज चैनल NMF News को अपने देश में बैन कर दिया है. NMF News अपनी निष्पक्ष और बेबाक पत्रकारिता के लिए दुनियाभर में मशहूर है. चाहे वो आतंकवाद को पनाह देने की बात हो या फिर पाकिस्तान में मानवाधिकारों के हनन की, NMF News की कवरेज ने हमेशा सच को उजागर किया है.

NMF News ने खोली मियां शरीफ की 'बदमाश सरकार' की पोल

NMF News ने पहलगाम आतंकी हमले से लेकर ऑपरेशन सिंदूर तक पाकिस्तान के झूठ और मक्कारी की परतें खोलकर दुनिया के सामने रख दीं. NMF News ने हर मोर्चे पर पाकिस्तान की बखिया उधेड़ कर रख दी. NMF News की यही बेबाक छवि पाकिस्तानी हुक्मरानों के लिए सिरदर्द बन गई थी. क्योंकि NMF News की तथ्यों पर आधारित रिपोर्ट्स के बाद पाकिस्तान की आम जनता कई बार अपनी ही सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद कर चुकी है. ये बैन उसी हताशा और कुंठा का प्रतीक है, जो सच के सामने बेबस होकर उपजती है.

आपको बता दें कि पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में 26 लोगों को उनका धर्म पूछ-पूछकर मारा गया, इस नृशंस हमले ने न सिर्फ भारत को बल्कि दुनिया को झकझोर कर रख दिया. NMF News ने न केवल इस हमले के पीछे पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद की साजिश को उजागर किया, बल्कि लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठनों के तार इस्लामाबाद से जुड़े होने पर भी मुखर होकर स्पेशल रिपोर्ट्स कीं. चैनल की गंभीर कवरेज ने दुनिया को बताया कि कैसे पाकिस्तानी सेना और आतंकी संगठन मिलकर भारत के खिलाफ साजिश रचते हैं.

यही नहीं, इसके बाद भारतीय सेना के 'ऑपरेशन सिंदूर', जिसमें पाकिस्तान और PoK में 100 से अधिक आतंकियों को ढेर किया गया, ने पाकिस्तान की नींद हराम कर दी. NMF News ने सेना द्वारा जारी की गईं सैटेलाइट तस्वीरों और विशेषज्ञ विश्लेषण के साथ इस ऑपरेशन की सफलता को जन-जन तक पहुंचाया. NMF News की कवरेज ने न सिर्फ भारत में, बल्कि पाकिस्तान की आवाम के सामने भी शहबाज की धूर्त सरकार और मदरसा छाप आर्मी चीफ मुल्ला आसिम मुनीर की पोल खोलकर रख दी.

पाक में NMF News के बैन की खबर से सोशल मीडिया पर तूफान

NMF News ने पीएम मोदी के उस बयान को भी प्रमुखता से जन-जन तक पहुंचाया, जिसमें उन्होंने कहा कि  “आतंकवाद और उसके प्रायोजकों में कोई फर्क नहीं.” यह कवरेज पाकिस्तान के लिए मानो जख्म पर नमक-मिर्च का काम कर गई. NMF News को बैन करने की खबर ने मानो सोशल मीडिया पर तूफान ला दिया है. लोग पूछ रहे हैं कि अगर एनएमएफ न्यूज गलत था, तो उसे तथ्यों के आधार पर काउंटर करने की कोशिश क्यों नहीं की गई? जवाब साफ है- सच का सामना करने की हिम्मत न तो पाकिस्तान के नेताओं में है, न ही उनकी फौज में है और न ही वहां की कठपुतली मीडिया में.

यह बैन NMF News के लिए प्रतिबंध नहीं, बल्कि बैज ऑफ ऑनर है. यह साबित करता है कि उसकी राष्ट्रवादी पत्रकारिता न केवल प्रभावशाली है, बल्कि सीमाओं के पार भी उसकी धमक है. पाकिस्तान भले ही सेंसरशिप की अनगिनत दीवारें खड़ी कर ले, लेकिन NMF News सच का झंडा हमेशा बुलंद रखेगा. सच की ये बुलंद आवाज पाकिस्तान के हुक्मरानों द्वारा अपने कानों पर हाथ रख लेने भर से दब नहीं जाएगी, बल्कि उनके कानों के पर्दों को भेद कर उन्हें थरथर कांपने पर मजबूर कर देगी.

पाकिस्तान में NMF News बैन हुआ है, लेकिन उसकी आवाज दुनियाभर में अब भी जोर-शोर से गूंज रही है. सवाल यह है- आखिर पाकिस्तान कब तक सच से भागेगा? तो जवाब ये है कि NMF News ऐसा कभी होने नहीं देगा.

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