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Tata का बड़ा एलान: इलेक्ट्रिक कारों की बैटरी पर अब मिलेगी लाइफटाइम वारंटी!

टाटा मोटर्स का यह फैसला न केवल तकनीकी रूप से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह ग्राहकों की मानसिकता को भी बदलने वाला है.जहां अब तक EV को लेकर सबसे बड़ा डर बैटरी से जुड़ा था, अब वो पूरी तरह खत्म किया जा रहा है. इससे भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने की रफ्तार तेज़ होगी और एक टिकाऊ भविष्य की ओर देश तेजी से बढ़ेगा.

Image Credit: Tata Website

Tata Electric Car: जब भी कोई इलेक्ट्रिक कार खरीदने की सोचता है, तो सबसे पहला सवाल यही आता है कि अगर बैटरी खराब हो गई तो क्या होगा? और उसे बदलवाने में कितना खर्च आएगा? क्योंकि इलेक्ट्रिक वाहनों में बैटरी ही सबसे महंगा और अहम हिस्सा होती है. लेकिन अब टाटा मोटर्स ने ग्राहकों की इस चिंता का समाधान निकाल लिया है. कंपनी ने अपनी दो प्रमुख इलेक्ट्रिक कारों Nexon.ev (45kWh) और Curvv.ev पर लाइफटाइम बैटरी वारंटी देने का ऐलान किया है. यह फैसला भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) अपनाने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है.

क्या होती है लाइफटाइम बैटरी वारंटी?

अब टाटा की इन गाड़ियों की बैटरी पर किसी प्रकार की लिमिट नहीं होगी. मतलब यह कि गाड़ी को चाहे जितना चलाएं, बैटरी पर वारंटी बनी रहेगी. पहले तक यह सुविधा सिर्फ टाटा की Harrier.ev पर उपलब्ध थी, लेकिन अब इसे Nexon.ev और Curvv.ev पर भी लागू कर दिया गया है. यानी अब EV खरीदने वाले ग्राहकों को बैटरी रिप्लेसमेंट को लेकर भविष्य में किसी तरह की चिंता नहीं रहेगी.

किन लोगों को मिलेगा इसका सीधा फायदा?

इस नई वारंटी का फायदा नए खरीदारों को ऑटोमैटिक रूप से मिल जाएगा.जो ग्राहक अब Nexon.ev या Curvv.ev खरीदेंगे, उन्हें यह लाइफटाइम वारंटी शामिल मिलेगी. इतना ही नहीं, जो लोग पहले से टाटा की दूसरी EVs जैसे Tiago.ev या Tigor.ev चला रहे हैं, और अब नई Nexon.ev या Curvv.ev खरीदते हैं, उन्हें ₹50,000 की लॉयल्टी छूट भी दी जाएगी. यह फायदा सिर्फ पहले मालिक (first owner) को मिलेगा, जिससे ग्राहक ब्रांड के प्रति और अधिक जुड़ाव महसूस करेंगे.

इस फैसले से क्या बदलेगा?

टाटा मोटर्स का यह कदम भारतीय EV बाजार में एक नया ट्रेंड सेट कर सकता है. अब जब बैटरी की टेंशन ही नहीं रहेगी, तो ग्राहक ज्यादा आत्मविश्वास से इलेक्ट्रिक कार खरीद सकेंगे. क्योंकि आमतौर पर बैटरी रिप्लेसमेंट का खर्च ₹4-₹7 लाख तक पहुंच सकता है, जो अब वारंटी के तहत कवर हो जाएगा. इससे कार की रीसेल वैल्यू भी बढ़ेगी और लोगों को लंबी अवधि तक कार रखने में कोई हिचक नहीं होगी.

EV की मेंटेनेंस कॉस्ट और फ्यूल खर्च पहले से ही पेट्रोल-डीज़ल गाड़ियों से काफी कम होता है. रिपोर्ट्स के अनुसार, EV यूज़र्स 10 साल में करीब ₹8-₹9 लाख की बचत कर सकते हैं. अब बैटरी की चिंता भी खत्म हो जाने से यह बचत और भी भरोसेमंद लगेगी.

टाटा का मकसद: भरोसे के साथ भविष्य की तैयारी

टाटा पैसेंजर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी लिमिटेड के चीफ कमर्शियल ऑफिसर विवेक श्रीवास्तव ने इस पहल पर टिप्पणी करते हुए कहा कि, “हम चाहते हैं कि EV खरीदने वाला ग्राहक पूरी तरह निश्चिंत महसूस करे. हमारी कोशिश है कि हम उसे एक भरोसेमंद, टिकाऊ और भविष्य के लिए तैयार अनुभव दें." जहां दूसरी कंपनियां अभी भी बैटरी पर सिर्फ 6 से 8 साल तक की वारंटी दे रही हैं, वहीं टाटा की यह लाइफटाइम बैटरी वारंटी रणनीति इसे EV बाजार में एक मजबूत बढ़त दे सकती है. यह ग्राहकों के मन में कंपनी के प्रति भरोसा भी बढ़ाएगा और बाजार में टाटा की स्थिति को और मजबूत करेगा.

टाटा मोटर्स का यह फैसला न केवल तकनीकी रूप से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह ग्राहकों की मानसिकता को भी बदलने वाला है.जहां अब तक EV को लेकर सबसे बड़ा डर बैटरी से जुड़ा था, अब वो पूरी तरह खत्म किया जा रहा है. इससे भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने की रफ्तार तेज़ होगी और एक टिकाऊ भविष्य की ओर देश तेजी से बढ़ेगा.

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