Fact Check: ट्रेन में झूठे फूड कंटेनर धो रहा था शख्स, VIRAL हुआ Video, जानिए वायरल दावे की सच्चाई
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में दावा किया जा रहा है कि ट्रेन नंबर-16601में जूठे डिस्पोजल धोकर खाना दोबारा सर्व किए जा रहे हैं, जिससे हाइजीन से समझौता हो रहा है, इससे लोगों में रेलवे की खान-पान सेवाओं पर सवाल खड़े हो गए हैं. हालांकि इस वायरल दावे की सच्चाई सामने आ गई है.
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सोशल मीडिया के दौर में हर दिन कई फोटो, वीडियो और मैसेज वायरल होते हैं, साथ ही वायरल पोस्ट्स के साथ कई बार ऐसे दावे किए जाते हैं, जो लोगों के बीच सनसनी मचा देते हैं. वहीं इन दिनों सोशल मीडिया पर एक नया दावा किया जा रहा है.
ट्रेन में जूठे डिस्पोजल धोने पर मचा बवाल
एक वायरल वीडियो में दावा किया जा रहा है कि ट्रेन नंबर-16601में जूठे डिस्पोजल धोकर खाना दोबारा सर्व किए जा रहे हैं, जिससे हाइजीन से समझौता हो रहा है, इससे लोगों में रेलवे की खान-पान सेवाओं पर सवाल खड़े हो गए हैं. सोशल मीडिया पर इसे लेकर काफी बवाल मचा हुआ है.
PIB ने बताया सच
लेकिन क्या ये दावा सही है, केंद्र सरकार की प्रेम एजेंसी प्रेम इनफॉर्मेशन ब्यूरों PIB ने इस दावे की पड़ताल कर इसकी सच्चाई बयान कर दी है. PIB फैक्ट चेक के मुताबिक़ ये दावा झूठा है, पूरी तरह से फेक है.
PIB ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा, “सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर दावा किया जा रहा है कि ट्रेन संख्या 16601 में यात्रियों को परोसे गए कैसरोल कंटेनरों को पेंट्री कार कर्मचारी दोबारा इस्तेमाल कर रहे हैं. यह दावा भ्रामक है. यात्रियों को परोसे गए कंटेनरों का पुनः उपयोग नहीं किया गया. उन्हें केवल डिस्पोज करने से पहले साफ किया गया था. इस संबंध में की गई तथ्यात्मक जांच से संबंधित जानकारी के लिए @IRCTCofficial का यह पोस्ट देखें.”
सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर दावा किया जा रहा है कि ट्रेन संख्या 16601 में यात्रियों को परोसे गए कैसरोल कंटेनरों को पेंट्री कार कर्मचारी दोबारा इस्तेमाल कर रहे हैं#PIBFactCheck:
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) October 19, 2025
❌ यह दावा भ्रामक है
✅ यात्रियों को परोसे गए कंटेनरों का पुनः उपयोग नहीं किया गया। उन्हें… pic.twitter.com/OIyUkwJWcU
पीआईबी फैक्ट चेक से मदद लें
बता दें कि आप भी सरकार से जुड़ी कोई भ्रामक ख़बर जानने के लिए पीआईबी फैक्ट चेक की मदद ले सकते हैं. आप पीआईबी फैक्ट चेक को भ्रामक खबर का स्क्रीनशॉट, ट्वीट, फेसबुक पोस्ट या यूआरएल वॉट्सऐप नंबर 8799711259 पर भेज सकतें है या फिर factcheck@pib.gov.in को मेल कर सकते हैं.
कांग्रेस नेता श्रीनिवास बी.वी ने कसा था तंज
बता दें कि इरोड-जोगबनी अमृत भारत एक्सप्रेस (16601) का वीडियो सामने आने के बाद लोगों में आक्रोश फैल गया था और लोगों ने ट्रेन में अस्वच्छता की निंदा की थी. कांग्रेस नेता श्रीनिवास बी.वी. ने यह वीडियो शेयर किया था. कांग्रेस नेता ने एक्स पर अपनी पोस्ट में कहा था. “रील मंत्री जी, यही है आपकी सुविधा. ये वीडियो अमृत भारत एक्सप्रेस (16601) का है- जहां गंदे डिस्पोजेबल फूड कंटेनर्स को धोकर दोबारा खाना देने के लिए रखा जा रहा है. जनता से टिकट पर फुल वसूली की जाती है, लेकिन दूसरी ओर ये घटिया हरकत. शर्म आनी चाहिए.”
रील मंत्री जी, यही है आपकी सुविधा 👇🏼
— Srinivas BV (@srinivasiyc) October 19, 2025
ये वीडियो अमृत भारत एक्सप्रेस (16601) का है- जहां गंदे डिस्पोजेबल फूड कंटेनर्स को धोकर दोबारा खाना देने के लिए रखा जा रहा है।
जनता से टिकट पर फुल वसूली की जाती है, लेकिन दूसरी ओर ये घटिया हरकत।
शर्म आनी चाहिए। pic.twitter.com/scIPVL9URp
IRCTC ने मामले पर क्या कहा?
रेलवे अधिकारियों ने इस घटना पर संज्ञान लिया है. भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) ने एक्स पर लिखा था, इस वीडियो की तुरंत जांच की गई. कैसरोल का उपयोग केवल एक बार किया है, न कि दोबारा खानपान या उपभोग हेतु. इसे clean कर डिस्पोज किया जा रहा है. इस संबंध में की गई तथ्यात्मक जांच से यह स्पष्ट रूप से सिद्ध होता है. खानपान के लिए कैसरोल का दुबारा उपयोग जैसी भ्रामक ख़बरें ना फैलाएँ. वेंडर और स्टाफ के स्टेटमेंट्स.”
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इस वीडियो की तुरंत जांच की गई
— IRCTC (@IRCTCofficial) October 19, 2025
कैसरोल का उपयोग केवल एक बार किया है, न कि दोबारा खानपान या उपभोग हेतु। इसे clean कर डिस्पोज किया जा रहा है। इस संबंध में की गई तथ्यात्मक जांच से यह स्पष्ट रूप से सिद्ध होता है।
खानपान के लिए कैसरोल का दुबारा उपयोग जैसी भ्रामक ख़बरें ना फैलाएँ ।… https://t.co/0MnqOoZyAs pic.twitter.com/MuD6xwFVhK
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