बिना शादी के मां बनी ये फेमस भोजपुरी सिंगर, इंस्टाग्राम पर शेयर की बच्चे के साथ तस्वीर, सोशल मीडिया पर छिड़ी बहस
मशहूर भोजपुरी सिंगर देवी अनमैरिड हैं, लेकिन उन्होंने हाल ही में एक बच्चे को जन्म दिया है. उनकी डिलीवरी ऋषिकेश एम्स में की गई और इसके बाद सिंगर ने बच्चे के साथ अपनी फोटो सोशल मीडिया पर शेयर की. अब इसके बाद एक नई बहस शुरू हो गई है.
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भोजपुरी की मशहूर सिंगर देवी वैसे तो अपने गानों को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहती हैं, लेकिन इस बार वो किसी और वजह से वायरल हो रही हैं. दरअसल देवी ने हाल ही में ऋषिकेश एम्स में अपने पहले बच्चे को जन्म दिया है. खास बात यह है कि देवी अब तक अनमैरिड हैं, लेकिन फिर भी वह मां बनी हैं. डिलीवरी के बाद देवी ने बच्चे के साथ अपनी तस्वीर Instagram पर साझा की, जिसके बाद तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गई हैं. खास बात ये है कि जच्चा बच्चा दोनों स्वस्थ हैं. इससे पहले भी सात साल पहले उन्होंने बच्चे के लिए ट्राइ किया था लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिल पाई थी, अब जाकर सफल हो गई हैं.
जानकारी के मुताबिक, देवी ने IVF (इन विट्रो फर्टिलाइजेशन) तकनीक के जरिए प्रेग्नेंसी प्लान की थी. इसके लिए उन्होंने जर्मनी की स्पर्म बैंक से मदद ली और इसी प्रक्रिया से उन्होंने कंसीव किया. इस तरह बिना शादी किए भी उन्होंने मां बनने का साहसिक और मिसाल कायम करने वाला कदम उठाया.
डिलीवरी के बाद देवी ने अपने नवजात बेटे का वीडियो इंस्टाग्राम पर शेयर किया. वीडियो में बच्चे को गोद में लेकर उन्होंने कैप्शन लिखा, “मेरा बाबू है.” इस पोस्ट पर फैंस और चाहने वालों ने ढेरों बधाइयां दीं. सोशल मीडिया पर बधाइयों का तांता लग गया है और फैंस भर-भरकर प्यार लुटा रहे हैं.
देवी के मां बनने को लेकर छिड़ी बहस
देवी के इस फैसले ने सोशल मीडिया पर बहस भी छेड़ दी है. लोग कह रहे हैं कि यह कदम समाज में महिलाओं को लेकर बनी पारंपरिक धारणाओं को तोड़ता है. कई यूजर्स ने लिखा कि देवी ने साबित कर दिया कि मां बनने के लिए शादी ही एकमात्र रास्ता नहीं है. एक फैन ने लिखा- “आपने मिसाल कायम की है, यह उन महिलाओं के लिए प्रेरणा है जो शादी नहीं करना चाहतीं लेकिन मां बनने का सपना देखती हैं.”
विशेषज्ञों का मानना है कि IVF तकनीक ने महिलाओं को मातृत्व पाने के नए विकल्प दिए हैं. भारत में भी IVF से मातृत्व संभव है, हालांकि इसके कानूनी और सामाजिक पहलुओं को लेकर बहस जारी रहती है. लेकिन देवी का यह कदम उन महिलाओं के लिए एक साहसिक संदेश है जो अपने फैसले खुद लेना चाहती हैं.
IVF के जरिए कैसे मां बन सकती हैं महिलाएं?
कानूनी प्रावधान: भारत में असिस्टेड रिप्रोडक्टिव टेक्नोलॉजी (रेगुलेशन) एक्ट 2021 के तहत अविवाहित, तलाकशुदा और विधवा महिलाएं भी IVF तकनीक से मां बन सकती हैं.
प्रक्रिया: IVF में महिला के अंडाशय से एग निकाले जाते हैं और डोनर स्पर्म (स्पर्म बैंक से लिया गया) के साथ लैब में एम्ब्रायो तैयार किया जाता है.
गर्भधारण: तैयार एम्ब्रायो को महिला के गर्भाशय में रखा जाता है, जिससे प्रेग्नेंसी कंसीव होकर भ्रूण का विकास शुरू हो जाता है.
सिंगल महिलाएं भी बन सकती हैं मां: इस प्रक्रिया से अनमैरिड महिलाएं भी सुरक्षित तरीके से बच्चे को जन्म दे सकती हैं.
डॉक्टर की राय: IVF एक सुरक्षित और सफल तकनीक है, जिससे निसंतान कपल्स और सिंगल महिलाएं संतान सुख पा सकती हैं.
उम्र पर असर:
20–30 साल की उम्र में IVF का सक्सेस रेट सबसे ज्यादा होता है.
35–40 के बाद सफलता घटने लगती है.
40+ उम्र की महिलाओं के लिए डोनर एग्स का विकल्प उपलब्ध है.
2021 में कानून लागू होने के बाद से अनमैरिड महिलाओं द्वारा IVF चुनने के मामलों में बढ़ोतरी हुई है.
कैसे गाने के लिए मशहूर हैं देवी
देवी सिर्फ अपनी गायकी ही नहीं बल्कि अपने साफ-सुथरे विचारों के लिए भी जानी जाती हैं. उन्होंने हमेशा भोजपुरी गानों में बढ़ती अश्लीलता का विरोध किया है. छपरा की गलियों से निकलकर उन्होंने लोकगीतों के जरिए पहचान बनाई और आज वह 50 से ज्यादा एल्बम गा चुकी हैं.
देवी के कुछ मशहूर गानें
देवी ने भोजपुरी के अलावा हिंदी, मैथिली और मगही भाषाओं में भी अपनी आवाज का जादू बिखेरा है. उनका गाना ‘पिया गईले कलकतवा ए सजनी’ सुपरहिट हुआ था. इसके अलावा ‘दिल तुझे पुकारे आजा’, ‘अईले मोरे राजा’, ‘ओ गोरी चोरी-चोरी’ और ‘परदेसिया-परदेसिया’ जैसे गानों ने उन्हें घर-घर मशहूर किया.
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देवी का यह नया कदम अब उनके करियर से भी ज्यादा चर्चा में है. एक तरफ वह अपने गीतों में संस्कृति और लोकधारा को आगे बढ़ाती हैं, वहीं दूसरी ओर उन्होंने IVF के जरिए मां बनकर समाज में महिलाओं की स्वतंत्रता और अधिकारों को एक नया आयाम दिया है.
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