‘यूक्रेन मान जाए वरना…’, ट्रंप-जेलेंस्की मुलाकात से पहले पुतिन की कड़ी चेतावनी, बोले- ताकत से हासिल करेंगे लक्ष्य
रूस और यूक्रेन युद्ध के बीच युद्ध फ़िलहाल थमता हुआ नहीं दिखाई दे रहा है. इस बीच पुतिन ने चेतावनी दी कि शांति वार्ता ठुकराने पर रूस सैन्य बल से अपने सभी लक्ष्य पूरे करेगा. कीव पर बड़े हमले के बाद अंतरराष्ट्रीय कूटनीतिक हलचल तेज.
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यूक्रेन युद्ध को लेकर एक बार फिर हालात बेहद तनावपूर्ण होते नजर आ रहे हैं. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने साफ शब्दों में चेतावनी दी है कि अगर यूक्रेन शांति वार्ता को ठुकराता है, तो रूस अपने सभी सैन्य उद्देश्यों को बल प्रयोग के जरिए पूरा करेगा. पुतिन का यह बयान ऐसे समय सामने आया है, जब रूस ने यूक्रेन की राजधानी कीव पर अब तक के सबसे बड़े हमलों में से एक को अंजाम दिया है. इस घटनाक्रम ने न सिर्फ युद्ध की तीव्रता को बढ़ा दिया है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कूटनीतिक हलचल भी तेज कर दी है.
पुतिन ने क्या कहा?
शनिवार को रूसी सरकारी समाचार एजेंसी TASS के हवाले से पुतिन ने कहा कि मॉस्को को यह महसूस हो रहा है कि कीव नेतृत्व संघर्ष को शांतिपूर्ण तरीके से खत्म करने में गंभीर नहीं है. उन्होंने दो टूक कहा कि यदि कूटनीतिक प्रयास विफल होते हैं, तो रूस अपनी ‘स्पेशल मिलिट्री ऑपरेशन’ के तहत तय किए गए सभी लक्ष्यों को सैन्य ताकत के दम पर हासिल करेगा. पुतिन ने यह भी याद दिलाया कि उन्होंने एक साल पहले विदेश मंत्रालय में दिए गए अपने भाषण में भी इसी आशंका को जाहिर किया था.
कीव पर अब तक का सबसे बड़ा हमला
पुतिन की चेतावनी से पहले ही रूस ने कीव और उसके आसपास के इलाकों पर जबरदस्त हमला किया. यूक्रेनी अधिकारियों के मुताबिक, रातभर चले इस हमले में रूस ने करीब 500 ड्रोन और 40 मिसाइलें दागीं. लगभग 10 घंटे तक चले इस भीषण हमले में कम से कम एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि 27 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं. राजधानी कीव में कई इमारतों को नुकसान पहुंचा है और बिजली तथा संचार व्यवस्था भी प्रभावित हुई है. यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने इन हमलों को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि यह हमला इस बात का स्पष्ट संकेत है कि रूस फरवरी 2022 में शुरू हुई जंग को खत्म करने के मूड में नहीं है. जेलेंस्की के मुताबिक, मॉस्को लगातार सैन्य दबाव बढ़ाकर यूक्रेन को झुकाने की कोशिश कर रहा है, जबकि युद्ध में अब तक हजारों लोगों की जान जा चुकी है.
सैन्य कमांड पोस्ट पहुंचे पुतिन
इस बीच क्रेमलिन ने जानकारी दी कि राष्ट्रपति पुतिन ने एक रूसी सैन्य कमांड पोस्ट का दौरा किया, जहां उन्हें चीफ ऑफ जनरल स्टाफ वालेरी गेरासिमोव और ‘सेंटर’ तथा ‘ईस्ट’ ग्रुपिंग के वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों ने मौजूदा हालात पर ब्रीफिंग दी. इसके बाद रूसी अधिकारियों ने दावा किया कि उनकी सेना ने यूक्रेन के डोनेत्स्क और जापोरिज्जिया क्षेत्रों में कुछ कस्बों पर कब्जा कर लिया है. हालांकि, यूक्रेन ने इन दावों को पूरी तरह स्वीकार नहीं किया है.
ट्रंप और जेलेंस्की की अहम मुलाकात
युद्ध के इसी माहौल के बीच कूटनीतिक मोर्चे पर भी हलचल तेज हो गई है. यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की रविवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से फ्लोरिडा में मुलाकात करने वाले हैं. माना जा रहा है कि इस बैठक में लगभग चार साल से जारी युद्ध को समाप्त करने के संभावित रास्तों पर चर्चा होगी. बातचीत में सुरक्षा गारंटी और क्षेत्रीय विवाद अहम मुद्दे हो सकते हैं, खासकर डोनेत्स्क और जापोरिज्जिया को लेकर. ट्रंप से मिलने से पहले जेलेंस्की कनाडा पहुंचे, जहां उन्होंने अपने सहयोगियों से चर्चा की. इस दौरान उन्होंने कीव पर हुए ताजा हमलों को रूस की असली मंशा का आईना बताया. जेलेंस्की ने कहा कि ये हमले साबित करते हैं कि मॉस्को शांति नहीं चाहता और युद्ध को लंबा खींचने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने इन हमलों को ‘हमारी शांति कोशिशों का रूस का जवाब’ करार दिया.
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बताते चलें कि रूस की सख्त चेतावनी, कीव पर बड़े हमले और अमेरिका-यूक्रेन की प्रस्तावित बैठक ने यह साफ कर दिया है कि आने वाले दिन बेहद निर्णायक हो सकते हैं. एक तरफ पुतिन सैन्य ताकत के जरिए अपने उद्देश्यों को हासिल करने की बात कर रहे हैं, तो दूसरी तरफ यूक्रेन अंतरराष्ट्रीय समर्थन के सहारे रूस पर दबाव बनाना चाहता है. ऐसे में पूरी दुनिया की नजरें अब ट्रंप और जेलेंस्की की मुलाकात पर टिकी हैं, जिससे यह तय हो सकता है कि यूक्रेन युद्ध शांति की ओर बढ़ेगा या फिर और ज्यादा विनाश की राह पर जाएगा.
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