शांति वार्ता पर वाहवाही लूटना चाहते थे ट्रंप, जेलेंस्की ने पीएम मोदी को दे दिया क्रेडिट, कहा- हम भारत पर करते हैं भरोसा
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने मंगलवार को यूक्रेन के स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हार्दिक शुभकामनाओं के लिए उनका आभार व्यक्त किया है. इसके अलावा रूस के साथ चल रहे युद्ध के बीच शांति और कूटनीति को बढ़ावा देने में भारत से बड़ी भूमिका निभाने का आह्वान किया है.
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सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर राष्ट्रपति जेलेंस्की ने लिखा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, यूक्रेन के स्वतंत्रता दिवस पर हार्दिक शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद. हम शांति और संवाद के प्रति भारत के समर्पण की सराहना करते हैं. अब, जब पूरी दुनिया इस भयानक युद्ध को गरिमा और स्थायी शांति के साथ समाप्त करने का प्रयास कर रही है, हम भारत के योगदान पर भरोसा करते हैं. कूटनीति को मजबूत करने वाला हर फैसला न केवल यूरोप में, बल्कि हिंद-प्रशांत और उसके बाहर भी बेहतर सुरक्षा की ओर ले जाता है."
जेलेंस्की ने पीएम मोदी का पत्र किया शेयर
यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने प्रधानमंत्री मोदी से प्राप्त एक पत्र पोस्ट किया जिसमें भारतीय प्रधानमंत्री ने भारत के स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर उनके संदेश के लिए उन्हें धन्यवाद दिया था. जेलेंस्की को संबोधित अपने पत्र में, पीएम मोदी ने कहा था, "भारत के स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आपके विचारशील संदेश और शुभकामनाओं के लिए मैं आपको धन्यवाद देता हूं."
प्रधानमंत्री मोदी ने भी बधाई संदेश का जवाब देते हुए यूक्रेन के लोगों को उनके स्वतंत्रता दिवस पर शुभकामनाएं दीं. बता दें कि यूक्रेन का स्वतंत्रता दिवस हर साल 24 अगस्त को मनाया जाता है.
भारत हमेशा शांति के पक्ष में रहा - पीएम मोदी
पीएम मोदी ने शुभकामना संदेश में लिखा था, "मैं इस अवसर पर आपको और यूक्रेन के लोगों को आपके स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर अपनी शुभकामनाएं देता हूं. मैं पिछले साल अगस्त में कीव की अपनी यात्रा को याद करता हूं और तब से भारत-यूक्रेन द्विपक्षीय संबंधों में हुई प्रगति पर ध्यान देता हूं. मैं आपके साथ मिलकर हमारे पारस्परिक रूप से लाभकारी सहयोग को और मजबूत करने के लिए तत्पर हूं."
वैश्विक संघर्षों पर भारत के दीर्घकालिक रुख की पुष्टि करते हुए, प्रधानमंत्री मोदी ने शांति के लिए नई दिल्ली के निरंतर समर्थन पर जोर दिया. पत्र में आगे कहा गया, "भारत हमेशा शांति के पक्ष में रहा है. भारत बातचीत और कूटनीति के माध्यम से संघर्ष के शीघ्र, स्थायी और शांतिपूर्ण समाधान के लिए ईमानदार प्रयासों को हर संभव समर्थन देने के लिए प्रतिबद्ध है."
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