Advertisement

मस्क और ईरानी दूत की यह सीक्रेट मीटिंग रिश्तों में साबित कर सकता है ये एक अहम पढ़ाव

Elon Musk: सीबीएस न्यूज ने अज्ञात सूत्रों के हवाले से बताया कि यह बैठक न्यूयॉर्क में राजदूत आमिर सईद इरावानी के निवास पर हुई, जिसका उद्देश्य दोनों देशों के बीच तनाव को कम करने के तरीकों पर चर्चा करना था।

16 Nov, 2024
( Updated: 16 Nov, 2024
04:05 PM )
मस्क और ईरानी दूत की यह सीक्रेट मीटिंग रिश्तों में साबित कर सकता है ये एक अहम पढ़ाव
Google

Elon Musk: एलन मस्क ने संयुक्त राष्ट्र में ईरान के राजदूत से मुलाकात की है। दोनों के बीच यह मीटिंग अरबपति बिजनेसमैन को डोनाल्ड ट्रंप के कॉस्ट कटिंग डिपार्टमेंट का नया संयुक्त प्रमुख बनाए जाने से एक दिन पहले हुई। सीबीएस न्यूज ने अज्ञात सूत्रों के हवाले से बताया कि यह बैठक न्यूयॉर्क में राजदूत आमिर सईद इरावानी के निवास पर हुई, जिसका उद्देश्य दोनों देशों के बीच तनाव को कम करने के तरीकों पर चर्चा करना था।आइए जानते है इस खबर को विस्तार से.....

 ट्रंप ने मस्क को बातचीत में शामिल किया

 रिपोर्ट में यह स्पष्ट नहीं है कि विदेश मंत्री पद के लिए नामित मार्को रुबियो और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइक वाल्ज, जो ईरान के कट्टर विरोधी हैं, को इस बैठक के बारे में जानकारी थी या नहीं। न्यूयॉर्क टाइम्स ने बताया कि दो ईरानी अधिकारियों के अनुसार यह बैठक 'सकारात्मक' थी। मस्क ट्रंप की ओर से संभावित परदे के पीछे के वार्ताकार के रूप में उभरे हैं, जिन्होंने मध्य पूर्व और यूक्रेन संघर्ष को समाप्त करने का वादा किया। ऐसा प्रतीत होता है कि दुनिया के सबसे अमीर आदमी, सत्ता के गलियारों में फेडरल खर्च को कम करने के काम की अपेक्षा कहीं अधिक अहम जिम्मेदारी निभाने वाले हैं। मस्क, ट्रंप की ओर से संभावित वार्ताकार के रूप में उभरे हैं, जिन्होंने मध्य पूर्व और यूक्रेन संघर्ष को समाप्त करने का वादा किया है। यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की के साथ फ़ोन पर बातचीत के दौरान, ट्रंप ने मस्क को बातचीत में शामिल किया, जो रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के भी संपर्क में हैं।

मस्क और ईरानी दूत की यह मीटिंग रिश्तों में एक अहम पढ़ाव साबित हो सकती है

अमेरिका के तेहरान के साथ राजनयिक संबंध नहीं हैं, लेकिन मस्क के साथ एक निजी बैठक ने बातचीत का एक रास्ता निकाला है जिससे ईरान को एक अमेरिकी अधिकारी के साथ बैठक से बचने में मदद मिली। ट्रंप का पिछला कार्यकाल ईरान के खिलाफ सख्त कदमों के लिए जाना जाता है। ट्रंप की ओर से ईरान रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (आईआरजीसी) के नेता कासिम सुलेमानी की हत्या का आदेश दिया गया था। ट्रंप ने ईरान के साथ अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के अन्य स्थायी सदस्यों, जर्मनी और यूरोपीय संघ द्वारा किए गए परमाणु समझौते को रद्द कर दिया। उन्होंने कठोर आर्थिक प्रतिबंधों को दोबारा लागू कर दिया था, जो बड़े पैमाने पर अमेरिकी कंपनियों को ईरान में व्यापार करने से रोकते हैं। हालांकि भविष्य में दोनों देशों के बीच किस तरह के संबंध होंगे यह कहना मुश्किल है। मस्क और ईरानी दूत की यह मीटिंग रिश्तों में एक अहम पढ़ाव साबित हो सकती है। इस बीच, एनबीसी ने बताया कि ईरान ने यह आश्वासन दिया है कि वह ट्रंप की हत्या की कोशिश नहीं करेगा। रिपोर्ट के मुताबिक यह आश्वासन लिखित संदेश में आया, जो अमेरिका की इस चेतावनी का जवाब है कि ट्रंप पर हमला 'युद्ध की कार्रवाई' होगी।

Tags

Advertisement
LIVE
Advertisement
Modi बोलता हुआ कोहिनूर हैं, असल खेल तो अब शुरु होने वाला हैं ! Waqf Bill | Maulana Kaukab Mujtaba
Advertisement
Advertisement