'दीपू दास के कातिल को दो फांसी...यूनुस मुर्दाबाद', बांग्लादेश में हिंदुओं की हत्या पर पूरे नेपाल में प्रदर्शन, उबाल
बांग्लादेश में हिंदू युवक दीपू चंद्र दास की झूठी ईशनिंदा के आरोप में मॉब लिंचिंग कर दी गई. इसके बाद एक और हिंदू शख्स अमृत मंडल को भी भीड़ ने पीट-पीटकर मार डाला. अब इसको लेकर पूरा नेपाल उबल पड़ा है. पूरे नेपाल में प्रदर्शन हो रहे हैं.
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बांग्लादेश में बीते दिनों कट्टरपंथियों की भीड़ ने झूठी ईशनिंदा के आरोप में हिंदू युवक दीपू चंद्र दास की पीट-पीटकर हत्या कर दी, फिर उसके शव को पेड़ से लटकार जला दिया. इसके बाद बांग्लादेश के राजबाड़ी जिले में एक और 29 वर्षीय हिंदू युवक अमृत मंडल की जान ले ली गई. इतना ही नहीं हाल के दिनों में जिस तरह हिंदुओं पर जुल्म और बर्बरियत की घटनाएं बढ़ी हैं, उसके कारण पूरी दुनिया में उबाल है.
आपको बता दें कि इन हत्याओं ने बांग्लादेश में हिंदुओं की सुरक्षा को लेकर चिंता पैदा कर दी है, जहां अगस्त 2024 में लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई शेख हसीना सरकार के गिरने के बाद मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार के तहत इस्लामी कट्टरपंथियों का प्रभाव बढ़ा है.
वहीं बांग्लादेश में हिंदुओं की बर्बर हत्या के विरोध में पड़ोसी देश नेपाल भी उबल पड़ा है. नेपाल के बीरगंज, जनकपुरधाम और गोलबाजार जैसे बड़े शहरों में प्रदर्शन किया गया. बांग्लादेश में हिंदुओं को निशाना बनाकर की जा रही हिंसा के खिलाफ, एक हिंदू अधिकार समूह, राष्ट्रीय एकता अभियान, ने सिरहा जिले के गोलबाजार इलाके में विरोध प्रदर्शन किया.
बांग्लादेश में हिंदुओं की हत्या पर नेपाल में जोरदार प्रदर्शन!
सिरहा में प्रदर्शन के दौरान, गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने कुछ देर के लिए ईस्ट-वेस्ट हाईवे को ब्लॉक कर दिया, जिससे कुछ समय के लिए चक्का जाम (रोड ब्लॉकेड) हो गया. प्रदर्शनकारियों ने "हिंदुओं की हत्या बंद करो," "अल्पसंख्यकों की सुरक्षा पक्की करो," और "मानवाधिकार का सम्मान करो" जैसे नारे लगाए. इस विरोध प्रदर्शन का सिराहा में राष्ट्रीय एकता अभियान के जिला अध्यक्ष हेमंत सिंह ने नेतृत्व किया. उन्होंने कहा, "हम शांतिपूर्ण प्रदर्शन के जरिए बांग्लादेश सरकार पर अल्पसंख्यकों की जिंदगी और सुरक्षा की गारंटी के लिए दबाव डालना चाहते हैं. जब तक ऐसी घटनाएं खत्म नहीं हो जातीं, हमारा संघर्ष जारी रहेगा."
जमीयत उलेमा-ए नेपाल ने भी किया दीपू दास की हत्या का विरोध!
वहीं शनिवार को, नेपाल के एक मुस्लिम ग्रुप जमीयत उलेमा-ए नेपाल, बारा और परसा जिला समितियों ने भी इन हत्याओं के खिलाफ परसा जिले के बीरगंज में एक रैली निकाली. जमीयत उलेमा-ए नेपाल के उपाध्यक्ष मौलाना अली असगर मदनी के नेतृत्व में हुई इस रैली में मुस्लिम नेताओं और आम लोगों ने हिस्सा लिया.
लगे मोहम्मद यूनुस मुर्दाबाद के नारे
प्रदर्शन के दौरान लोगों ने "दीपू चंद्र दास के कातिल को फांसी दो," "बांग्लादेश सरकार मुर्दाबाद," "बांग्लादेश में हिंदुओं की हत्या बंद करो," "मोहम्मद यूनुस मुर्दाबाद," और "हिंदू-मुस्लिम एकता जिंदाबाद" के नारे लगाए. इससे पहले शुक्रवार को जनकपुरधाम में महिला अभियान जनकपुरधाम के बैनर तले बांग्लादेश में हिंदुओं की हत्या के विरोध में एक प्रदर्शन भी किया गया था.
मालूम हो कि नेपाल एक हिंदू-बहुल देश है, जहां 2021 की जनगणना के अनुसार लगभग 81 प्रतिशत आबादी हिंदू है.
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