NGO Opening Process: एनजीओ (गैर-सरकारी संगठन) कोई भी व्यक्ति या समूह खोल सकता है जो समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए काम करना चाहता हो। इसके लिए किसी विशेष शैक्षिक, व्यावसायिक या आर्थिक योग्यता की आवश्यकता नहीं होती, लेकिन यह जरूरी है कि संस्थापक समाज के उत्थान और सुधार के लिए प्रतिबद्ध हो। NGO खोलने के लिए एक समूह की आवश्यकता होती है, जिसमें आमतौर पर तीन या अधिक संस्थापक सदस्य होते हैं। ये सदस्य एक साथ मिलकर संगठन का उद्देश्य निर्धारित करते हैं, जैसे शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला सशक्तिकरण, पर्यावरण संरक्षण आदि। इस प्रक्रिया के दौरान यह भी सुनिश्चित किया जाता है कि NGO का संचालन कानूनी और पारदर्शी तरीके से हो, ताकि इसका उद्देश्य सही तरीके से पूरा किया जा सके। NGOs का मुख्य उद्देश्य लाभ कमाना नहीं, बल्कि समाज के कमजोर वर्गों की मदद करना और उनकी स्थिति में सुधार लाना होता है
NGO खोलने की प्रक्रिया: कौन कर सकता है आवेदन और कौन से दस्तावेज़ चाहिए?
NGO: NGO खोलने के लिए एक समूह की आवश्यकता होती है, जिसमें आमतौर पर तीन या अधिक संस्थापक सदस्य होते हैं। ये सदस्य एक साथ मिलकर संगठन का उद्देश्य निर्धारित करते हैं, जैसे शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला सशक्तिकरण, पर्यावरण संरक्षण आदि। इस प्रक्रिया के दौरान यह भी सुनिश्चित किया जाता है कि NGO का संचालन कानूनी और पारदर्शी तरीके से हो, ताकि इसका उद्देश्य सही तरीके से पूरा किया जा सके।
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NGO खोलने के लिए कौन पात्र है?
व्यक्ति या समूह: कोई भी व्यक्ति या एक समूह जो समाज में किसी उद्देश्य को लेकर काम करना चाहता है, वह NGO खोल सकता है। यह समूह विभिन्न क्षेत्रों में काम कर सकता है जैसे स्वास्थ्य, शिक्षा, गरीबों की मदद, पर्यावरण संरक्षण आदि।
कानूनी रूप से सक्षम संगठन: NGO खोलने के लिए उस व्यक्ति या समूह को कानूनी रूप से सक्षम होना चाहिए। इसका मतलब है कि आपको किसी तरह की कानूनी अड़चनों का सामना नहीं करना चाहिए और आपके पास आवश्यक दस्तावेज़ होने चाहिए।
समाज में बदलाव की इच्छा: NGO का उद्देश्य समाज में सकारात्मक बदलाव लाना होता है। ऐसे में, अगर आपकी भी इच्छा है कि आप समाज में एक अच्छा बदलाव लाएं, तो आप भी NGO खोल सकते हैं।
NGO खोलने के लिए आवश्यक दस्तावेज़
संस्था का नाम (NGO Name):
NGO का नाम विशिष्ट और अप्रचलित होना चाहिए ताकि वह अन्य संगठनों से अलग पहचाना जा सके। नाम के साथ यह सुनिश्चित किया जाता है कि वह किसी अन्य पंजीकृत संस्था का नाम न हो।
संस्था का पंजीकरण प्रमाण पत्र (Registration Certificate):
Societies Registration Act, 1860 के तहत (समाज के रूप में पंजीकरण)
Trust Registration Act, 1882 के तहत (ट्रस्ट के रूप में पंजीकरण)
Section 8 Companies Act, 2013 के तहत (कंपनी के रूप में पंजीकरण)
संविधान/चार्टर (Memorandum of Association और Articles of Association):
पता प्रमाण (Address Proof):
NGO के पंजीकरण के लिए एक स्थायी पता होना चाहिए, और उस पते का प्रमाण (जैसे बिजली का बिल, रेंट एग्रीमेंट या आधार कार्ड) देना पड़ता है।
संस्थापक का परिचय पत्र (Identity Proof of Founders)
NGO के संस्थापकों के पास पहचान पत्र होना चाहिए, जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड, पासपोर्ट आदि। यह सुनिश्चित करता है कि संस्थापक व्यक्ति कानूनी रूप से सक्रिय और सक्षम हैं।
बैंक खाता (Bank Account):
NGO के संचालन के लिए एक बैंक खाता आवश्यक होता है। इसके लिए NGO का पंजीकरण और संस्थापकों के विवरण की आवश्यकता होती है। बैंक खाता किसी भी संगठन की वित्तीय गतिविधियों को स्पष्ट और सही तरीके से रिकॉर्ड करने में मदद करता है।
पैन कार्ड (PAN Card):
NGO के पंजीकरण और टैक्स से संबंधित काम के लिए पैन कार्ड होना जरूरी है। यह NGO के वित्तीय मामलों को ट्रैक करने और करों का भुगतान करने में सहायक होता है।
आयकर पंजीकरण (Income Tax Registration):
NGO को आयकर विभाग से 12A और 80G जैसे पंजीकरण प्राप्त करने की आवश्यकता होती है। यह पंजीकरण NGO को आयकर में छूट और दानदाताओं को कर लाभ प्रदान करता है।
वित्तीय विवरण (Financial Statements):
NGO की वित्तीय स्थिति और गतिविधियों को पारदर्शी बनाने के लिए वित्तीय विवरण जैसे बजट, खर्चे और आय के स्रोत तैयार करना पड़ता है।
अन्य प्रमाण पत्र (Other Licenses):
यदि NGO स्वास्थ्य, शिक्षा या अन्य विशेष कार्यों से संबंधित है, तो उसे संबंधित विभाग से लाइसेंस या प्रमाण पत्र की आवश्यकता हो सकती है।
NGO खोलने की प्रक्रिया
NGO का उद्देश्य निर्धारित करना:
सबसे पहले आपको अपने NGO के उद्देश्य को स्पष्ट करना होगा। यह समाज के लिए किस तरह का योगदान करेगा, इसे तय करना जरूरी है।
संस्थापक टीम बनाना:
NGO शुरू करने के लिए एक संस्थापक टीम की जरूरत होती है। इस टीम में कम से कम 3 सदस्य होने चाहिए जो NGO के संचालन और निर्णय लेने में सहायक हों।
NGO का पंजीकरण करना:
आपको अपने NGO का पंजीकरण करना होता है। इसके लिए संबंधित पंजीकरण कानून के तहत आवेदन करना होता है, जैसे कि "सोसाइटी पंजीकरण अधिनियम" या "ट्रस्ट पंजीकरण अधिनियम" के तहत पंजीकरण।
आवश्यक दस्तावेजों का संकलन:
सभी आवश्यक दस्तावेजों को एकत्र करना और उन्हें संबंधित अधिकारियों के पास जमा करना होता है।
बैंक खाता और आयकर पंजीकरण:
NGO का बैंक खाता खोलना और आयकर पंजीकरण कराना होता है। इससे NGO के सभी लेन-देन को सही तरीके से ट्रैक किया जा सकता है।
कार्य योजना बनाना:
एक अच्छी कार्य योजना बनाना और इसे सही तरीके से लागू करना जरूरी है। इसके तहत आपके NGO के उद्देश्यों, कार्यों और लक्ष्यों का निर्धारण किया जाता है।
NGO खोलने का उद्देश्य समाज के विकास में योगदान देना और किसी विशेष क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव लाना होता है। इसके लिए आपको संबंधित दस्तावेजों, पंजीकरण और कानूनी प्रक्रिया का पालन करना पड़ता है। सही दिशा में काम करने से NGO न केवल समाज के लिए मददगार साबित हो सकता है, बल्कि यह लोगों के जीवन में वास्तविक बदलाव भी ला सकता है।
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