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Tejas Express लेट हो जाए तो यात्रियों को मिलते हैं पैसे, ऐसे करें मुआवज़े के लिए अप्लाई

IRCTC: तेजस एक्सप्रेस भारतीय रेलवे की एक शानदार शुरुआत है, जो यात्रियों को न सिर्फ बेहतर सुविधाएं देती है, बल्कि समय की कद्र भी करना सिखाती है. अगर किसी कारणवश यह ट्रेन लेट होती है, तो IRCTC यात्रियों को मुआवज़ा देकर उनकी परेशानी को कुछ हद तक कम करने का प्रयास करता है.

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Tejas Express: भारतीय रेलवे यात्रियों की सुविधा के लिए लगातार कई नए कदम उठा रहा है. अक्सर यात्रियों को ट्रेन लेट होने की वजह से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. कई बार ऐसा होता है कि कोई जरूरी काम छूट जाता है या किसी खास मौके पर वक्त से पहुंचना मुश्किल हो जाता है. हालांकि, इन समस्याओं से राहत देने के लिए रेलवे ने कुछ नियम तय किए हैं, खासकर एक खास ट्रेन को लेकर तेजस एक्सप्रेस.

भारत की पहली प्राइवेट ट्रेन

तेजस एक्सप्रेस भारत की पहली प्राइवेट ट्रेन है, जिसे IRCTC (इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन) द्वारा संचालित किया जाता है. यह ट्रेन सुविधाओं और समयबद्धता के मामले में देश की सबसे भरोसेमंद ट्रेनों में से एक मानी जाती है. तेजस एक्सप्रेस आधुनिक तकनीक, हाई-क्वालिटी केटरिंग, ऑन-बोर्ड एंटरटेनमेंट और बेहतर सुरक्षा के लिए जानी जाती है. लेकिन इसकी सबसे खास बात ये है कि अगर ये ट्रेन लेट हो जाती है, तो यात्रियों को मुआवजा दिया जाता है, जो कि भारतीय रेलवे के इतिहास में एक अनोखी पहल है.

मुआवज़ा कैसे और कब मिलता है?

तेजस एक्सप्रेस के यात्रियों को अगर ट्रेन लेट होती है, तो IRCTC की ओर से उन्हें मुआवज़ा (Compensation) दिया जाता है. यह मुआवज़ा इस आधार पर तय होता है कि ट्रेन कितनी देर लेट हुई है. आइए जानें इसके नियम:

  • अगर ट्रेन 1 घंटे से ज़्यादा लेट होती है, तो हर यात्री को ₹100 रुपये का मुआवज़ा दिया जाता है. 
  • अगर ट्रेन 2 घंटे या उससे अधिक लेट होती है, तो हर यात्री को ₹250 रुपये तक मुआवज़ा मिलता है.
  • यह मुआवज़ा सीधे उसी बैंक अकाउंट में भेजा जाता है, जिससे टिकट की बुकिंग की गई होती है. यह पैसा वापस पाने के लिए यात्रियों को बस एक छोटा-सा फॉर्म भरना होता है, जिसकी लिंक उन्हें IRCTC की ओर से SMS या ईमेल के जरिए भेजी जाती है.

मुआवज़ा पाने की प्रक्रिया

जब तेजस एक्सप्रेस अपने तय समय से ज्यादा देर से चलती है, तो यात्रा पूरी करने के बाद यात्रियों को IRCTC की तरफ से एक लिंक भेजा जाता है. इस लिंक पर क्लिक करके यात्री को अपनी यात्रा की जानकारी भरनी होती है, जैसे कि पीएनआर नंबर, यात्रा की तारीख, बैंक डिटेल्स आदि. एक बार ये प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद कुछ ही समय में मुआवज़े की राशि यात्रियों के खाते में भेज दी जाती है. यह एक बिलकुल पारदर्शी और आसान प्रक्रिया है, जिसमें न कोई लंबा इंतजार होता है, न ही किसी तरह की भागदौड़.

क्या तेजस एक्सप्रेस अक्सर लेट होती है?

तेजस एक्सप्रेस को लेकर सबसे अच्छी बात ये है कि ये ट्रेन आमतौर पर समय पर चलती है. इसके संचालन में देरी बहुत ही रेयर (अत्यंत दुर्लभ) होती है. लेकिन अगर कभी किसी कारण से ट्रेन लेट हो जाती है, तो IRCTC अपने वादे के मुताबिक यात्रियों को पूरा मुआवज़ा देता है. यह पहल न सिर्फ यात्रियों के विश्वास को मजबूत करती है, बल्कि रेलवे की छवि को भी बेहतर बनाती है.

तेजस एक्सप्रेस भारतीय रेलवे की एक शानदार शुरुआत है, जो यात्रियों को न सिर्फ बेहतर सुविधाएं देती है, बल्कि समय की कद्र भी करना सिखाती है. अगर किसी कारणवश यह ट्रेन लेट होती है, तो IRCTC यात्रियों को मुआवज़ा देकर उनकी परेशानी को कुछ हद तक कम करने का प्रयास करता है.

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