कैलाश मानसरोवर यात्रा 2025: रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया से लेकर यात्रा के खर्च तक, जानिए सब कुछ
कैलाश मानसरोवर यात्रा एक धार्मिक और आध्यात्मिक यात्रा है, जो लाखों श्रद्धालुओं के दिलों में विशेष स्थान रखती है. कोविड महामारी के बाद इस यात्रा का पुनः आरंभ होना एक शुभ संकेत है, लेकिन यात्रा की बढ़ी हुई लागत और समय को देखते हुए श्रद्धालुओं को अपनी यात्रा की पूरी योजना और तैयारी समय से पहले करनी होगी.

Kailash Mansarovar Yatra 2025: कोविड महामारी के कारण पिछले कुछ वर्षों से कैलाश मानसरोवर यात्रा स्थगित थी, लेकिन अब यह यात्रा फिर से 30 जून 2025 से शुरू होने जा रही है. इस बार श्रद्धालुओं को यात्रा के लिए कुछ महत्वपूर्ण बदलावों का सामना करना पड़ेगा, जो पिछले वर्षों की तुलना में अलग हैं. इन बदलावों में सबसे बड़ा असर यात्रा की लागत और समय पर पड़ने वाला है. आइए जानते हैं कि इस साल कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए क्या-क्या बदलाव होंगे और श्रद्धालुओं को किन तैयारियों की आवश्यकता होगी.
यात्रा की अवधि में बढ़ोतरी
अब तक कैलाश मानसरोवर यात्रा को पूरा करने में लगभग 20-21 दिन लगते थे, लेकिन इस बार यात्रा का समय बढ़ाकर 23 दिन कर दिया गया है. यह बदलाव इस वजह से किया गया है ताकि श्रद्धालु आराम से यात्रा कर सकें और उनका शारीरिक स्वास्थ्य भी बेहतर तरीके से बनाए रखा जा सके. इस बार यात्रा के दौरान श्रद्धालु अधिक समय भारत में बिताएंगे और तिब्बत में कम समय रहेगा.
बढ़ी हुई यात्रा लागत
कैलाश मानसरोवर यात्रा का खर्च 2019 की तुलना में अब काफी बढ़ चुका है. उत्तराखंड के लिपुलेख से यात्रा करने पर इस बार एक श्रद्धालु को 1.84 लाख रुपये खर्च करने होंगे. इसमें से 95,000 रुपये चीन की फीस के रूप में होंगे, जो पहले 77,000 रुपये थी. यही नहीं, अगर कोई श्रद्धालु नाथुला पास से यात्रा करता है, तो उसे 2.84 लाख रुपये खर्च करने होंगे, जिसमें से 2.05 लाख रुपये चीन की फीस होगी. यानि कुल मिलाकर इस बार यात्रा की लागत में एक बड़ी वृद्धि देखी जा रही है.
कोविड के प्रभाव और तैयारी
कोविड महामारी के बाद यात्रा को फिर से शुरू किया जा रहा है, ऐसे में श्रद्धालुओं को कुछ अतिरिक्त सावधानियां बरतनी होंगी. यात्रा के दौरान स्वास्थ्य संबंधी कड़ी निगरानी रखी जाएगी और सोशल डिस्टेंसिंग सहित अन्य सुरक्षा उपायों का पालन करना जरूरी होगा. इसके अलावा, यात्रा के लिए शारीरिक रूप से फिट रहना भी बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि यात्रा में शारीरिक थकान और उच्च पर्वतीय क्षेत्र में मौसम की चुनौतियाँ अधिक हो सकती हैं.
यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया
कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को इस साल कुछ आसान और सुविधाजनक बनाया गया है. श्रद्धालु ऑनलाइन पोर्टल पर जाकर अपनी यात्रा के लिए आवेदन कर सकते हैं। रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया में पूरी तरह से पारदर्शिता और सुरक्षा का ध्यान रखा गया है. इसके साथ ही, यात्रा के लिए विभिन्न दस्तावेजों की भी आवश्यकता होगी, जिनमें मेडिकल फिटनेस प्रमाण पत्र, पासपोर्ट और अन्य जरूरी कागजात शामिल होंगे.
कैलाश मानसरोवर यात्रा एक धार्मिक और आध्यात्मिक यात्रा है, जो लाखों श्रद्धालुओं के दिलों में विशेष स्थान रखती है. कोविड महामारी के बाद इस यात्रा का पुनः आरंभ होना एक शुभ संकेत है, लेकिन यात्रा की बढ़ी हुई लागत और समय को देखते हुए श्रद्धालुओं को अपनी यात्रा की पूरी योजना और तैयारी समय से पहले करनी होगी. अगर आप भी इस यात्रा पर जाने की सोच रहे हैं, तो सही जानकारी और तैयारी के साथ यात्रा पर जाएं और इस अद्भुत अनुभव का हिस्सा बनें.