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सरकार ने शुरू की DHRUVA योजना, डिजिटल एड्रेस होंगे एक समान और सुरक्षित

यह एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जो भविष्य में गवर्नेंस, ई-कॉमर्स, फाइनेंस और लॉजिस्टिक्स जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में नवाचार और विकास को बढ़ावा देगा. DHRUVA से न केवल पते की पहचान आसान होगी, बल्कि यह देश को डिजिटल रूप से और भी सशक्त बनाएगा.

04 Jun, 2025
( Updated: 04 Jun, 2025
09:44 PM )
सरकार ने शुरू की DHRUVA योजना, डिजिटल एड्रेस होंगे एक समान और सुरक्षित
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DHRUVA Yojana: (डिजिटल हब फॉर रेफरेंस एंड यूनिक वर्चुअल एड्रेस) एक नई डिजिटल पहल है, जिसे भारत के संचार मंत्रालय के तहत डाक विभाग ने जारी किया है. इसका उद्देश्य देशभर में एक मानकीकृत और डिजिटल पता प्रणाली बनाना है. इस योजना के तहत हर घर, हर स्थान का एक डिजिटल और जियो-लोकेशन (भू-स्थानिक) आधारित पता तैयार किया जाएगा. इस डिजिटल पते के जरिए पता संबंधित सभी जानकारियां सुरक्षित, सहमति से और आसानी से साझा की जा सकेंगी. इसे आप ऐसे समझिए जैसे आधार कार्ड या डिजिटल भुगतान एक डिजिटल सेवा हैं, वैसे ही अब पता भी डिजिटल सेवा के रूप में काम करेगा. इससे सरकारी विभाग, कंपनियां और आम लोग तेज़ और भरोसेमंद तरीके से अपने पते की जानकारी साझा कर सकेंगे.

DHRUVA का मकसद और महत्व

DHRUVA योजना का सबसे बड़ा उद्देश्य है देश के सभी हिस्सों में डिजिटल पते को अपनाना और उसे एक मजबूत डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर (DPI) के रूप में विकसित करना. इससे न केवल सरकारी सेवाएं बेहतर होंगी, बल्कि ई-कॉमर्स और लॉजिस्टिक्स जैसे क्षेत्र भी तेज और अधिक विश्वसनीय बनेंगे. उदाहरण के लिए, अगर आप ऑनलाइन सामान मंगाते हैं तो आपका डिजिटल पता सही तरीके से दर्ज होने से डिलीवरी समय पर और सही जगह होगी. इसी तरह सरकारी योजनाओं का लाभ भी सही लोगों तक पहुंचेगा.

इस पहल से पता से जुड़ी गलतियों और डिलीवरी में होने वाली समस्याओं में कमी आएगी, जिससे लोगों को बेहतर और सहज अनुभव मिलेगा. इसके अलावा, यह डिजिटल पता मोबाइल या ऐप में सेव किया जा सकेगा, जिसे कभी भी, कहीं भी, आसानी से शेयर किया जा सकता है.

DHRUVA का कार्य और सहयोगी पारिस्थितिकी

DHRUVA की खास बात यह है कि यह केवल एक डिजिटल पता देने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक “सेवा के रूप में पता” (Address as a Service) की अवधारणा पर काम करता है. इसका मतलब है कि यह सेवा उपयोगकर्ताओं, सरकारी संस्थानों और निजी कंपनियों के बीच सुरक्षित और कुशल तरीके से पता डेटा के आदान-प्रदान को संभव बनाएगी.डाक विभाग की योजना है कि सभी राज्यों, केंद्र सरकार के मंत्रालयों और निजी कंपनियों को इस डिजिटल पता प्रणाली को अपनाना होगा. इससे एक ऐसा सहयोगी पारिस्थितिकी तंत्र बनेगा जिसमें सभी हितधारक मिलकर सुरक्षित, भरोसेमंद और यूजर-फ्रेंडली डिजिटल समाधान तैयार करेंगे.इस पहल से न सिर्फ सरकार की गवर्नेंस बेहतर होगी, बल्कि फाइनेंशियल सेवाएं, ई-कॉमर्स, लॉजिस्टिक्स जैसे क्षेत्र भी नयी तकनीक के साथ जुड़ेंगे और नए इनोवेशन को बढ़ावा मिलेगा.

DHRUVA से आम जनता को क्या फायदा होगा?

सटीक और तेज डिलीवरी: आपका डिजिटल पता गलत या अधूरा नहीं होगा, जिससे डिलीवरी समय पर और सही जगह होगी;

सरकारी सेवाओं में आसानी: सरकारी योजनाओं और सेवाओं का लाभ सही तरीके से मिलेगा, क्योंकि पता डिजिटल और प्रमाणित होगा.

डिजिटल पहचान: डिजिटल पता आपके मोबाइल या ऐप में सेव हो सकेगा, जिससे इसे कहीं भी और कभी भी आसानी से साझा किया जा सकेगा.

सुरक्षित और सहमति आधारित जानकारी: आपकी पता जानकारी सुरक्षित रखी जाएगी और आपकी अनुमति के बिना साझा नहीं की जाएगी.

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DHRUVA नीति एक बड़ी डिजिटल क्रांति की शुरुआत है, जो भारत के पूरे पता प्रबंधन को डिजिटल बनाने जा रही है. इससे सरकारी सेवाओं, निजी सेक्टर की सेवाओं और आम लोगों के जीवन में काफी सुधार आएगा. यह एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जो भविष्य में गवर्नेंस, ई-कॉमर्स, फाइनेंस और लॉजिस्टिक्स जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में नवाचार और विकास को बढ़ावा देगा. DHRUVA से न केवल पते की पहचान आसान होगी, बल्कि यह देश को डिजिटल रूप से और भी सशक्त बनाएगा.

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