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मिट्टी की कला से बदलें किस्मत: यूपी सरकार दे रही है 10 लाख तक की राशि, जानें आवेदन प्रक्रिया

यह योजना उन लोगों के लिए सुनहरा अवसर है जो छोटा उद्योग लगाना चाहते हैं, लेकिन फंड की कमी के कारण पीछे रह जाते हैं. माटी कला बोर्ड के माध्यम से यह योजना संचालित की जाती है, जो न केवल आर्थिक सहायता देता है, बल्कि प्रशिक्षण, उपकरण और बाज़ार उपलब्ध कराने में भी मदद करता है.

13 May, 2025
( Updated: 05 Dec, 2025
11:11 PM )
मिट्टी की कला से बदलें किस्मत: यूपी सरकार दे रही है 10 लाख तक की राशि, जानें आवेदन प्रक्रिया
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Maati Kala Yojana: उत्तर प्रदेश सरकार ने पारंपरिक कारीगरों, शिक्षित बेरोज़गार युवाओं और ग्रामीण हुनर को एक नई पहचान देने के लिए माटी कला योजना की शुरुआत की है. इस योजना के तहत अगर किसी व्यक्ति में मिट्टी से कारीगरी का हुनर है – जैसे कि कुम्हारी कला, मूर्तिकला, टेराकोटा, खिलौने, सजावटी वस्तुएं आदि बनाने की क्षमता – तो सरकार उनकी मदद के लिए 10 लाख रुपये तक का ऋण (Loan) दे रही है.

यह योजना उन लोगों के लिए सुनहरा अवसर है जो छोटा उद्योग लगाना चाहते हैं, लेकिन फंड की कमी के कारण पीछे रह जाते हैं. माटी कला बोर्ड के माध्यम से यह योजना संचालित की जाती है, जो न केवल आर्थिक सहायता देता है, बल्कि प्रशिक्षण, उपकरण और बाज़ार उपलब्ध कराने में भी मदद करता है.

मिलेगा 10 लाख रुपये तक का लोन

इस योजना के अंतर्गत सरकार द्वारा पात्र लाभार्थियों को बैंक से ऋण उपलब्ध कराया जाता है, जिसमें:

1. 10 लाख रुपये तक का लोन दिया जाता है.

2. इस लोन पर सरकार द्वारा सब्सिडी (अनुदान) भी दी जाती है, जिससे चुकाने का बोझ कम होता है.

3. लोन का उपयोग मशीनरी, कच्चा माल, कार्यशाला, दुकान आदि के लिए किया जा सकता है.

कौन ले सकता है इस योजना का लाभ? – पात्रता (Eligibility)

1. उत्तर प्रदेश का निवासी होना अनिवार्य है.

2. 18 वर्ष से अधिक आयु का कोई भी व्यक्ति आवेदन कर सकता है.

3. मिट्टी से जुड़े किसी भी कारीगरी/हुनर में दक्षता होनी चाहिए (मूर्तिकार, कुम्हार, डिज़ाइनर आदि).

4. शिक्षित बेरोज़गार युवा, महिलाएं, पिछड़े वर्ग के कारीगर व ग्रामीण उद्यमी विशेष प्राथमिकता में आते हैं.

क्या-क्या मिलेगा योजना में? – लाभ और सुविधाएं

आर्थिक मदद: 10 लाख रुपये तक बैंक ऋण और उस पर सब्सिडी.

प्रशिक्षण सुविधा: आधुनिक तकनीकों, डिज़ाइन और मार्केटिंग के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम.

उपकरण व मशीनें: माटी कला निर्माण के लिए आवश्यक औजार और मशीनें.

प्रदर्शनी और बाज़ार: राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर आपके उत्पादों की बिक्री के लिए मंच और मेले.

ब्रांडिंग और पैकेजिंग में भी मार्गदर्शन.

आवेदन कैसे करें? – प्रक्रिया (How to Apply)

1. सबसे पहले माटी कला कि वेबसाइट पर जाएं.

2. योजना के तहत ऑनलाइन आवेदन फॉर्म भरें.

आवश्यक दस्तावेज़ अपलोड करें, जैसे:

1. पहचान पत्र (आधार कार्ड/राशन कार्ड)

2. निवास प्रमाण पत्र

3. पासपोर्ट साइज फोटो

4. कौशल प्रमाण पत्र (यदि उपलब्ध हो)

5. बैंक पासबुक की कॉपी

6. आवेदन जमा करने के बाद चयन प्रक्रिया के तहत पात्रता की जांच की जाएगी.

7. चयन होने पर आपको बैंक से लोन और बोर्ड से प्रशिक्षण की सूचना दी जाएगी.

गांव हो या शहर – हर जगह से शुरू कर सकते हैं कारोबार

इस योजना की खासियत ये है कि इसे किसी भी क्षेत्र – शहरी या ग्रामीण में शुरू किया जा सकता है. चाहे आप शहर में रह रहे हों या अपने गांव में वापस लौटकर कुछ नया शुरू करना चाहते हों, माटी कला योजना एक स्थायी और लाभकारी विकल्प हो सकता है.

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 हुनर को पहचान और रोज़गार दोनों देती है माटी कला योजना

उत्तर प्रदेश सरकार की माटी कला योजना न केवल एक वित्तीय सहायता है, बल्कि यह एक सांस्कृतिक पुनर्जागरण और स्वरोज़गार का मिशन भी है. मिट्टी से जुड़ी कला को बचाने, बढ़ाने और आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक अहम कदम है यह योजना. अगर आपके पास हुनर है, तो यह समय है उसे एक व्यवसाय में बदलने का. 

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