Advertisement

भारत बना टेलीकॉम लीडर, चीन-जापान से पहले भारत करेगा 6G लॉन्च

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हालिया अमेरिका दौरे के दौरान, उन्होंने भारत की 5G मार्केट की उपलब्धियों पर जोर दिया। भारत ने 5G तकनीक को केवल दो सालों में तेजी से अपनाया है, जिससे यह मार्केट अमेरिका से भी बड़ी हो गई है। 1 अक्टूबर 2022 को भारत में 5G की शुरुआत हुई, और उसके तुरंत बाद इसे यूजर्स के लिए रोलआउट कर दिया गया। अब भारत 'Made in India' 6G नेटवर्क पर काम कर रहा है।

25 Sep, 2024
( Updated: 26 Sep, 2024
09:08 AM )
भारत बना टेलीकॉम लीडर, चीन-जापान से पहले भारत करेगा 6G लॉन्च
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हालिया अमेरिका दौरा भारतीय टेलीकॉम उद्योग के लिए एक बड़ा मील का पत्थर साबित हुआ। इस दौरे में पीएम मोदी ने भारत की 5G मार्केट की बड़ी उपलब्धियों और इसकी तेजी से बढ़ती गति पर जोर दिया। एक समय ऐसा था जब भारत तकनीकी दृष्टि से पीछे था, लेकिन अब यह विश्व की सबसे तेजी से विकसित हो रही 5G मार्केट के रूप में उभर रहा है।

पीएम मोदी ने अमेरिकी दौरे के दौरान यह घोषणा की कि भारत की 5G मार्केट, अमेरिका की 5G मार्केट से बड़ी है। यह सफलता दो सालों के भीतर हासिल की गई, जोकि अपने आप में एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। भारत ने 1 अक्टूबर 2022 को 5G तकनीक की शुरुआत की, और इसे एक हफ्ते के भीतर आम जनता के लिए उपलब्ध करा दिया गया। भारत में 5G तकनीक का आगमन सिर्फ एक नई तकनीकी सुविधा नहीं है, बल्कि यह देश के डिजिटल भविष्य का प्रतिबिंब है। 5G की एंट्री से पहले भारत 4G और 3G नेटवर्क पर निर्भर था, जो कि हाई-स्पीड इंटरनेट की तेजी से बढ़ती मांगों को पूरा करने में असमर्थ थे। लेकिन 5G की शुरुआत ने इंटरनेट की दुनिया को पूरी तरह से बदल दिया है।

भारत की 5G सफलता का एक बड़ा कारण है यहां पर स्थापित 4.5 लाख 5G बेस ट्रांसीवर स्टेशन (BTS), जो पूरे देश में व्यापक नेटवर्क कवर करता है। यह BTS नेटवर्क उन क्षेत्रों तक भी पहुंच चुका है, जहां पर इंटरनेट की पहुंच मुश्किल थी। यह सिर्फ एक तकनीकी उपलब्धि नहीं है, बल्कि यह भारत के डिजिटल समावेशन की दिशा में एक बड़ा कदम है। भारत में सस्ते 5G स्मार्टफोन्स की उपलब्धता ने इस नेटवर्क को और भी व्यापक बना दिया है। हाई-स्पीड इंटरनेट अब केवल शहरी क्षेत्रों तक सीमित नहीं है, बल्कि छोटे गांवों और कस्बों तक भी पहुंच चुका है। इससे न केवल छात्रों और पेशेवरों को मदद मिली है, बल्कि कृषि और स्वास्थ्य सेवाओं में भी डिजिटल सुविधाओं का उपयोग बढ़ा है।

भारत की 5G मार्केट की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यहां 5G नेटवर्क का उपयोग करने के लिए यूजर्स को अलग से कोई अतिरिक्त भुगतान नहीं करना पड़ता। यह अन्य देशों से एकदम अलग है, जहां पर फास्ट इंटरनेट की सुविधाओं का आनंद लेने के लिए उपभोक्ताओं को अतिरिक्त भुगतान करना होता है। यह कदम भारत को एक डिजिटल महाशक्ति के रूप में स्थापित करता है, क्योंकि यह देशवासियों को सस्ते और सुलभ इंटरनेट का उपयोग प्रदान करता है। इसी वजह से भारत में 5G का तेजी से प्रसार हुआ और यह मार्केट इतनी तेजी से विकसित हुई है।
'Made in India' 6G नेटवर्क की ओर कदम
भारत सिर्फ 5G पर नहीं रुक रहा, बल्कि अब देश 'Made in India' 6G नेटवर्क पर भी काम कर रहा है। बताया जा रहा है कि भारत में 6जी साल 2028 तक लॉन्च कर देगी। जबकि  चीन ने इसे 2029 और जापान ने 6जी को लॉन्च करने के लिए साल 2030 का टारगेट रखा है। ऐसे में टेलीकॉम और तकनीक के क्षेत्र यह पहल भारत को एक नया आयाम देगी। प्रधानमंत्री ने इसे भारत के डिजिटल विकास की नई दिशा बताया। 6G की तैयारी दर्शाती है कि भारत तकनीकी नवाचार में अग्रणी भूमिका निभाने के लिए तैयार है।

आने वाले समय में, भारत की इस डिजिटल क्रांति का प्रभाव न केवल देश में बल्कि वैश्विक स्तर पर भी देखा जाएगा।  5G मार्केट की सफलता और 'Made in India' 6G नेटवर्क की दिशा में उठाए गए कदम यह दर्शाते हैं कि भारत अब एक डिजिटल महाशक्ति बनने के रास्ते पर है।

Tags

Advertisement
Advertisement
इस्लामिक आतंकवाद से पीड़ित 92% लोग मुसलमान है, अब कट्टरपंथ खत्म हो रहा है!
Advertisement
Advertisement