Advertisement

महाराष्ट्र बना जीसीसी का वैश्विक हब, पवई में 1 अरब डॉलर का मेगा प्रोजेक्ट, 30 हजार से अधिक रोजगार

मुख्यमंत्री फडणवीस ने आगे कहा कि यह परियोजना महाराष्ट्र के निवेशक-अनुकूल वातावरण पर वैश्विक कंपनियों के बढ़ते विश्वास को रेखांकित करती है.

महाराष्ट्र की विविध प्रतिभा, मजबूत बुनियादी संरचना और व्यवसाय-अनुकूल वातावरण के कारण राज्य ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर (जीसीसी) के लिए तेजी से अग्रणी गंतव्य बन रहा है. इस वर्ष घोषित नई जीसीसी नीति राज्य में उच्च मूल्य के, कौशल-आधारित रोजगार सृजन को बढ़ावा देगी, यह बात मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शुक्रवार को कही.

महाराष्ट्र तेजी से बन रहा जीसीसी का वैश्विक हब

ब्रुकफील्ड कंपनी ने मुंबई के पवई में 6 एकड़ भूमि पर 20 लाख वर्गफुट के भव्य और लीज आधारित निर्मित प्रोजेक्ट की घोषणा की है. इसी परिसर में एक बहुराष्ट्रीय बैंक का एशिया का सबसे बड़ा ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर (जीसीसी) स्थापित किया जाएगा. यह अनुबंध 20 वर्षों के लिए किया गया है.

सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि इन विशाल प्रोजेक्ट्स से महाराष्ट्र की प्रगति को लेकर वैश्विक स्तर पर भरोसा और अधिक मजबूत हुआ है. अंतरराष्ट्रीय कंपनियों की भविष्य की आवश्यकताओं को पूरा करने के साथ-साथ राज्य सरकार एक स्थिर और सक्षम वातावरण प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है.

पवई में 1 अरब डॉलर का मेगा प्रोजेक्ट

यह प्रोजेक्ट 2029 तक पूर्ण होगा और इसमें 1 अरब डॉलर से अधिक निवेश होने की अपेक्षा है.साथ ही 30,000 से अधिक रोजगार भी उत्पन्न होंगे. परियोजना का संचालन मुंबई महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण (एमएमआरडीए) और ब्रुकफील्ड के संयुक्त नेतृत्व में, भागीदार बीएस शर्मा के सहयोग से किया जाएगा, ऐसा मुख्यमंत्री ने बताया.

मुख्यमंत्री फडणवीस ने आगे कहा कि यह परियोजना महाराष्ट्र के निवेशक-अनुकूल वातावरण पर वैश्विक कंपनियों के बढ़ते विश्वास को रेखांकित करती है. प्रोजेक्ट में 100 प्रतिशत हरित ऊर्जा का उपयोग किया जाएगा और भवन को सर्वोत्तम वैश्विक सतत निर्माण मानकों के अनुसार विकसित किया जाएगा. इससे मुंबई की स्थिति जीसीसी हब के रूप में और मजबूत होगी.

पुणे में किया ‘बिल्ड-टू-सूट’ टॉवर का निर्माण

ब्रुकफील्ड ने 2024 में पुणे में एक बड़ी वित्तीय सेवा कंपनी के लिए ‘बिल्ड-टू-सूट’ टॉवर का निर्माण किया था. इसी वर्ष कंपनी ने एमएमआरडीए के साथ 12 अरब डॉलर के निवेश का एमओयू भी किया. जून 2025 में ब्रुकफील्ड ने बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स में 2.1 एकड़ भूमि खरीदी है.

ब्रुकफील्ड के वरिष्ठ निवेश अधिकारी अंकुर गुप्ता ने कहा, “यह एक आइकॉनिक प्रोजेक्ट होगा जो एशिया में ऑफिस डेवलपमेंट के क्षेत्र में नया मानदंड स्थापित करेगा. मुंबई में हमारी कुल निवेश राशि अब 4 अरब डॉलर से अधिक हो गई है.उच्च गुणवत्ता वाले, टिकाऊ और आधुनिक कार्यस्थलों के निर्माण के लिए ब्रुकफील्ड प्रतिबद्ध है.”

 

ब्रुकफील्ड भारत के सबसे बड़े ऑफिस मालिकों और ऑपरेटरों में से एक है, जो देश के सात शहरों में लगभग 55 मिलियन वर्ग फुट क्षेत्र का प्रबंधन करता है. उच्च-गुणवत्ता वाले ग्रेड-ए प्रोजेक्ट्स के निर्माण और संचालन में कंपनी का निरंतर सिद्ध अनुभव है. पवई में प्रस्तावित इस प्रोजेक्ट को उत्कृष्ट कनेक्टिविटी, सामाजिक सुविधाओं और विशाल कुशल मानव संसाधन का लाभ मिलेगा.

Advertisement

यह भी पढ़ें

Advertisement

अधिक →