क्रिकेट जगत में शोक की लहर... 92 वर्षीय महान अंपायर डिकी बर्ड का निधन, सौरव गांगुली और द्रविड़ से जुड़ी हैं खास यादें
क्रिकेट जगत के महान अंपायर 92 वर्षीय डिकी बर्ड का निधन हो गया है. अपने निष्पक्ष और बेहतरीन अंपायरिंग के लिए क्रिकेट जगत में पहचान बनाने वाले बर्ड के निधन से शोक की लहर है.
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क्रिकेट जगत से एक दुखद खबर सामने आई है. अपने कई शानदार फैसलों और निष्पक्ष अंपायरिंग से क्रिकेट में बड़ा नाम कमाने वाले 92 वर्षीय महान अंपायर डिकी बर्ड का निधन हो गया है. उनके निधन पर कई क्रिकेटरों और बोर्डों ने शोक व्यक्त किया है. उनके नाम 3 वनडे वर्ल्ड कप फाइनल में अंपायरिंग करने की एक खास उपलब्धि दर्ज है. उन्होंने आखिरी बार साल 1996 में टेस्ट मुकाबले में अंपायरिंग की थी. कमाल की बात यह है कि जिस टेस्ट में उन्होंने आखिरी बार अंपायरिंग की, वह भारत के दो दिग्गज क्रिकेटरों का पहला टेस्ट मुकाबला था.
बर्ड के आखिरी टेस्ट में गांगुली और द्रविड़ ने किया था डेब्यू
साल 1996 में खेले गए एक टेस्ट में बर्ड ने आखिरी बार अंपायरिंग थी, भारत के लिए यह टेस्ट मुकाबला काफी खास था, क्योंकि उस दौरान देश के दो युवा चेहरों ने भारत के लिए टेस्ट में अपना डेब्यू किया था. याद दिला दें कि सौरव गांगुली और राहुल द्रविड़ ने अपने टेस्ट करियर की शुरुआत इसी टेस्ट से की थी.
काउंटी क्रिकेट क्लब यॉर्कशायर ने शोक व्यक्त किया
क्रिकेट जगत में अपनी अंपायरिंग से खास पहचान बनाने वाले डिकी बर्ड के निधन पर इंग्लैंड के यॉर्कशायर काउंटी क्रिकेट क्लब ने गहरा शोक व्यक्त किया है. क्लब ने बर्ड को न सिर्फ यॉर्कशायर क्रिकेट का प्रतीक बताया बल्कि क्रिकेट के इतिहास के सबसे बड़े किरदारों में से एक करार दिया.
It is with profound sadness that The Yorkshire County Cricket Club announces the passing of Harold Dennis “Dickie” Bird MBE OBE, one of cricket’s most beloved figures, who died peacefully at home at the age of 92.
— Yorkshire CCC (@YorkshireCCC) September 23, 2025
क्रिकेट के प्रति समर्पित रही बर्ड की जिंदगी
डिकी बर्ड का जन्म 19 अप्रैल 1933 को यॉर्कशायर के Barnsley में हुआ था. वह क्रिकेट के प्रति काफी जुनूनी थे. उनका पूरा जीवन क्रिकेट के प्रति समर्पित रहा. यही नहीं बर्ड एक प्रतिभाशाली बल्लेबाज भी थे और उन्होंने यॉर्कशायर और लेस्टरशायर के लिए फर्स्ट क्लास क्रिकेट भी खेले.
बतौर खिलाड़ी लंबा नहीं चला करियर
बर्ड ने अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत बतौर क्रिकेटर की थी, हालांकि, चोट की वजह से एक खिलाड़ी के तौर पर उनका करियर ज्यादा लंबा नहीं चला. यही वजह रहा कि उन्होंने अंपायरिंग को चुना और इसी भूमिका में वह क्रिकेट इतिहास में बड़ा नाम कर गए.
इंटरनेशनल क्रिकेट में नहीं मिला डेब्यू का मौका
डिकी बर्ड बतौर खिलाड़ी कोई इंटरनेशनल क्रिकेट मुकाबला नहीं खेल पाए. हालांकि, अंपायरिंग के तौर पर उन्होंने खूब नाम बनाया, वह दो क्लब की तरफ से बतौर क्रिकेटर मैदान पर उतरे. 10 इंच लंबे बर्ड ने अपने करियर में कुल 93 फर्स्ट क्लास क्रिकेट मुकाबला खेला. इनमें कुल 3,314 रन बनाए, जिनमें 2 शतक और 14 अर्धशतक शामिल है. उनका हाईएस्ट स्कोर 181 रन रहा.
कैसा रहा अंपायरिंग करियर?
बर्ड के अंपायरिंग करियर की बात करें, तो उन्होंने कुल 66 टेस्ट और 69 वनडे इंटरनेशनल मुकाबले के अलावा 7 महिला इंटरनेशनल मुकाबलों में भी अंपायरिंग की. उनकी जोड़ी डेविड शेफर्ड के साथ मैदान में काफी ज्यादा लोकप्रिय रही. एक तरीके से कहा जाए, तो डिकी के निधन से एक युग का अंत हो गया. इससे पहले शेफर्ड ने साल 2009 में इस दुनिया को अलविदा कहा था.
अंपायरिंग के बाद भी चर्चा में बने रहें
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डिकी बर्ड कई क्विज और चैट शोज में बतौर होस्ट नजर आए. वह स्पीकिंग टूर पर भी निकले, जहां उन्होंने अपने किस्सों के अनुभव को शेयर कर दर्शकों का खूब मनोरंजन किया. उन्होंने अपने जीवन पर कई किताबें भी लिखी. उनकी लिखी किताब 'My Autobiography' सबसे ज्यादा बिकने वाले स्पोर्ट्स बुक बनी. इसके बाद उनकी दूसरी किताब भी खूब चर्चाओं में रही और वह भी बेस्ट सेलर बुक बनी.
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