देवेंद्र फडणवीस सरकार पर जनता ने रखी अपनी राय, कैसे लाडकी बहीण योजना ने बदली ज़िंदगी, महिलाओं ने सरकार की योजना पर क्या कहा,10 में से फडणवीस सरकार को जनता ने कितने नंबर दिए ? विस्तार से सुनिए
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पोल22 Jul, 202506:13 PM10 में से फडणवीस सरकार को जनता ने कितने नंबर दिए ? सुनिए
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यूटीलिटी22 Jul, 202504:55 PMसिर्फ पीएम किसान योजना नहीं! इन सरकारी योजनाओं से भी बदल सकती है किसानों की किस्मत
आज का किसान सिर्फ खेत में मेहनत करने वाला नहीं, बल्कि एक स्मार्ट योजनाकार भी होना चाहिए. सरकार द्वारा दी जा रही योजनाएं अगर सही तरीके से अपनाई जाएं, तो किसान कम जोखिम में ज्यादा कमाई कर सकता है और अपने भविष्य को सुरक्षित बना सकता है.
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पॉडकास्ट22 Jul, 202512:24 PMDiljit Dosanjh से लेकर खालिस्तानियों तक… Modi के लिए सबसे भिड़ गया ‘जिंदा शहीद’ MS Bitta
राष्ट्रवादी नेता और ऑल इंडिया एंटी टेररिस्ट फ्रंट के अध्यक्ष मनिंदरजीत सिंह बिट्टा ने अपने बेबाक अंदाज में सिख कौम को बदनाम करने वालों पर जमकर निशाना साधा! इस विस्फोटक इंटरव्यू में, बिट्टा ने पंजाब में हो रही हिंसा, खालिस्तान समर्थकों, और पाकिस्तान के साथ कथित तौर पर जुड़े लोगों पर तीखा हमला बोला। उन्होंने दिलजीत दोसांझ के पाकिस्तान में फिल्म रिलीज करने पर सवाल उठाए और कहा, "मैं सरदार बाद में हूं, पहले हिंदुस्तानी!" जोशीमठ की घटना, फगवाड़ा, लुधियाना और पटियाला में हुई हिंसा का जिक्र करते हुए बिट्टा ने सिख धर्म की मर्यादा और देशभक्ति पर जोर दिया। गुरु गोविंद सिंह और गुरु तेग बहादुर की शहादत को याद करते हुए उन्होंने सिख कौम की असली पहचान को सामने रखा। यह इंटरव्यू हर भारतीय के लिए आंखें खोलने वाला है! क्या है सिख कौम की असलियत और क्यों हो रहा है इसे बदनाम करने का प्रयास? जानने के लिए देखें यह वीडियो!
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न्यूज22 Jul, 202511:20 AM'मैं समंदर हूं, लौटकर आऊंगा' वाला तेवर, हिंदुत्व-युवा राजनीति के नए पुरोधा... महाराष्ट्र की राजनीति के सबसे दमदार नेता बनने वाले देवेंद्र फडणवीस की कहानी
साल 2024 में देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भाजपा को 132 सीटों के साथ ऐतिहासिक जीत दिलाई, जिसने उन्हें फिर से मुख्यमंत्री पद के लिए स्वाभाविक पसंद बनाया.
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न्यूज22 Jul, 202509:16 AM'सैलरी में जबरदस्त इज़ाफ़ा, सपोर्ट स्टाफ को डिनर...', इसी दिन हो गया था उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के पद छोड़ने का आभास, कर ली थी अपने फेयरवेल की तैयारी!
अगस्त, 2022 में देश के उपराष्ट्रपति बने जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद उनके तीन साल के कार्यकाल का अंत हो गया है. उनके पद छोड़ने के बाद तमाम तरह की अटकलें लग रहे हैं. कहा जा रहा है कि उन पर न्यायालय से टकराव के कारण दबाव पड़ रहा था तो कोई स्वास्थ्य का हवाला दे रहा है. लेकिन उनकी इस पद से रुख़्सती से कई दिन पहले इस बात का एहसास हो गया था कि वो अब ज्यादा दिन इस पद पर नहीं रहेंगे और ये स्वयं धनखड़ को भी लग गया था इसलिए उन्होंने जाने से पहले कुछ काम ऐसा किया जिस फेयरवेल डिनर के तौर पर देखा गया.