दिल्ली का लाल किला न केवल भारत का एक भव्य स्मारक है, बल्कि शाहजहां के सपनों और सत्ता के गौरव का प्रतीक भी है। इस ब्लॉग में हमने लाल किले के निर्माण, उसके असली नाम 'किला-ए-मुबारक', सफेद से लाल रंग में बदलने की कहानी, उसकी अद्भुत वास्तुकला, और शाहजहां की छुपी हुई मंशा को विस्तार से समझाया है। साथ ही यह भी बताया गया है कि कैसे आज लाल किला भारतीय आजादी और गौरव का प्रतीक बन चुका है।
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स्पेशल्स29 Apr, 202512:25 AMलाल किला क्यों बनवाया था शाहजहां ने? जानिए अनसुनी कहानी
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दुनिया18 Apr, 202505:06 PMबांग्लादेश से पींगे बढ़ा रहा था पाकिस्तान, लेकिन यूनुस सरकार ने कर दी माफी की मांग, अब पीछा छुड़ाना हो रहा भारी
बांग्लादेश और पाकिस्तान के बीच विदेश सचिव स्तर की बैठक हुई, जिसमें बांग्लादेश ने कई पुराने और संवेदनशील मुद्दे उठाए. इस वार्ता में पाकिस्तान से मुक्ति संग्राम के दौरान के अत्याचार पर माफी और मुआवजे की मांग की गई.
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यूटीलिटी17 Apr, 202501:59 PMलोन की है सख़्त जरूरत, लेकिन क्रेडिट स्कोर ख़राब? तो अब ना लें टेंशन, इन तरीकों से बिना CBIL के मिलेगा इंस्टेंट लोन
आज के समय में वित्तीय जरूरतें अचानक सामने आ सकती हैं, और कई बार कम या खराब क्रेडिट स्कोर के कारण लोन लेना मुश्किल हो जाता है. लेकिन अच्छी खबर यह है कि आप क्रेडिट स्कोर के बिना भी इंस्टेंट लोन प्राप्त कर सकते हैं.
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यूटीलिटी16 Apr, 202502:37 PMभारत में पहली ट्रेन कब और कैसे चली? ट्रेन चलाने की मांग रखने वाला कौन है भारतीय रेलवे का पितामह?
लॉर्ड डलहौजी ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के गवर्नर जनरल थे और उनके समय में भारतीय रेलवे की नींव रखी गई थी। रेलवे भारतीय उपमहाद्वीप की सामाजिक और आर्थिक परिस्थितियों को बदलने में बहुत महत्वपूर्ण साबित हुई।
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स्पेशल्स16 Apr, 202507:54 AM400 यात्री, 3 इंजन और 21 तोपों की सलामी: जब भारत में पहली बार दौड़ी रेल
16 अप्रैल 1853 का दिन भारतीय इतिहास का एक ऐतिहासिक मोड़ था, जब देश की पहली पैसेंजर ट्रेन ने बोरीबंदर (अब मुंबई CST) से ठाणे तक अपनी पहली यात्रा की। 14 डिब्बों, 3 इंजन और 400 यात्रियों के साथ चली इस ट्रेन को 21 तोपों की सलामी दी गई थी। ये सिर्फ 33.8 किमी की यात्रा नहीं थी, बल्कि भारत में तकनीकी, सामाजिक और आर्थिक बदलावों की शुरुआत थी।