Kadak Baat : Modi और उनके चार मंत्री तोड़ेंगे सबसे बड़ा रिकॉर्ड, विपक्ष में मची खलबली
तीसरी बार सिंहासन पर बैठने के साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय राजनीति में एक नए अध्याय की शुरूआत कर दी है। और जल्द एक नया रिकॉर्ड तोड़ने वाले हैं।

PM Narendra Modi : तीसरी बार सिंहासन पर बैठने के साथ ही PM Narendra Modi ने भारतीय राजनीति में एक नए अध्याय की शुरूआत कर दी है। ऐसा अध्याय जिसने बड़ी बड़ी पार्टियों के होश उड़ाने की तैयारी कर ली हैं। दरअसल प्रधानमंत्री मोदी अगर अपना तीसरा कार्यकाल पूरा कर लेते हैं तो वाकई रायसीना हिल्स पर नई इबारत लिखी जाएगी। ये इतिहास ना सिर्फ बीजेपी के लिए खास होगा । बल्कि खुद प्रधानमंत्री मोदी के लिए ये बिलकुल अलग होगा । क्यों । क्योकि 2029 में लुटियंस की दिल्ली ना सिर्फ सबसे लंबे समय तक निर्वाचित प्रधानमंत्री का गवाह बनेगी । बल्कि CCS के मंत्रियों की भी साक्षी बनेगी । वो मंत्री जो 10 साल तक एक ही मंत्रालय का पदभार संभालने में कामयाब रहे ।वो मंत्री जिन्होने बखूबी तरीके से मंत्रालय में अपनी जिम्मेदारी निभाई । तो आगे कुछ बताएं पहले ये बताते हैं कि।
क्या होता है CCS ?
CCS में चार मंत्रालय आते हैं रक्षा, गृह, विदेश और वित्त मंत्रालय ।
रक्षा मंत्रालय दोबारा राजनाथ सिंह को दिया गया है।
गृह मंत्रालय दोबारा अमित शाह को दिया गया है।
विदेश मंत्रालय भी दोबारा एस जयशंकर को बनाया गया है।
वित्त मंत्रालय भी दोबारा निर्मला सीतारमण को ही बनाया गया है।
इन 4 मंत्रियों से मिलकर सुरक्षा मामलों पर मंत्रिमंडलीय समिति का गठन होता है।
इन मंत्रिमंडल के सदस्यों को शामिल कर उन्हें खास तरह के काम सौंपे जाते हैं।
राष्ट्रीय सुरक्षा के मामलों पर फैसला लेने वाली यह सबसे बड़ी कमेटी है।
ये कमेटी रक्षा संस्थानों में अधिकारियों की नियुक्तियों से लेकर रक्षा नीति, रक्षा खर्च और देश की सुरक्षा से जुड़े सभी मामलों पर फैसला लेती है।
यह कमेटी कानून-व्यवस्था और आंतरिक सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर फैसले लेती है।
तो ये बात तो आपने समझ ली की CCS क्या होगा ।अब ये भी समझिए कैसे CCS के चारों मंत्री और प्रधानमंत्री इतिहास रचने की और कदम बढ़ा रहे हैं । क्यों चारों मंत्रियों को कार्यकाल को एतिहासिक कहा जा रहा है ।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह
2014 में मोदी सरकार बनी तो राजनाथ सिंह को गृहमंत्री बनाया गया था।
2019 में उनका मंत्रालय बदलकर रक्षामंत्री बना दिया गया।
2024 में एक बार फिर राजनाथ सिंह क रक्षा मंत्रालय ही दिया गया।
भारतीय राजनीति में 70 साल की यात्रा में राजनाथ सिंह दूसरे ऐसे नेता है ।जिन्होंने लगातार दूसरी बार एक ही मंत्रालय का जिम्मा संभाला है ।इससे पहले दौर के पन्नों को अगर पलटे तों
एके एंटनी 2006 से 2014 तक लगातार 8 साल रक्षामंत्री रहे।
अब अगर राजनाथ सिंह 2029 तक अपना एक ही मंत्रालय में 10 साल का कार्यकाल पूरा कर लेते हैं ।तो वो ऐसा करने वाले पहले रक्षामंत्री बन जाएंगे ।इसके साथ ही दूसरा नाम आता है ।
अमित शाह, गृहमंत्री
अमित शाह को मोदी सरकार में दूसरी बार गृहमंत्री बनाया गया है ।
अगर अमित शाह दूसरी बार 5 साल का कार्यकाल पूरा कर लेते तो ये बात भी इतिहास बन जाएगी।
क्योंकि
साल 1951-52 पहले आम चुनाव में नेहरू कैबिनेट में कैलाश नाथ काटजू को गृहमंत्री बनाया गया था।
नाथ काटजू ने गृहमंत्री के तौर पर सिर्फ 4 साल कार्यभार संभाला।
1955 में उनकी जगह गोविंद बल्लभ पंत को गृहमंत्री बनाया, लेकिन उनका कार्यकाल भी कम रहा।
लाल कृष्ण आडवाणी 1998 से 2004 तक वाजपेयी सरकार में गृहमंत्री रहे।
तो ऐसे में अगर अमित शाह 10 साल इस मंत्रालय में पूरा कर लेते हैं ।तो वाकइ वो सबका रिकॉर्ड तोड़ सकते हैं ।तीसरे नंबर पर नाम आता है।
निर्मला सीतारमण, वित्त मंत्री
मोदी सरकार में 2017 में निर्मला सीतारमण को रक्षा मंत्री बनाया गया था ।
2019 में निर्मला सीतारमण को वित्त मंत्रालय दिया ।
निर्मला सीतारमण भी लगातार दूसरी बार वित्त मंत्री बनने वाली पहली नेता बन गई हैं।
देश के पहले वित्तमंत्री सीडी देखमुख ने 1956 में मंत्रीपद से इस्तीफा दे दिया था।
1991-96 तक मनमोहन सिंह वित्त मंत्री रहे।
अरुण जेटली 2014-19 तक दूसरे ऐसे नेता बने जिन्होने वित्त मंत्री के तौर पर अपना कार्यकाल पूरा किया।
और अब वित्त मंत्री की जिम्मेदारी निर्मला सीतारमण के पास है ।और अब वो वित्तमंत्री के तौर पर अपना दूसरा कार्यकाल पूरा कर लेती है तो एक अभूतपूर्व उपलब्धि होगी।
एस जयशंकर, विदेश मंत्री
एस जयशंकर को भी 2019 में विदेश मंत्री बनाया गया था।
एक बार फिर उन्हें विदेश मंत्री के तौर पर मोदी सरकार में जिम्मेदारी दी गई है।
अगर एस जयशंकर भी अपना 10 सालों का कार्यकाल पूरा कर लेते हैं तो भी मोदी सरकार के लिए बड़ी उपलब्धी होगी ।यानी की ना सिर्फ इतिहास बनेगा ।बल्कि मोदी सरकार कुछ खास करने में कामयाब साबित होगी।