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चीन-पाकिस्तान को मिनटों में करेगा तबाह! भारतीय सेना में शामिल हुआ MACH-5, जानिए कितना ताकतवर है यह खतरनाक मिसाइल?

भारत अपनी युद्धक स्थिति को और भी ज्यादा मजबूत करने में लगा हुआ है. इसी कड़ी में एक और खतरनाक हथियार की दस्तक ने दुश्मनों की टेंशन बढ़ा दी. इस विमान का नाम MACH-5 है.

भारतीय वायु सेना ने अपनी ताकत में एक और बड़ा इजाफा किया है. इस ताकत के साथ भारत ने अपने दुश्मन मुल्क पाकिस्तान और चीन की टेंशन बढ़ा दी है. बता दें कि यूरोप का सबसे महत्वाकांक्षी रक्षा प्रोजेक्ट SCAF/FCAS (फ्यूचर कॉम्बैट एयर सिस्टम) अब भारत के द्वार पहुंच चुका है. इस खतरनाक एयर सिस्टम को फ्रांस, जर्मनी और स्पेन ने संयुक्त रूप से विकसित किया है. 

भारत के दुश्मनों की बढ़ी टेंशन

भारत अपनी युद्धक स्थिति को और भी ज्यादा मजबूत करने में लगा हुआ है. इसी कड़ी में एक और खतरनाक हथियार की दस्तक ने दुश्मनों की टेंशन बढ़ा दी. भारत इस प्रोजेक्ट में 'सहभागी देश' के रूप में शामिल होता है, तो यह पाकिस्तान सहित पूरे क्षेत्र के लिए एक बड़ी रणनीतिक चुनौती बन जाएगा.  

क्या है 'सिस्टम ऑफ सिस्टम्स'? 

बता दें कि 'सिस्टम ऑफ सिस्टम्स' केवल एक फाइटर जेट नहीं, बल्कि एक 'सिस्टम ऑफ सिस्टम्स' होगा. इसमें नया लड़ाकू विमान (न्यू जेनरेशन फाइटर - NGF ) के साथ-साथ मानवरहित ड्रोन (रिमोट कैरियर्स) भी होंगे, इसमें सभी कॉम्बैट क्लाउड के माध्यम से रियल-टाइम में जुड़ेंगे और सूचनाओं का आदान-प्रदान करेंगे. आसमान में यह योद्धा अकेले उड़ान नहीं भरेगा, बल्कि पूरी सेना के साथ उड़ान भरने की क्षमता रखता है. 

Mach-5 की पावर और गति

SCAF/FCAS छठी पीढ़ी का खतरनाक लड़ाकू विमान माना जा रहा है, जो मौजूदा पांचवीं पीढ़ी के विमानों (जैसे F-35) से कहीं अधिक खतरनाक होगा. रक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि यह विमान हाइपरसोनिक गति- मैक 5 या उससे अधिक तक पहुंच सकता है. इसमें स्टील्थ तकनीक होगी, जो दुश्मन के रडार से अदृश्य बना देगी. 

भारत के लिए बड़ा मौका

भारत और फ्रांस के बीच रक्षा समझौते हमेशा से मजबूत रहे हैं. ऐसे में इस विमान के आने से ऐसी संभावना है कि भारत को इस प्रोजेक्ट में पर्यवेक्षक देश के रूप में दर्जा मिल सकता है, अगर ऐसा होता है, तो भारत को इस विमान की तकनीक और विकास प्रक्रिया की गहन जानकारी प्राप्त होगी. इससे भारत का AMCA ( एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट) प्रोजेक्ट और सशक्त होगा. भारत आत्मनिर्भर होकर 'मेक इन इंडिया' के माध्यम से अपने विमान अभियानों को एक नई उड़ान देगी. इससे भारतीय रक्षा कंपनियों को यूरोप की सप्लाई चेन से जोड़ने का एक बेहतरीन मौका मिल सकता है. 

पाकिस्तान और चीन के लिए बड़ा खतरा
 
इस विमान के भारत आने पर दुश्मन मुल्क पाकिस्तान और चीन के लिए खतरा बढ़ जाएगा. किसी भी युद्ध की स्थिति में यह दुश्मनों के लिए बड़ा खतरा बन जाएगा. वर्तमान में पाकिस्तान चीन और अमेरिका के पुराने विमानों पर निर्भर है. वहीं भारत के पास राफेल और सुखोई जैसे आधुनिक विमान हैं. पाकिस्तान के पास  मौजूद एयर डिफेंस सिस्टम इस जेट की AI और ड्रोन तकनीक का मुकाबला नहीं कर सकती. 

भारत 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद लगातार अपनी सेना को और भी मजबूत करने में लगा हुआ है. हर दो-चार महीने में किसी न किसी देश से हथियार खरीदने की खबर सामने आ रही है. भारतीय सेना की लगातार बढ़ रही ताकत ने दुश्मनों की नींद उड़ा रखी है. 

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