पीएम मोदी ने दलाई लामा को दी जन्मदिन की बधाई तो बिलबिलाया चीन, भारत के रुख से बार-बार लग रही मिर्ची... जानें क्या कहा
पीएम मोदी द्वारा तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा को उनके जन्मदिन पर बधाई संदेश देने पर चीन को बड़ी मिर्ची लगी है. चीनी विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि 'भारत को तिब्बत से जुड़ी संवेदनशीलता को पूरी तरह से समझना चाहिए. अलगाववादी प्रकृति को पहचानना चाहिए.'
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तिब्बती धर्म गुरु दलाई लामा हाल ही में 90वें वर्ष में प्रवेश कर गए. इस खास मौके पर उन्हें देश और दुनिया भर से लोगों ने बधाई संदेश भेजा. इस बीच देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उन्हें एक पोस्ट के जरिए शुभकामनाएं दी, लेकिन पीएम मोदी का दलाई लामा को बधाई देना खल गया. ड्रैगन देश ने भारत के प्रति इसको लेकर आपत्ति जताई है. देखा जाए, तो पिछले एक हफ्ते के अंदर ऐसा दूसरी बार हुआ है. जब चीन को दलाई लामा के मामले में भारत की दखलंदाजी से मिर्ची लगी है. चीन के विदेश मंत्रालय की तरफ से एक बयान जारी कर इस मुद्दे पर विरोध जताया गया है. जानकारी के लिए बता दें कि साल 1959 से तिब्बती धर्मगुरु भारत में निर्वासित तौर पर धर्मशाला के मैक्लोडगंज में रह रहे हैं.
जन्मदिन की बधाई देने पर तिलमिला उठा चीन
पीएम मोदी द्वारा दलाई लामा को जन्मदिन की बधाई देने पर चीन को मिर्ची लगी है. इसको लेकर चीनी विदेश मंत्रालय ने सोमवार को एक बयान जारी कर भारत के समक्ष अपना विरोध बताया है. चीनी विदेश मंत्रालय की तरफ से कहा गया है कि 'भारत को तिब्बत से जुड़ी संवेदनशीलता को पूरी तरह से समझना चाहिए. अलगाववादी प्रकृति को पहचानना चाहिए. तिब्बत से संबंधित मुद्दों पर चीन से की गई प्रतिबद्धताओं का सम्मान करना चाहिए और विवेकपूर्ण तरीके से इस पर काम करना चाहिए. भारत का इन मुद्दों का इस्तेमाल कर चीन के घरेलू मामलों में हस्तक्षेप करने से बचना चाहिए.'
पीएम मोदी ने जन्मदिन संदेश में क्या कहा?
प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को तिब्बत के 14वें दलाई लामा के 90वें जन्मदिन पर सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए बधाई संदेश में लिखा कि 'मैं 1.4 अरब भारतीयों के साथ परमपावन दलाई लामा को उनके 90वें जन्मदिन पर हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं. वो प्रेम, करुणा, धैर्य और नैतिक अनुशासन के स्थायी प्रतीक रहे हैं.' इस पोस्ट के अलावा पीएम मोदी ने तिब्बती धर्म गुरु के स्वस्थ जीवन की प्रार्थना की.
दलाई लामा एक राजनीतिक निर्वासित इंसान है - चीन
चीन ने प्रधानमंत्री मोदी के बधाई संदेश के अलावा एक और मुद्दे पर अपना विरोध और गुस्सा जाहिर किया. उसने दलाई लामा को लेकर कहा कि '14वें दलाई लामा एक राजनीतिक निर्वासित इंसान हैं, वह चीन विरोधी अलगाववादी गतिविधियों में काफी लंबे समय से शामिल रहे हैं. उन्होंने धर्म की आड़ में तिब्बत को चीन से भी अलग करने काफी कोशिश की है. बता दें कि पिछले एक हफ्ते के अंदर ऐसा दूसरी बार हुआ है कि जब चीन को दलाई लामा मामले में भारत की दखलंदाजी से मिर्ची लगी है.
केंद्रीय मंत्री के बयान पर भड़का था चीन
प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन की बधाई देने से बौखलाए चीन ने इससे पहले केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू के बयान पर कड़ी आपत्ति जताई थी. चीन ने भारत को कहा था कि वह उससे संबंधित मुद्दों पर सावधानी से काम करें, ताकि विपक्षीय संबंधों में हो रहे सुधार पर इसका किसी भी तरह का कोई प्रभाव न पड़े.
क्या कहा था केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने ?
बता दें कि तिब्बती धर्म गुरु के उत्तराधिकारी चयन मामले को लेकर चल रहे विवाद के बीच में केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा था कि 'दलाई लामा मामले पर किसी को भी भ्रम फैलाने की कोई जरूरत नहीं है, दुनिया भर में बौद्ध धर्म में आस्था रखने वाले और दलाई लामा को मानने वाले सभी लोग यह चाहते हैं कि वह अपने उत्तराधिकारी का फैसला खुद से करें. इसमें मुझे या सरकार को कुछ भी कहने की जरूरत नहीं है. अगला दलाई लामा कौन होगा? इसका फैसला वह खुद से करेंगे, वहीं इस मामले पर चीन के बयान पर उनसे प्रतिक्रिया मांगी गई, तो उनका कहना था कि मैं चीन के बयान पर कुछ भी नहीं कहना चाहता. मैं एक श्रद्धालु के तौर पर बोल रहा हूं. मेरा दलाई लामा के प्रति आस्था है.'
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