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सुप्रिया सुले ने ईवीएम को लेकर उठ रहे सवालों पर दी प्रतिक्रिया, कहा-बिना सबूत के आरोप लगाना गलत

महाराष्ट्र चुनाव में महाविकास अघाड़ी में शामिल शिवसेना यूबीटी, शरद पवार की एनसीपी और कांग्रेस के नेताओं की तरफ़ से ईवीएम पर लगातार सवाल उठाए जा रहे थे। इस बीच अब एनसीपी (शरद पवार गुट) की नेता और सांसद सुप्रिया सुले ने 'ठोस सबूतों' की बात की है।

26 Dec, 2024
( Updated: 26 Dec, 2024
12:02 PM )
सुप्रिया सुले ने ईवीएम को लेकर उठ रहे सवालों पर दी प्रतिक्रिया, कहा-बिना सबूत के आरोप लगाना गलत
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के दौरान महाविकास अघाड़ी की तरफ़ से लगतर इस बात का दावा किया जा रहा था कि राज्य की जनता बदलाव के मूड में है, इस चुनाव में महायुति की हार होगी लेकिन जब नतीजे सामने आए तो महाविकास अघाड़ी के हाथ निराशा लगी। इसके बाद से महाविकास अघाड़ी में शामिल शिवसेना यूबीटी, शरद पवार की एनसीपी और कांग्रेस के नेताओं की तरफ़ से ईवीएम पर लगातार सवाल उठाए जा रहे थे। इस बीच अब एनसीपी (शरद पवार गुट) की नेता और सांसद सुप्रिया सुले ने 'ठोस सबूतों' की बात की है।
 

ठोस सबूत के बिना आरोप लगाना ग़लत 

ईवीएम को लेकर लगतर चल रही बयानबाज़ी के बीच सुप्रिया सुले का बड़ा बयान सामने आया है।उन्होंने ईवीएम पर लगाए गए आरोपों को नकारते हुए कहा कि जब तक इसके खिलाफ छेड़छाड़ के ठोस सबूत नहीं मिलते, तब तक ईवीएम को दोष देना गलत है। ईवीएम के खिलाफ कोई भी आरोप तभी उचित हो सकते हैं जब उसके बारे में ठोस और विश्वसनीय प्रमाण उपलब्ध हों। मैं खुद ईवीएम से चार बार चुनाव जीत चुकी हूं।सुप्रिया सुले ने आगे कहा कि ओडिशा के बीजू जनता दल (बीजेडी) और आम आदमी पार्टी (आप) जैसे कुछ राजनीतिक दलों ने ईवीएम में छेड़छाड़ के आरोपों को साबित करने के लिए डेटा होने का दावा किया है। उन्होंने कहा कि बीजेडी के नेता अमर पटनायक ने मंगलवार को उन्हें एक पत्र लिखा था, जिसमें ईवीएम के इस्तेमाल के खिलाफ कुछ डेटा साझा किया गया था। हालांकि इस डेटा के बारे में पत्र में विस्तार से जानकारी नहीं दी गई थी।


जवाब देने के लिए चर्चा करना ज़रूरी 

सुप्रिया सुले ने यह भी कहा कि आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने लोकसभा और विधानसभा चुनावों के बीच बड़ी संख्या में मतदाताओं के नाम हटाने और जोड़ने पर आपत्ति जताई है। केजरीवाल का यह आरोप था कि वोटर लिस्ट में नामों को बिना उचित कारण के हटाया और जोड़ा जा रहा है, जिससे चुनाव की निष्पक्षता पर सवाल उठते हैं। मैं यहीं कह सकती हूं कि कुल मिलाकर माहौल परेशान करने वाला है। चाहे कोई तकनीकी समस्या हो या मतदाता सूची से जुड़ी कोई बात हो, इन बातों का जवाब बिना चर्चा के नहीं दिया जा सकता है। शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने चुनाव आयोग पर टिप्पणी करते हुए कहा कि ईसीआई को खुद साबित करना चाहिए कि वो चोर नहीं हैं। हमें यह साबित करने की जरूरत नहीं है कि आप चोर हैं। यह आपकी जिम्मेदारी है। महाराष्ट्र की जनता बीजेपी के खिलाफ है और उनकी चोरी हर गांव और शहर में उजागर हो चुकी है। जनता की अदालत में बीजेपी का पर्दाफाश हो चुका है।

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