बिहार विधानसभा में 'बाप' पर बवाल, सम्राट चौधरी और तेजस्वी यादव में जुबानी जंग, सदन में हाथापाई तक आई नौबत
बिहार विधानसभा में गुरुवार को फिर जबरदस्त हंगामा हुआ. डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने तेजस्वी यादव के पिता लालू यादव को लेकर विवादित टिप्पणी कर दी, जिस पर राजद और महागठबंधन के विधायक आगबबूला हो गए. देखते ही देखते राजद और बीजेपी विधायकों के बीच हाथापाई की नौबत आ गई. हालात बिगड़ते देख मार्शल्स को बीच में आना पड़ा.
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बिहार विधानसभा में गुरुवार को फिर जबरदस्त हंगामा हुआ. डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने तेजस्वी यादव के पिता लालू यादव को लेकर विवादित टिप्पणी कर दी, जिस पर राजद और महागठबंधन के विधायक आगबबूला हो गए. देखते ही देखते राजद और बीजेपी विधायकों के बीच हाथापाई की नौबत आ गई. हालात बिगड़ते देख मार्शल्स को बीच में आना पड़ा.
बिहार विधानसभा का मानसून सत्र इस बार सियासी गरमाहट का केंद्र बन गया है. गुरुवार को सत्र के चौथे दिन ऐसा विवाद हुआ, जिसने राजनीतिक मर्यादा और बहस के स्तर दोनों को कटघरे में खड़ा कर दिया. कहा जा रहा है कि सदन में कार्यवाही के दौरान डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर ऐसी टिप्पणी कर दी जो सीधे उनके पिता और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को लेकर थी. इसके बाद सदन का माहौल इतना बिगड़ गया कि भाजपा और राजद विधायकों के बीच हाथापाई तक की नौबत आ गई. स्थिति को संभालने के लिए मार्शल्स को हस्तक्षेप करना पड़ा.
नीति आयोग की बैठक पर मचा बवाल
तेजस्वी ने पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनकी सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि नीति आयोग की बैठक में देशभर के मुख्यमंत्री पहुंचे लेकिन बिहार के मुख्यमंत्री नदारद रहे. इन्वेस्टर मीट होती है लेकिन वहां भी मुख्यमंत्री नहीं जाते. नीतीश कुमार को पूरी तरह हाईजैक कर लिया गया है, उनके पास स्वतंत्र निर्णय लेने की ताकत नहीं रह गई है. बिहार हर क्षेत्र में पिछड़ता जा रहा है. उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था का हाल बदतर है, सरकार के पास न विजन है और न ही कोई रोडमैप.
तेजस्वी ने आगे कहा कि 2020 में हमने 10 लाख सरकारी नौकरियों का वादा किया था तो नीतीश जी ने तंज कसते हुए कहा था कि क्या अपने बाप के पास से पैसा लाएगा. इसी बात को दोहराते हुए तेजस्वी ने फिर नीतीश सरकार पर हमला बोला.
सम्राट चौधरी की टिप्पणी पर बढ़ी तनातनी
इस पर सम्राट चौधरी ने कड़ा पलटवार करते हुए कहा कि जिसका बाप अपराधी हो, वह क्या नैतिकता की बात करेगा और जो लुटेरा हो, वह विकास की बात करेगा. यह सुनते ही राजद विधायकों ने जोरदार विरोध जताया और सत्ता पक्ष की ओर से भी जवाबी नारेबाजी शुरू हो गई. देखते ही देखते दोनों पक्षों में तनातनी इस कदर बढ़ गई कि मार्शल्स को हस्तक्षेप करना पड़ा.
तेजस्वी ने किसे कहा बंदर?
इसी दौरान मंत्री अशोक चौधरी ने तेजस्वी की बातों का जवाब देना चाहा. जब वे बोलने के लिए खड़े हुए तो तेजस्वी ने उन्हें रोकते हुए कहा कि बैठ जाइए. इसके जवाब में तेजस्वी ने गुस्से में कहा कि काहे बंदर की तरह कूदने लगते हैं. इस बयान से सत्ता पक्ष और अधिक भड़क गया और सदन का माहौल पूरी तरह तनावपूर्ण हो गया.
बिहार SIR पर भी रार
इससे पहले बुधवार को भी तेजस्वी यादव और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बीच तीखी बहस हो चुकी थी. तेजस्वी ने SIR प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए कहा था कि सरकार पारदर्शिता से काम नहीं कर रही. इस पर नीतीश कुमार ने पलटवार करते हुए कहा कि जब तुम्हारी उम्र कम थी तब तुम्हारे पिता सात साल मंत्री थे, फिर तुम्हारी माता जी मंत्री बनीं. उस समय बिहार की क्या स्थिति थी, सबको याद है. बीते बीस साल में हमने जो किया वह सबके सामने है.
इस पूरे घटनाक्रम ने बिहार विधानसभा में राजनीतिक गरमाहट को और तेज कर दिया है. आने वाले दिनों में यह टकराव और गहराने की संभावना जताई जा रही है. विश्लेषकों के अनुसार भाजपा और जदयू के बीच अंदरूनी समीकरणों के बीच राजद अपनी जमीन मजबूत करने की कोशिश कर रहा है और सम्राट चौधरी जैसे आक्रामक नेता भाजपा की रणनीति में केंद्र में हैं.
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