पीएम मोदी ने फ्रांस के राष्ट्रपति से फोन पर की बातचीत, मैक्रों ने भारत आने का निमंत्रण स्वीकार किया
पीएम मोदी ने शनिवार को फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से फोन पर बातचीत की. इस दौरान दोनों नेताओं के बीच यूक्रेन में संघर्ष विराम को लेकर भी चर्चा हुई. इसके अलावा दोनों ने भारत और फ्रांस के द्विपक्षीय सहयोग में प्रगति की समीक्षा की. वहीं पीएम मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति ने अपने-अपने आधिकारिक 'X' अकाउंट पर इस बातचीत से जुड़ी पोस्ट शेयर की है.
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शनिवार 6 सितंबर को पीएम मोदी ने शनिवार को फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से फोन पर बातचीत की. इस दौरान दोनों नेताओं के बीच यूक्रेन में संघर्ष विराम को लेकर भी चर्चा हुई. इसके अलावा भारत और फ्रांस के द्विपक्षीय सहयोग में प्रगति की समीक्षा की. वहीं पीएम मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति ने अपने-अपने आधिकारिक 'X' अकाउंट पर इस बातचीत से जुड़ी पोस्ट शेयर की है. इस दौरान पीएम मोदी ने फरवरी 2026 में भारत द्वारा आयोजित 'एआई इम्पैक्ट शिखर सम्मेलन' के लिए फ्रांस के राष्ट्रपति को निमंत्रण भी दिया, जिसे मैक्रों ने स्वीकार कर लिया. उसके बाद पीएम मोदी ने निमंत्रण को स्वीकार करने पर उनका धन्यवाद व्यक्त किया.
पीएम मोदी ने फ्रांस के राष्ट्रपति से फोन पर की बातचीत
पीएम मोदी ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' की पोस्ट में लिखा कि "राष्ट्रपति मैक्रों के साथ बहुत अच्छी बातचीत हुई. हमने विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग में हुई प्रगति की समीक्षा और सकारात्मक मूल्यांकन किया. यूक्रेन में संघर्ष को शीघ्र समाप्त करने के प्रयासों सहित अंतर्राष्ट्रीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया. भारत-फ्रांस रणनीतिक साझेदारी वैश्विक शांति और स्थिरता को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती रहेगी."
राष्ट्रपति मैक्रों ने भी शेयर किया पोस्ट
वहीं फ्रांस के राष्ट्रपति ने सोशल मीडिया X पर एक पोस्ट शेयर करते हुए कहा कि 'उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत की और उन्हें पेरिस में राष्ट्रपति जेलेंस्की और सहयोगी देशों के साथ हुई बैठक के नतीजों से अवगत कराया. मैक्रों ने बताया कि भारत और फ्रांस यूक्रेन में न्यायसंगत और स्थायी शांति स्थापित करने के लिए समान प्रतिबद्धता साझा करते हैं. उन्होंने जोर दिया कि दोनों देश अपनी दोस्ती और रणनीतिक साझेदारी के आधार पर आगे भी साथ मिलकर शांति की दिशा में काम करते रहेंगे.'
'भारत और फ्रांस के संबंध सिर्फ राजनीतिक नहीं'
भारत और फ्रांस के बीच हुई बातचीत से यह साफ है कि दोनों देशों के बीच संबंध सिर्फ राजनीतिक नहीं, बल्कि आर्थिक, रक्षा और सांस्कृतिक क्षेत्रों में भी गहरे हैं. दोनों देश पिछले कुछ वर्षों से कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं पर काम कर रहे हैं, जिनमें रक्षा उत्पादन, अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी और नवीकरणीय ऊर्जा शामिल है. इस बातचीत ने इन परियोजनाओं की स्थिति को और भी मजबूत किया है.
'यूक्रेन-रूस युद्ध को समाप्त करने में भारत की भूमिका अहम'
यह बातचीत यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन द्वारा पीएम मोदी से बातचीत के दो दिन बाद हुई है, जिसमें उन्होंने इस बात पर जोर दिया था कि यूक्रेन में रूस के युद्ध को समाप्त करने और शांति की राह बनाने के लिए भारत की भूमिका महत्वपूर्ण है.
मैक्रों ने भारत आने का निमंत्रण स्वीकार किया
मोदी-मैक्रों वार्ता पर भारत की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों ने फरवरी 2026 में 'एआई इम्पैक्ट शिखर सम्मेलन' में भाग लेने के लिए भारत आने का निमंत्रण स्वीकार कर लिया है. फरवरी 2026 में भारत द्वारा आयोजित 'एआई इम्पैक्ट शिखर सम्मेलन' के निमंत्रण को स्वीकार करने के लिए पीएम मोदी ने मैक्रों को धन्यवाद दिया और कहा कि वो फ्रांसीसी राष्ट्रपति का स्वागत करने के लिए उत्सुक हैं.
पीएम मोदी रूस और यूक्रेन के राष्ट्रपति के संपर्क में
बता दें कि पीएम मोदी रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेनी राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की के संपर्क में हैं. उन्होंने द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से यूरोप में सबसे घातक युद्ध को समाप्त करने के लिए बार-बार बातचीत और कूटनीति का आह्वान किया है. इससे पूर्व तियानजिन में आयोजित SCO शिखर सम्मेलन में पुतिन से मिलने गए पीएम मोदी ने जेलेंस्की से यूक्रेन में युद्ध और शांति की संभावनाओं पर बात की थी.
इस बातचीत के बाद जेलेंस्की ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया कि भारत शिखर सम्मेलन के दौरान "रूस और अन्य नेताओं को उचित संकेत" देने के लिए तैयार है. वहीं 11 अगस्त को भी पीएम मोदी और जेलेंस्की के बीच बातचीत हुई थी.
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