25 हजार से ज्यादा जवान, AI कैमरे और ड्रोन! CM के शपथ ग्रहण पर दिल्ली में अलर्ट
दिल्ली में नए मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण से पहले राजधानी को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। सुरक्षा को देखते हुए 25,000 से ज्यादा पुलिसकर्मी और अर्धसैनिक बल तैनात किए गए हैं। रामलीला मैदान के आसपास सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई बड़े नेता शामिल होंगे।
20 Feb 2025
(
Updated:
10 Dec 2025
09:59 AM
)
Follow Us:
दिल्ली की राजनीति में 26 साल बाद एक बड़ा बदलाव आया है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने आम आदमी पार्टी (AAP) को हराकर राजधानी में सत्ता की वापसी की है। इस ऐतिहासिक जीत के बाद, 22 फरवरी 2025 को दिल्ली के रामलीला मैदान में नए मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया जाएगा। यह आयोजन न केवल राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है, बल्कि सुरक्षा के दृष्टिकोण से भी अत्यंत संवेदनशील माना जा रहा है। ऐसे में, दिल्ली पुलिस और अर्धसैनिक बलों ने सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद करने के लिए विशेष तैयारियां की हैं। सुरक्षा एजेंसियों ने राजधानी को छावनी में तब्दील करने की योजना बनाई है ताकि कोई भी अप्रिय घटना न हो।
रामलीला मैदान में सुरक्षा के कड़े इंतजाम
शपथ ग्रहण समारोह के दौरान 25,000 से अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाएंगे। इसके अलावा, 15 से अधिक अर्धसैनिक बलों की कंपनियां भी तैनात की जाएंगी ताकि कार्यक्रम को सुरक्षित तरीके से संपन्न किया जा सके। दिल्ली पुलिस के विशेष पुलिस आयुक्त (कानून व्यवस्था) रविंद्र यादव ने बताया कि, "हमारी सुरक्षा योजना मजबूत और बहुस्तरीय होगी। समारोह के दौरान किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को रोकने के लिए विशेष रणनीति बनाई गई है।"
दिल्ली में आगामी शपथ ग्रहण समारोह के मद्देनजर सुरक्षा और यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ किया गया है। इस अवसर पर 5,000 से अधिक पुलिसकर्मी और अर्धसैनिक बल तैनात होंगे, साथ ही कई इलाकों में त्वरित प्रतिक्रिया दल (QRT), पीसीआर वैन और SWAT टीमें मुस्तैद रहेंगी। स्नाइपर कमांडो ऊंची इमारतों से निगरानी करेंगे, जबकि पूरे क्षेत्र में AI-आधारित फेस रिकग्निशन CCTV कैमरे लगाए गए हैं। भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा को मजबूत करने के लिए ड्रोन से भी नजर रखी जाएगी। इसके अलावा रेलवे यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे नई दिल्ली रेलवे स्टेशन जाने के लिए पहाड़गंज की ओर से यात्रा करें और अजमेरी गेट की ओर जाने से बचें ताकि यातायात की स्थिति खराब न हो।
शपथ ग्रहण समारोह के दौरान, दिल्लीवासियों को ट्रैफिक जाम और रूट डायवर्जन का सामना करना पड़ सकता है। सुबह 7 बजे से शाम 4 बजे तक कई मार्गों पर यातायात प्रतिबंधित रहेगा। विशेष रूप से, निम्नलिखित मार्ग बंद रहेंगे।
बहादुर शाह जफर मार्ग (ITO से दिल्ली गेट तक)
जेएलएन मार्ग (दिल्ली गेट से गुरु नानक चौक तक)
अरुणा आसिफ अली रोड
मिंटो रोड
कमला मार्केट से हमदर्द चौक
रणजीत सिंह फ्लाईओवर से तुर्कमान गेट
अजमेरी गेट से कमला मार्केट
आपको बता दें कि इस भव्य आयोजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जे. पी. नड्डा, विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री सहित कई गणमान्य हस्तियों के शामिल होने की संभावना है। रामलीला मैदान को विशेष रूप से सजाया गया है, और मंच की व्यवस्था को लेकर विशेष ध्यान दिया गया है। आयोजन स्थल पर सुरक्षा और तकनीकी व्यवस्थाओं का बारीकी से निरीक्षण किया जा रहा है। दिल्ली की राजनीति में यह 26 साल बाद हुआ सबसे बड़ा बदलाव है। 1998 से 2025 तक, राजधानी की सत्ता या तो कांग्रेस के पास थी या आम आदमी पार्टी के पास। इस बार, भाजपा ने मजबूत रणनीति और संगठनात्मक ताकत के बल पर जीत हासिल की है। यह जीत उन लाखों कार्यकर्ताओं की भी है जो पिछले कई सालों से पार्टी की सत्ता में वापसी का सपना देख रहे थे।
क्या कहती है दिल्ली की जनता?
दिल्ली के राजनीतिक परिदृश्य में यह बदलाव दर्शाता है कि जनता अब नए नेतृत्व को मौका देना चाहती है। शपथ ग्रहण समारोह को लेकर दिल्ली की जनता में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है। सोशल मीडिया पर भी लोग बीजेपी की इस जीत को ऐतिहासिक बता रहे हैं। एक स्थानीय नागरिक ने कहा,"दिल्ली को अब एक नई सरकार मिली है। हम उम्मीद करते हैं कि नई सरकार हमारे मुद्दों को हल करेगी और दिल्ली को और बेहतर बनाएगी।" वहीं, एक बीजेपी समर्थक का कहना था, "26 साल बाद बीजेपी को दिल्ली की सत्ता में देखना गर्व की बात है। अब दिल्ली को विकास की नई ऊंचाइयों पर ले जाने का समय आ गया है।"
अब जब दिल्ली में बीजेपी की सरकार बनने जा रही है, तो यह देखना दिलचस्प होगा कि नई सरकार किन वादों को पूरा करती है। जनता को अब नई नीतियों, योजनाओं और विकास कार्यों का इंतजार है। BJP सरकार की अग्निपरीक्षा अब शुरू हो चुकी है। आने वाले दिनों में नई मुख्यमंत्री की प्राथमिकताएं क्या होंगी, यह देखना दिलचस्प होगा। क्या दिल्ली की समस्याएं हल होंगी? क्या यातायात, प्रदूषण और पानी की समस्या से निजात मिलेगी? इन सभी सवालों के जवाब आने वाले महीनों में मिलेंगे।
दिल्ली में 22 फरवरी 2025 को होने वाला शपथ ग्रहण समारोह सिर्फ एक राजनीतिक घटना नहीं, बल्कि एक नए युग की शुरुआत है। राजधानी में BJP सरकार की वापसी ने नया इतिहास रच दिया है। रामलीला मैदान में होने वाले इस आयोजन में जहां एक ओर देशभर के नेताओं का जमावड़ा लगेगा, वहीं दूसरी ओर जनता की उम्मीदें भी नई सरकार से जुड़ चुकी हैं।
टिप्पणियाँ 0
कृपया Google से लॉग इन करें टिप्पणी पोस्ट करने के लिए
Google से लॉग इन करें