Mock Drill: 54 साल बाद 7 मई को फिर गूंजेगा एयर रेड सायरन, गृह मंत्रालय का बड़ा फैसला, क्या युद्ध की ओर बढ़ रहा है भारत-पाकिस्तान?
Mock Drill : 7 मई 2025 को भारत में एक ऐतिहासिक मॉक ड्रिल होने जा रही है जिसमें पूरे देश में एयर रेड वार्निंग सायरन बजेगा। गृह मंत्रालय ने राज्यों को निर्देश दिए हैं कि वे नागरिकों को युद्ध जैसी स्थिति से निपटने की ट्रेनिंग दें। पहलगाम हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है, जिसके चलते यह सुरक्षा अभ्यास जरूरी हो गया है।

Mock Drill: 7 मई 2025 को भारत में एक ऐसा सायरन बजेगा जिसे सुनकर लाखों लोग कुछ पल के लिए रुक जाएंगे। ये कोई सामान्य सायरन नहीं, बल्कि "एयर रेड वार्निंग सायरन" होगा। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस दिन देशभर में सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल आयोजित करने का निर्देश दिया है। इस दौरान ऐसा माहौल तैयार किया जाएगा जैसे देश पर हमला होने वाला हो। यह सिर्फ एक अभ्यास होगा, लेकिन इसके पीछे का संदेश बेहद गहरा और साफ है—भारत किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।
पाकिस्तान के रवैये से भारत सतर्क
दरअसल, कश्मीर के पहलगाम में हुए हालिया आतंकी हमले ने एक बार फिर भारत को गंभीर सुरक्षा चिंताओं की ओर मोड़ दिया है। हमला बेहद सुनियोजित था और इसके पीछे पाकिस्तान समर्थित आतंकियों की भूमिका साफ नजर आती है। इसके बाद से देश का रक्षा तंत्र एक्शन मोड में आ गया है। गृह मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय के बीच लगातार हाई लेवल मीटिंग्स हो रही हैं। इन्हीं बैठकों के बाद यह फैसला लिया गया कि 7 मई को देशभर में सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल की जाएगी ताकि युद्ध जैसे हालात में नागरिकों को कैसे सुरक्षित रखा जाए, इसकी व्यवहारिक ट्रेनिंग दी जा सके।
मॉक ड्रिल में क्या-क्या होगा?
7 मई को जैसे ही घड़ी एक निश्चित समय पर पहुंचेगी, देश के कई हिस्सों में एयर रेड सायरन बज उठेगा। यह वही सायरन होता है जो युद्ध या हमले की चेतावनी देने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। मॉक ड्रिल के दौरान स्कूल, कॉलेज, सरकारी दफ्तरों और सार्वजनिक स्थानों पर मौजूद लोगों को तुरंत सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जाएगा। नागरिकों को बताया जाएगा कि अगर सच में हमला होता है तो उन्हें क्या करना है।
ड्रिल के तहत ब्लैकआउट का अभ्यास भी किया जाएगा। यानी बिजली बंद करके यह सिखाया जाएगा कि रात में कैसे दुश्मन की नजरों से बचा जा सकता है। महत्वपूर्ण सरकारी प्रतिष्ठानों, औद्योगिक संयंत्रों और परमाणु प्लांट्स को कैसे छुपाया जाए, इसकी रणनीति पर भी काम होगा। कई राज्यों को अपने इवैक्युएशन प्लान को फिर से अपडेट करने और उसका रिहर्सल करने का निर्देश दिया गया है ताकि अचानक स्थिति बनने पर जानमाल का नुकसान न हो। गृह मंत्रालय का यह कदम बेहद अहम माना जा रहा है। युद्ध या आपात स्थिति में आमतौर पर नागरिक सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं। मॉक ड्रिल के जरिए सरकार यह सुनिश्चित करना चाहती है कि देश का हर नागरिक जान सके कि ऐसी स्थिति में क्या करना है। स्कूलों में बच्चों को बंकर की जानकारी दी जाएगी, कॉलेजों में इवैक्युएशन की प्रैक्टिस करवाई जाएगी और मेट्रो शहरों में ब्लैकआउट की प्रक्रिया को रिहर्स किया जाएगा।
इसके साथ ही, राज्यों को निर्देश दिया गया है कि वे अपने स्तर पर आपदा प्रबंधन इकाइयों को एक्टिव करें और हर बड़े संस्थान में सिविल डिफेंस अफसरों की तैनाती सुनिश्चित करें।
आखिरी बार 1971 में बजे थे सायरन
यह पहली बार नहीं है जब भारत ने इस स्तर की तैयारी की हो। इससे पहले 1971 में भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान देशभर में मॉक ड्रिल और एयर रेड सायरन बजाए गए थे। तब बांग्लादेश मुक्ति संग्राम के दौरान भारत ने पाकिस्तान को करारा जवाब दिया था। अब, 54 साल बाद फिर से ऐसा ही एक माहौल तैयार हो रहा है, जो बताता है कि हालात सामान्य नहीं हैं।
LoC पर चल रही है फायरिंग
एक तरफ भारत शांतिपूर्ण तरीके से अपनी तैयारी में लगा है, वहीं पाकिस्तान अपनी बौखलाहट दिखा रहा है। नियंत्रण रेखा (LoC) पर पिछले 11 दिनों से पाकिस्तानी सेना लगातार फायरिंग कर रही है, जबकि भारतीय सेना ने किसी भी तरह की उकसावे वाली कार्रवाई नहीं की थी। सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान ने अपनी सीमा पर आतंकियों के नए कैंप भी स्थापित किए हैं। खुफिया रिपोर्ट्स बताती हैं कि पाकिस्तान अब अंतरराष्ट्रीय मंचों पर खुद को पीड़ित दिखाने की कोशिश कर रहा है। उसने अमेरिका, संयुक्त राष्ट्र और OIC जैसे संगठनों से मदद की गुहार भी लगाई है।
क्या भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध संभव है?
फिलहाल दोनों देशों के बीच तनाव अपने चरम पर है। पहलगाम हमले के बाद से भारत ने अपना रुख बेहद सख्त कर लिया है। पाकिस्तान की हर उकसावे वाली कार्रवाई का जवाब फौज की ओर से दिया जा रहा है। लेकिन भारत खुली लड़ाई से पहले कूटनीति और तैयारी को तरजीह दे रहा है।
7 मई की मॉक ड्रिल न सिर्फ एक सुरक्षा अभ्यास है, बल्कि ये एक चेतावनी भी है भारत अब किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है। ऐसे वक्त में जब पाकिस्तान बार-बार सीमा पर सीजफायर का उल्लंघन कर रहा है, भारत की यह तैयारी सिर्फ देशवासियों को नहीं, बल्कि दुनिया को भी ये संदेश दे रही है कि अगर दुश्मन ने कोई भी गलत कदम उठाया, तो जवाब मुंहतोड़ होगा।