देश है या कॉमेडी सर्कस... पाक सेना में हार पर सम्मान, आसिम मुनीर ने खुद को दिया दूसरा सबसे बड़ा सैन्य अवार्ड 'हिलाल-ए-जुर्रत'
पाकिस्तान में सियासत कम और कॉमेडी ज्यादा होती है. ऑपरेशन सिंदूर में करारी हार के बाद पाकिस्तान आर्मी चीफ और फील्ड मार्शल जनरल आसिम मुनीर ने खुद को ही देश का दूसरा सबसे बड़ा सैन्य सम्मान 'हिलाल-ए-जुर्रत' थमा दिया है. हार के बाद ये सेल्फ-अवॉर्ड वाला कारनामा पाकिस्तान के आजादी दिवस के मौके पर हुआ.
Follow Us:
पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कई नेताओं और अधिकारियों को मेडल दिए. वायु सेना प्रमुख जहीर अहमद बाबर सिद्दू को भी 'हिलाल-ए-जुर्रत' मिल गया. यहां तक कि राष्ट्रपति जरदारी के हाथों पीएम शहबाज शरीफ को भी निशान-ए-इम्तियाज उनके "नेतृत्व" के लिए दिया गया.
पाक में आजादी दिवस के मौके पर सम्मान अवार्ड
पाकिस्तान में 14 अगस्त आजादी दिवस के मौके पर गजब का ड्रामा देखने को मिला है. आर्मी चीफ और फील्ड मार्शल जनरल आसिम मुनीर ने खुद को ही देश का दूसरा सबसे बड़ा सैन्य सम्मान 'हिलाल-ए-जुर्रत' दे दिया तो वहीं वायु सेना प्रमुख जहीर अहमद बाबर सिद्दू को भी 'हिलाल-ए-जुर्रत' अवार्ड दिया गया. इसके अलावा राष्ट्रपति जरदारी के हाथों पीएम शहबाज शरीफ को भी निशान-ए-इम्तियाज उनके "नेतृत्व" के लिए दिया गया.
डेप्युटी PM और विदेश मंत्री इशाक डार को भारत के खिलाफ कूटनीतिक मोर्चे पर "सक्रियता" के लिए सम्मान मिला. ख्वाजा आसिफ भी अवॉर्ड से अछूते नहीं रहे, लेकिन इस अवार्ड सेरेमनी के हाईलाइट रहे जनरल मुनीर.
ऑपरेशन सिंदूर में भारत से पिटने का मिला अवार्ड
मुनीर के खुद को मेडल देने की खबर आते ही सोशल मीडिया पर मीम्स और जोक्स की बाढ़ आ गई. दरअसल, असल में यह ड्रामा उस संघर्ष के बाद हुआ, जो भारत के ऑपरेशन सिंदूर से शुरू हुआ था. पहलगाम हमले में 26 आम नागरिकों की मौत के बाद भारत ने 7 मई को पाकिस्तान और PoK में आतंक के ठिकाने को निशाना बनाया था. पाकिस्तान ने तीन दिन जवाबी फायर किया लेकिन उसे मुंह की खानी पड़ी. हालांकि, इस दौरान पाकिस्तान को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा. भारतीय सेनाओं ने उसके आर्मी बेस तक को निशाना बनाया और सैकड़ों किलोमीटर अंदर तक अटैक किए गए.
यानी सीधी बात, भारत से हार के बाद पाकिस्तान ने अपने ही लोगों को मेडल बांटकर जश्न मना लिया, और जनरल आसिम मुनीर, फील्ड मार्शल के पद पर प्रमोट किए जा चुके हैं. उन्होंने दुनिया को दिखा दिया कि "हारो या जीतो, मेडल तो अपना है." हाल ही में भारतीय सेना प्रमुख ने भी उनपर तंज किया था कि अगर किसी पाकिस्तानी से ऑपरेशन सिंदूर के बारे में पूछेंगे तो यही जवाब मिलेगा, "हमारे सेना प्रमुख तो फील्ड मार्शल बन गए हैं, हम जरूर जीते होंगे."
Advertisement
यह भी पढ़ें
Advertisement