'वह सरासर बदमाशी कर रहे हैं...', टैरिफ मामले पर भारत का समर्थन कर अमेरिकी राष्ट्रपति पर भड़के चीनी एक्सपर्ट, ट्रंप को बताया चोर
पूरी दुनिया में टैरिफ को लेकर उथल-पुथल मचाने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को एक चीनी एक्सपर्ट ने जमकर लताड़ लगाई है. चीन और भारत के संबंधों में कई सालों बाद आ रहे सुधार के बीच चीनी एक्सपर्ट्स ने ट्रंप पर निशाना साधते हुए कहा कि जैसे क्लास का सबसे बड़ा बच्चा लोगों के लंच के पैसे चुराता है. ठीक वैसा ही काम ट्रंप कर रहे हैं. यह उनकी बदमाशी है.
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अमेरिका के साथ टैरिफ मामले में चल रही तनातनी को लेकर अब चीन भी भारत के पक्ष में खड़ा नजर आ रहा है. प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की. इस दौरान दोनों ही नेताओं के बीच करीब 50 मिनट से ज्यादा समय तक बातचीत चली. अमेरिका के साथ बिगड़े रिश्तों के बीच भारत और चीन एक-दूसरे के काफी करीब आते नजर आ रहे हैं. गलवान घाटी झड़प के बाद भारत-चीन के संबंध में काफी सुधार देखने को मिल रहा है. इस बीच टैरिफ को लेकर पूरी दुनिया में युद्ध छेड़ने वाले डोनाल्ड ट्रंप को लेकर एक चीनी एक्सपर्ट ने भारत का समर्थन जताते हुए, उन्हें लंच चोर बताया है. ट्रंप की इस हरकत को उन्होंने सरासर बदमाशी करार दिया है. बता दें कि अमेरिका ने भारत पर 50 प्रतिशत का टैरिफ दर लगाया है, यह दर 27 अगस्त से लागू हो चुका है.
क्लास का सबसे बड़ा बच्चा लोगों के लंच के पैसे चुरा रहा - चीनी एक्सपर्ट
पूरी दुनिया में टैरिफ को लेकर उथल-पुथल मचाने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को एक चीनी एक्सपर्ट ने जमकर लताड़ लगाई है. चीन और भारत के संबंधों में कई सालों बाद आ रहे सुधार के बीच चीनी एक्सपर्ट्स ने ट्रंप पर निशाना साधते हुए कहा कि 'जैसे क्लास का सबसे बड़ा बच्चा लोगों के लंच के पैसे चुराता है. ठीक वैसा ही काम ट्रंप कर रहे हैं. यह उनकी बदमाशी है.'
भारत-पाकिस्तान युद्धविराम पर भी बोले
चीन के बीजिंग स्थित थिंकटैंक ताइहे इंस्टीट्यूट के सीनियर फेलो एइनार टैंगन ने एक भारतीय टीवी चैनल से बातचीत में कहा कि 'इसमें ट्रंप की कोई अहम भूमिका नहीं थी. यह उनकी समझ से परे की बात थी और अगर आप उन सभी 'युद्धों' पर गौर करें, जिन्हें उन्होंने समाप्त किया है, तो वे अभी भी लड़ रहे हैं.'
'यह तो सरासर बदमाशी है'
एइनार टैंगन ने ट्रंप पर निशाना साधते हुए कहा कि 'बहुत सारी बयानबाजी है, लेकिन हकीकत कुछ और है.' टैरिफ मामले पर उन्होंने कहा कि 'यह तो सरासर बदमाशी है, कक्षा का सबसे बड़ा बच्चा घूम-घूम कर लोगों के लंच के पैसे चुरा रहा है. यह घिनौना है. वह कहते हैं कि अमेरिका दुनिया को धमका नहीं रहा है. जब आप 'पेंगुइन' समेत 180 पत्र भेजते हैं और कहते हैं कि आप उन पर टैरिफ लगा रहे हैं, तो यह कोई कूटनीति नहीं है.'
'पेंगुइनों को पत्र' पर भी साधा निशाना
चीनी एक्सपर्ट ने "पेंगुइनों को पत्र" के संदर्भ को लेकर कहा कि 'जब सुदूर ऑस्ट्रेलियाई क्षेत्र हर्ड और मैकडॉनल्ड द्वीप समूह को ट्रंप की व्यापक टैरिफ योजना की सूची में डाल दिया गया था, जबकि इन द्वीपों पर कोई मानव आबादी नहीं है और यह द्वीप वास्तव में अपनी पेंगुइन आबादी के लिए जाने जाते हैं.
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भारत-चीन समीकरण पर क्या बोले?
इस दौरान भारत-चीन समीकरण पर पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए चीनी एक्सपर्ट ने कहा कि "फसल प्राप्त करने के लिए आपको बीज बोने होंगे. मुझे लगता है कि वे अक्टूबर में बोए गए थे. सीमाओं के दोनों ओर सैनिकों की संख्या कम करना सुरक्षा के लिहाज से बहुत अच्छा होगा. विश्वास बनाने में समय लगेगा. लेकिन आर्थिक मोर्चे पर प्रगति की उम्मीद है. यह पूरी तरीके से लेन-देन पर आधारित है. इसमें कई आशाजनक चीजें पहले से ही प्रगति पर हैं.'
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