आपके वॉशरूम से लेकर किचन के सामान तक, जनगणना में ली जाती है हर चीज़ की जानकारी...पूछे जाते हैं ऐसे सवाल
जनगणना में पूछे जाने वाले सवाल बेहद व्यापक होते हैं, जिन्हें दो मुख्य चरणों में बांटा जाता है- हाउसिंग सेंसस और पॉपुलेशन सेंसस. हाउसिंग सेंसस में घरों और उनकी सुविधाओं से संबंधित जानकारी जुटाई जाती है, जबकि जनगणना चरण में व्यक्तियों से जुड़ी विस्तृत जानकारी एकत्र की जाती है.

क्या आपने कभी सोचा है कि जनगणनाकर्मी सिर्फ परिवार के सदस्यों की गिनती क्यों नहीं करते, बल्कि कई ऐसे सवाल भी पूछते हैं जो आपके निजी जीवन से जुड़े लगते हैं? जैसे, आपके घर में कैसा वॉशरूम है, आपकी दीवार का पेंट कैसा है, और यहां तक कि आपके घर में कौन-कौन से उपकरण हैं? इन सवालों के पीछे एक बहुत बड़ी वजह है: भारत की जनगणना (Census of India) सिर्फ संख्या गिनने का काम नहीं है, बल्कि यह देश के हर एक घर, हर एक व्यक्ति का 'आईना' होती है. इससे सरकार को यह समझने में मदद मिलती है कि आम जनता किन परिस्थितियों में रह रही है, किन चीजों की उन्हें ज़रूरत है, और किन क्षेत्रों में सुधार किया जाना चाहिए.
कैसे सवाल पूछे जाते हैं?
जनगणना में पूछे जाने वाले सवाल बेहद व्यापक होते हैं, जिन्हें दो मुख्य चरणों में बांटा जाता है - हाउसिंग सेंसस और पॉपुलेशन सेंसस. हाउसिंग सेंसस में घरों और उनकी सुविधाओं से संबंधित जानकारी जुटाई जाती है, जबकि जनगणना चरण में व्यक्तियों से जुड़ी विस्तृत जानकारी एकत्र की जाती है.
पहले चरण में पूछे जाने वाले सवालों में घर की दीवारें मिट्टी से बनी हैं या ईंट-पत्थर से, फर्श कच्चा है या टाइल्स वाला और छत किस तरह की है, इस तरह के सवाल शामिल है. इस दौरान यह भी रिकॉर्ड किया जाता है कि वॉशरूम की व्यवस्था कैसी है, क्या वह निजी है या सामुदायिक और शौचालय का वेस्ट कहां जाता है - सैप्टिक टैंक में, सीवर से जुड़ा है या कोई व्यवस्था नहीं है. इसमें आपसे घर में इस्तेमाल होने वाले चीज़ों के बारे में भी पूछा जाता है जैसे आपके घर में महंगी चीज़ों का इस्तेमाल होता है या सस्ती चीज़ों का.
और किन चीज़ों पर रखी जाती है नज़र?
आप कौन सा आटा खाते हैं जैसे गेहूं, ज्वार, बाजरा, रागी आदि इसके बारे में भी जानकारी रखी जाती है. इसके अलावा खाना बनाने के लिए किस गैस का इस्तेमाल हो रहा है या फिर किचन में LPG कनेक्शन है या CNG, ये भी पूछा जाता है. गोबर से बने कंडे या लकड़ी के चूल्हे पर खाना बना रहे हैं तो यह भी बताना पड़ता है.
खाने के अलावा आपके घर में wifi लगा है या नहीं ये भी चेक किया जाता है. अगर wifi लगा है तो उससे कितने device कनेक्टेड हैं. टीवी कौन सा है और उसमें कौन सी डिश लगी हुई है. घर में फ़ोन कितने हैं, फ़ोन के अलावा अगर रेडियो डिवाइस या अन्य कोई डिवाइस है तो वो भी बताना पड़ता है.
जनगणना में आपसे केवल नाम या उम्र ही नहीं पूछा जाता बल्कि सामाजिक, आर्थिक और शैक्षणिक जीवन की पूरी जानकारी ली जाती है. इसमें आपका पूरा नाम, लिंग (पुरुष, महिला, अन्य), जन्म तिथि, माता और पिता का नाम, वैवाहिक स्थिति, साथ ही अस्थायी और स्थायी निवास का पता, और परिवार में मुखिया कौन है और उससे आपका संबंध क्या है, यह भी पूछा जाता है.
सामाजिक पृष्ठभूमि की जानकारी के लिए धर्म, जाति या जनजाति की स्थिति, संप्रदाय और अगर कोई दिव्यांगता है, तो उसका भी उल्लेख जरूरी होता है. आपकी मातृभाषा या आप और कौन-कौन सी भाषाएं बोलना, पढ़ना या लिखना जानते हैं यह भी पूछा जाता है. आपकी शैक्षिक योग्यता और नौकरी से जुड़ी जानकारी भी ली जाती है.
आपके घर के वॉशरूम के प्रकार से लेकर आप किस ईंधन पर खाना बनाते हैं, हर एक सवाल का जवाब देश के भविष्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. इसलिए, जब अगली बार जनगणना कर्मी आपके द्वार पर आएं, तो याद रखें कि आपके द्वारा दी गई हर जानकारी एक मजबूत और विकसित भारत के निर्माण में एक महत्वपूर्ण ईंट साबित होगी.