अवैध धर्मांतरण से मनी लॉन्ड्रिंग तक... छांगुर बाबा के 'राजदार' नवीन रोहरा को ईडी ने चार दिन की हिरासत में लिया
छांगुर बाबा और उसके सहयोगियों पर आरोप है कि उन्होंने चांद औलिया दरगाह बलरामपुर के परिसर से एक व्यापक नेटवर्क स्थापित किया था, जहां उन्होंने नियमित रूप से भारतीय और विदेशी दोनों नागरिकों की बड़ी सभाओं का आयोजन किया.
Follow Us:
प्रवर्तन निदेशालय, लखनऊ ने पीएमएलए 2002 के प्रावधानों के तहत छांगुर बाबा और अन्य लोगों से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में नवीन रोहरा को 4 अगस्त 2025 को गिरफ्तार किया है. उसे लखनऊ विशेष न्यायालय (पीएमएलए) की ओर से 5 दिनों के लिए ईडी की हिरासत में भेज दिया गया है.
छांगुर बाबा का करीबी चार दिन की हिरासत में
ईडी ने एटीएस लखनऊ ने विभिन्न धाराओं के तहत दर्ज एफआईआर के आधार पर जांच शुरू की. उस पर धर्मांतरण, विदेशी धन का उपयोग और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए संभावित खतरा पैदा करने वाली गतिविधियों से जुड़े होने का आरोप है.
छांगुर बाबा पर धर्मांतरण और धोखाधड़ी के आरोप
छांगुर बाबा और उसके सहयोगियों पर आरोप है कि उन्होंने चांद औलिया दरगाह बलरामपुर के परिसर से एक व्यापक नेटवर्क स्थापित किया था, जहां उन्होंने नियमित रूप से भारतीय और विदेशी दोनों नागरिकों की बड़ी सभाओं का आयोजन किया.
उन पर अन्य धर्मों के लोगों, विशेष रूप से अनुसूचित जातियों और हिंदू धर्म से संबंधित आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को धर्मांतरण के लिए प्रेरित करने, दबाव डालने और धोखाधड़ी का आरोप है.
नवीन रोहरा के बैंक खातों में विदेशों से बड़ी मात्रा में हुआ धन ट्रांसफर
पीएमएलए के तहत अब तक की जांच के दौरान यह पता चला है कि छांगुर बाबा, नवीन रोहरा और उसके सहयोगियों ने अपने बैंक खातों में 60 करोड़ रुपए से अधिक की धनराशि प्राप्त की है. यह भी पता चला है कि नवीन रोहरा के बैंक खातों में विदेशों से बड़ी मात्रा में धन ट्रांसफर हुआ था.
इस मामले में पहले 17 जुलाई 2025 को यूपी और मुंबई में 15 परिसरों में तलाशी ली गई. तलाशी के दौरान जब्त किए गए दस्तावेजों से पता चला कि प्राप्त धन का उपयोग नवीन रोहरा ने विभिन्न अचल संपत्तियों को हासिल करने और इन संपत्तियों पर निर्माण कार्य करने के लिए किया था.
छांगुर बाबा को इस मामले में ईडी ने 28 जुलाई 2025 को ही गिरफ्तार कर लिया था. वह फिलहाल न्यायिक हिरासत में है.
Advertisement
यह भी पढ़ें
Advertisement