'होटल-ढाबे का नाम नहीं बदलें, मुस्लिमों को भी अपने धर्म पर गर्व...', कांवड़ यात्रा पर बाबा रामदेव का बड़ा बयान, बोले - यह धार्मिक रूप से...
योग गुरु बाबा रामदेव ने कांवड़ यात्रा से पहले ढाबे और होटलों के नाम बदले जाने के विवाद पर बड़ा बयान दिया है. इसके अलावा महाराष्ट्र में हिंदी और मराठी भाषा को लेकर चल रहे बवाल के बीच उन्होंने हिंदुओं को भी एक खास संदेश दिया है.

11 जुलाई से सावन महीने की शुरुआत हो रही है. सनातन धर्म का यह पवित्र महीना भगवान भोले की भक्ति के लिए जाना जाता है. इस खास महीने में अधिकतर मीट- मांस की दुकानें बंद रहती हैं, क्योंकि हिंदू लोग एक महीने तक किसी भी तरह से मांस का सेवन नहीं करते हैं. सावन के मौके पर सबसे खास जो तस्वीर देखने को मिलती है. वह कांवड़ियों की यात्रा होती है. यूपी से लेकर बिहार, झारखंड और कई अन्य राज्यों में लाखों-करोड़ों कांवड़िये इस पवित्र महीने की रौनक को बढ़ाते हैं. इसकी शुरुआत होते ही सरकार काफी सख्त नजर आती है. खासतौर से रास्ते में पड़ने वाले सभी ढाबों और होटलों को लेकर चेकिंग अभियान चलाया जाता है कि किसी दुकान पर मांस की बिक्री ना हो. पिछले कई वर्षों से यूपी की योगी सरकार सावन के महीने में कांवड़ियों के लिए विशेष प्रबंध करती है. अगले हफ्ते से शुरू हो रही कांवड़ यात्रा को लेकर सरकार ने अभी से ही पूरी तैयारी शुरू कर ली है, लेकिन पिछले वर्षों की तरह इस बार भी ढाबा और होटल चलाने वाले कई दुकानदार विवादों में घिर गए हैं. इनमें सरकार ने कहा है कि जितने भी दुकानदार हैं. वह सभी अपने असली नाम के साथ दुकान चलाएं, इसको लेकर प्रशासन भी काफी सख्त नजर आ रही है. इस बीच नाम बदलने वाले विवाद पर योग गुरु बाबा रामदेव का बयान सामने आया है.
सभी को अपने धर्म पर गर्व
योग गुरु बाबा रामदेव ने ढाबे और होटल के नाम बदले जाने के विवाद पर अपना बयान दिया है. उन्होंने कहा कि 'अगले हफ्ते से शुरू हो रही कांवड़ यात्रा के दौरान रास्ते में पड़ने वाले जितने भी मुस्लिम दुकानदार की दुकानें हैं. उनके नाम बदलने का कोई मतलब नहीं है. इन लोगों को अपना सही नाम रखना चाहिए, जिसकी मर्जी होगी. वह होटल पर आकर खुद खाना खाएंगे नाम बदलना व्यावहारिक और धार्मिक रूप से गलत है. उन्होंने कहा कि जैसे हमें हिंदू होने पर गर्व है, वैसे सभी मुसलमान को भी अपने धर्म पर गर्व करना चाहिए.'
कैसे उठा नाम विवाद?
मुजफ्फरनगर जिले की नई मंडी थाने के एसएचओ ने ढाबा विवाद पर अपना बयान दिया है उन्होंने कहा है कि 'पुलिस ने ढाबा मलिक दीक्षा शर्मा संचालक सनावर समेत 5 लोगों के खिलाफ ढाबा के पूर्व मैनेजर धर्मेंद्र की पिटाई करने के मामले पर Fir दर्ज किया है. दीक्षा शर्मा के पास ढाबे का मालिकाना है, जबकि सनावर नाम का शख्स इसका संचालन करता था, जिसकी जानकारी देने के बाद पूर्व मैनेजर धर्मेंद्र की पिटाई की गई थी. पुलिस ने सभी आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है. बता दें कि पिछले दिनों उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में दिल्ली-देहरादून मार्ग पर स्थित पंडित जी वैष्णो ढाबा के मालिक ने विवाद बढ़ने के बाद गुरुवार को इसे बंद कर दिया. पिछले कई सालों से सावन की शुरुआत होते ही ढाबे और होटलों के नाम बदलने का विवाद सामने आता रहा है. इस बार भी सावन की शुरुआत से पहले यह विवाद फिर से बढ़ता जा रहा है.
भाषा विवाद पर क्या बोले रामदेव?
रामदेव ने मराठी और हिंदी भाषा को लेकर महाराष्ट्र में चल रहे विवाद पर भी अपनी राय दी उन्होंने कहा कि 'देश की सभी भाषाओं के साथ मराठी भाषा का भी सम्मान किया जाना चाहिए, लेकिन ध्यान रहे कि अलग-अलग भाषा संप्रदाय के आधार पर हिंदुओं को कभी आपस में नहीं लड़ना चाहिए, इससे सनातन और राष्ट्रीय एकता को ही क्षति पहुंचती है.'