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बुजदिल PAK की नापाक हरकत… भारत की डिफेंस वेबसाइट्स को हैकर्स ने बनाया निशाना!

'पाकिस्तान साइबर फोर्स' नाम के एक्स हैंडल से भारतीय रक्षा संस्थानों का डाटा हैक करने का दावा किया गया है. हैकर्स समूह ने सैन्य इंजीनियरिंग सेवा और एमपी-आईडीएसए से जुड़ी संवेदनशील जानकारी चुराने का दावा किया है और एक सरकारी वेबसाइट को भी नुकसान पहुंचाने की कोशिश की.

पहलगाम टेरर अटैक के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है. पाकिस्तान को इस बात का डर सता रहा है कि भारत उसपर कभी भी हमला कर सकता है. इसलिए वो LoC पर सीजफायर का उल्लंघन पिछले 11 दिनों से लगातार कर रहा है. इसी बीच एक और ख़बर सामने आई जिसने भारतीय सेना की टेंशन बढ़ा दी है. पाकिस्तानी साइबर हमलावरों ने भारत में रक्षा और सशस्त्र बलों से जुड़ी वेबसाइटों पर साइबर अटैक के जरिए संवेदनशील डेटा चुराने की कोशिश की है. भारतीय सेना ने जानकारी दी है कि पाकिस्तानी हैकर्स ने भारत की अहम डिफेंस वेबसाइट्स को निशाना बनाया है. इस साइबर अटैक के बाद रक्षा कर्मियों की गोपनीय जानकारी लीक होने की आशंका है.


भारतीय सेना ने क्या कहा?

इस साइबर अटैक से भारतीय सेना को कई अहम जानकारियां लीक होने की आशंका है. सेना के अनुसार, 'पाकिस्तान साइबर फोर्स' नाम के एक एक्स हैंडल ने मिलिट्री इंजीनियर सर्विसेज (MES) और मनोहर पर्रिकर रक्षा अध्ययन एवं विश्लेषण संस्थान (IDSA) के डाटा में सेंधमारी की है. इस साइबर हमले में रक्षा कर्मियों के लॉगिन क्रेडेंशियल्स सहित कई गोपनीय जानकारियों के लीक होने की आशंका जताई जा रही है. 

इसके अलावा यह भी रिपोर्ट मिल रही है कि ग्रुप ने रक्षा मंत्रालय के अधीन सार्वजनिक क्षेत्र की इकाई ‘आर्मर्ड व्हीकल निगम लिमिटेड’ की ऑफिशियल वेबसाइट को भी नुकसान पहुंचाने (deface) की कोशिश की. इस वेबसाइट को पाकिस्तानी झंडे और एआई का उपयोग कर के बिगाड़ा गया.


भारतीय सेना ने कहा कि एहतियातन, 'आर्मर्ड व्हीकल निगम लिमिटेड' की वेबसाइट को फिलहाल ऑफलाइन कर दिया गया है ताकि वेबसाइट की पूरी जांच की जा सके और यह आकलन किया जा सके कि इस साइबर हमले से कितना नुकसान हुआ है. साथ ही, यह सुनिश्चित किया जा सके कि वेबसाइट की सुरक्षा बनी रहे.


साइबर स्पेस की हो रही निगरानी 

तमाम एहतियात के अलावा साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ और एजेंसियाँ साइबर स्पेस पर अपनी नज़र बनाए हुए है. पाकिस्तान से जुड़े किसी भी संभावित खतरे या प्रायोजित साइबर हमले की तुरंत पहचान करने में ये मददगार साबित होगा. सेना ने कहा कि यह निगरानी भविष्य के किसी भी खतरे को तुरंत पहचानने और उसे रोकने के उद्देश्य से की जा रही है. सेना ने आगे कहा कि कहा कि जवाब में सुरक्षा ढांचे को मजबूत करने, डिजिटल सुरक्षा को मजबूत करने और आगे की घुसपैठ की कोशिशों से सुरक्षा के लिए उचित और आवश्यक उपाय किए जा रहे हैं. 


अब तक “साइबर ग्रुप हॉक्स1337” और “नेशनल साइबर क्रू” जैसे कई पाकिस्तानी हैकर समूहों की पहचान की जा चुकी है. इन समूहों ने भारत की कई अहम वेबसाइटों को निशाना बनाने की असफल कोशिश की. रक्षा सूत्रों बताया कि भारतीय साइबर सुरक्षा एजेंसियों ने इन प्रयासों को समय रहते पहचानकर निष्क्रिय कर दिया.

इससे पहले, पिछले गुरुवार को भी इसी तरह के हमले किए गए थे. बीते सप्ताह हैकरों ने आर्मी पब्लिक स्कूल नागरोटा और अन्य वेबसाइटों को निशाना बनाकर डिफेस करने की कोशिश की थी. एक अन्य मामले में पूर्व सैनिकों की स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़ी वेबसाइट को भी डिफेस किया गया, जो पाकिस्तान की बढ़ती हताशा को दर्शाता है.

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