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इटावा में ब्राह्मणों के गांव पर चढ़ाई करने के मामले में 'अहीर रेजीमेंट' और 'यादव महासभा' के उपद्रवियों पर एक्शन, अब तक 19 गिरफ्तार

इटावा कथावाचक कांड के बाद ब्राह्मणों के गांव पर चढ़ाई के मामले में 'अहीर रेजीमेंट' और 'यादव महासभा' के उपद्रवियों पर पुलिस ने कड़ी कार्रवाई की है. अब तक 19 बवालियों को गिरफ्तार किया गया है, वहीं अन्य की तलाश जारी है.

Created By: केशव झा
27 Jun, 2025
( Updated: 27 Jun, 2025
04:35 PM )
इटावा में ब्राह्मणों के गांव पर चढ़ाई करने के मामले में 'अहीर रेजीमेंट' और 'यादव महासभा' के उपद्रवियों पर एक्शन, अब तक 19 गिरफ्तार

इटावा जिले के बकेवर थाना क्षेत्र अंतर्गत दांदरपुर गांव में 21 जून 2025 को शुरू हुआ कथावाचक के साथ बदसलूकी का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. लगातार हो रही बयानबाजी और सियासी एंगल की वजह से इस मामले ने अब हिंसक रूप ले लिया है. पुलिस ने ब्राह्मणों के गांव पर चढ़ाई, हिंसा और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के आरोप में कड़ी कार्रवाई की है. अब तक करीब 19 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया गया है, वहीं अन्य की वीडियो फुटेज के आधार पर तलाश की जा रही है.

क्यों भड़की हिंसा?

यादव समाज से आने वाले कथावाचकों, मुकुट मणि यादव और संत कुमार यादव, के साथ कथित तौर पर जातिगत आधार पर हुए दुर्व्यवहार और मारपीट की घटना के बाद बीते दिन 'अहीर रेजिमेंट' के कार्यकर्ताओं ने ब्राह्मण समाज के गांव पर चढ़ाई करने की कोशिश की. इस दौरान मौके पर मौजूद पुलिस द्वारा रोकने पर भीड़ ने पत्थरबाजी और तोड़फोड़ की, साथ ही पुलिस वाहनों पर हमला किया. इस दौरान पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए हवाई फायरिंग की. जानकारी के मुताबिक इस मामले में अब तक आधे दर्जन से ज्यादा उपद्रवियों को हिरासत में लिया है.

क्या है पूरा मामला?
इटावा के ब्राह्मण बहुल दांदरपुर गांव में 21 जून को भागवत कथा के दौरान कथावाचक मुकुट मणि यादव और संत कुमार यादव के साथ मारपीट, चोटी काटने और अपमानजनक व्यवहार का मामला सामने आया. आरोप था कि कथावाचकों ने अपनी यादव जाति छिपाकर कथा की, जिसे ग्रामीणों ने ब्राह्मण-प्रधान गांव में आपत्तिजनक माना. वायरल वीडियो में कथावाचकों को एक महिला के पैरों पर नाक रगड़वाते और अपमानित करते देखा गया. पुलिस ने इस मामले में चार ब्राह्मण युवकों—आशीष तिवारी (21), उत्तम अवस्थी (19), प्रथम दुबे (24), और निक्की अवस्थी (30) को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. हालांकि, कथा आयोजक रेनू तिवारी और उनके पति जयप्रकाश तिवारी ने कथावाचक मुकुट मणि पर छेड़खानी और फर्जी आधार कार्ड (मुकुट मणि अग्निहोत्री के नाम से) बनाने का आरोप लगाया.

इस आधार पर कथावाचकों के खिलाफ भी धोखाधड़ी और जालसाजी की एफआईआर दर्ज की गई. कहा गया कि मुकुट मणि के पास एक नंबर वाले दो आधार कार्ड मिले जिसमें नाम अलग-अलग थे. दूसरी तरफ परीक्षित परिवार का कहना था कि दोनों कथावाचकों ने उन्हें गुमराह किया, अपनी पहचान छिपाई और उनकी आस्था के साथ खिलवाड़ किया. बाद में इन्हीं शिकायतों के आधार पर पुलिस ने फर्जीवाड़ा का मामला दर्ज किया. इसी दोहरे एक्शन ने यादव और ब्राह्मण समुदायों के बीच तनाव को और बढ़ा दिया है.

अहीर रेजीमेंट ने बनाई थी दांदरपुर गांव में प्रदर्शन की योजना

इसी के बाद यादव समाज के कथावाचकों के समर्थन में 'अहीर रेजिमेंट' और 'यादव महासभा' ने दांदरपुर गांव में प्रदर्शन की योजना बनाई. प्रदर्शनकारी सभी आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी और कथावाचकों पर दर्ज मामले वापस लेने की मांग कर रहे थे. पुलिस ने गांव के बाहर बैरिकेडिंग की, लेकिन भीड़ ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया. लाठी-डंडों और ईंट-पत्थरों से पुलिस की गाड़ियों को नुकसान पहुंचाया गया. स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को हवाई फायरिंग करनी पड़ी.
पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) श्रीशचंद्र ने बताया कि उपद्रवियों को नियंत्रित करने के लिए तत्काल कार्रवाई की गई. अब तक 19 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, और 13 वाहनों को जब्त किया गया है. वीडियो फुटेज के आधार पर अन्य संदिग्धों की तलाश में छापेमारी जारी है. इलाके में शांति बनाए रखने के लिए कई थानों की पुलिस तैनात की गई है.

कथावाचक विवाद ने चढ़ाया सियासी पारा
इस घटना ने उत्तर प्रदेश की राजनीति को भी गरमा दिया. समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) की आवाज दबाने का आरोप लगाया और कथावाचकों को सपा कार्यालय में सम्मानित किया. दूसरी ओर, योगी सरकार के मंत्री जयवीर सिंह ने अखिलेश पर बिना तथ्यों की जांच के मामले को जातीय रंग देने का आरोप लगाया. वहीं ब्राह्मण महासभा ने भी कथावाचकों पर लगे छेड़खानी के आरोपों की निष्पक्ष जांच की मांग की.

फिलहाल स्थिति नियंत्रण में
दांदरपुर गांव में स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में है. पुलिस ने नागरिकों से सोशल मीडिया पर भ्रामक खबरें या अफवाहें न फैलाने की अपील की है. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने कहा, "कानून व्यवस्था सामान्य है. फरार आरोपियों की तलाश जारी है, और कानून तोड़ने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी."

जातीय संघर्ष पैदा करने वालों पर कार्रवाई के सीएम योगी के निर्देश

सीएम योगी ने पुलिस और प्रशासन को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि जातीय संघर्ष फैलाने की साजिश की जा रही हैं, जिन पर तत्काल प्रभाव से कार्रवाई की जाए. कौशांबी, इटावा और औरैया में हाल की घटनाओं पर भी मुख्यमंत्री ने गहरी चिंता जताई थी.
मुख्यमंत्री ने अपने आदेश में कहा था कि प्रशासन किसी भी कार्रवाई के लिए शासन से आदेश की प्रतीक्षा न करे, बल्कि तत्परता और कानून के दायरे में रहकर तुरंत कार्रवाई सुनिश्चित करे.

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