संभल में सरकारी जमीन पर बनी थी मस्जिद, योगी प्रशासन ने चला दिया बुलडोजर
यूपी के संभल में अतिक्रमण के खिलाफ एक बार फिर प्रशासन का बुलडोजर चला है. संभल प्रशासन ने सख्त कार्रवाई करते हुए सोमवार को हयातनगर थाना क्षेत्र में सड़क किनारे स्थित एक मस्जिद पर बुलडोजर चलाया है.
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संभल में अतिक्रमण के खिलाफ बुलडोजर कारवाई की गई है. यह कारवाई पहले से दी गई नोटिस के आधार पर की गई है. प्रशासन ने मंदिर का आंशिक हिस्सा भी हटाने की पुष्टि की है.
हयातनगर में सड़क किनारे बनी मस्जिद और मंदिर दोनों ही अतिक्रमण की जद में थे. मई माह में एसडीएम वंदना मिश्रा ने मौके का निरीक्षण कर संबंधित पक्षों को नोटिस जारी किया था. तय समय सीमा बीतने के बाद सोमवार को प्रशासन ने एक्शन लेते हुए मस्जिद पर बुलडोजर चलवा दिया.
अतिक्रमण हटाने की कारवाई जारी
लोकनिर्माण विभाग के एक्सईएन सुनील प्रकाश ने बताया कि मंदिर और मस्जिद के सामने की चौड़ाई औसतन 38 से 40 मीटर है. 70 वर्ग मीटर अवैध निर्माण किया गया है. जबकि मदरसा पिछले हिस्से में संचालित होता है. इसके आसपास भी अतिक्रमण किया गया है. जिसको हटाने की कार्रवाई कर दी गई है.
अभियंता ने बताया कि अतिक्रमण हटने के बाद ही चौड़ीकरण की प्रक्रिया आगे बढ़ेगी. मंदिर, मस्जिद और दरगाह के जिम्मेदार लोगों को नोटिस जारी कर दिया है. तय समय में अतिक्रमण हटाने के लिए निर्देश दिए गए हैं. इसके लिए पालिका की जेसीबी भी लगाई गई है.
एक्सईएन ने बताया कि दरगाह और मस्जिद का पूरा निर्माण ही अतिक्रमण की जद में आ गया है. जबकि मंदिर की बाउंड्री का हिस्सा अतिक्रमण में शामिल है. चौड़ीकरण में दरगाह और मस्जिद आए हैं. दरगाह को पिछले हिस्से में शिफ्ट किया जाएगा. प्रशासन की कार्रवाई का किसी ने कोई विरोध नहीं किया है. जो अतिक्रमण है उसको हटाने के लिए मजदूर लगा दिए गए हैं.
मंदिर-मस्जिद दरगाह पर बोली एसडीएम वंदना मिश्रा
मंदिर की तरफ से पक्ष लेते हुए हरिप्रसाद ने बताया कि "धर्मकूप मंदिर का आंशिक हिस्सा अतिक्रमण में आ गया है. जिसको हम स्वयं तोड़ रहे हैं. हमें कोई एतराज नहीं है. यह मंदिर प्राचीन है. बरगद का पेड़ इसका प्रमाण है. जबकि मस्जिद और दरगाह पूरी तरह अवैध तरीके से निर्माण किए गए हैं. कोई दस्तावेज कमेटी के पास नहीं है."
वहीं इस पूरे मामले पर संभल की एसडीएम वंदना मिश्रा ने कहा है, "संभल-बहजोई मार्ग पर चौड़ीकरण किया जाना है. मस्जिद और दरगाह का पूरा हिस्सा अतिक्रमण की चपेट में आ गया है. इसके अलावा मंदिर का आंशिक हिस्सा भी अतिक्रमण में है. मंदिर, मस्जिद के जिम्मेदार लोगों को नोटिस जारी कर स्वयं अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए हैं.