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UP से नेपाल तक फर्राटा भरेगा फोर‑लेन हाईवे.... CM योगी ने 3600 करोड़ की इस योजना का किया ऐलान

योगी सरकार का यह फैसला उत्तर प्रदेश को अंतरराष्ट्रीय व्यापार और कनेक्टिविटी के केंद्र के रूप में मजबूत करेगा. यह प्रोजेक्ट सिर्फ सड़क निर्माण नहीं, बल्कि प्रदेश की आर्थिक प्रगति और पर्यटन विकास की दिशा में एक बड़ा कदम है.

Image Source: Social Media

उत्तर प्रदेश सरकार ने एक ऐसा कदम उठाया है जिससे लखनऊ से नेपाल तक की यात्रा बेहद आसान और तेज़ हो जाएगी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने बाराबंकी से जरवल होते हुए बहराइच और फिर नेपाल सीमा तक फोरलेन हाईवे बनाने का फैसला किया है. यह हाईवे नेपाल सीमा पर स्थित रूपईडीहा तक पहुंचेगा. इस योजना को एनएचएआई (भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण) के द्वारा तैयार किया जा रहा है और जल्द ही इस प्रोजेक्ट को औपचारिक मंजूरी मिलने की उम्मीद है.

3600 करोड़ रुपये की लागत से बनेगा फोरलेन हाईवे

इस हाईवे का निर्माण बाराबंकी से जरवल होते हुए बहराइच तक लगभग 102 किलोमीटर लंबाई में किया जाएगा. पूरे प्रोजेक्ट पर लगभग 3600 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है. एनएचएआई ने इसकी टेंडर प्रक्रिया की तैयारी शुरू कर दी है और जमीन अधिग्रहण का काम भी तेजी से चल रहा है. सरकार की योजना है कि इस परियोजना का निर्माण कार्य मार्च से शुरू कर दिया जाए. यह फोरलेन सड़क वर्तमान में दो लेन की है, जिस पर अक्सर ट्रैफिक जाम और यात्रा में देरी की समस्या रहती है. चार लेन बनने के बाद यह रास्ता चौड़ा और सुगम हो जाएगा.

एनएचएआई की लगातार बैठकें और तैयारी

एनएचएआई इस प्रोजेक्ट को लेकर कई बार बैठकें कर चुका है. अधिकारियों ने हाईवे के रूट, जमीन अधिग्रहण और तकनीकी पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की है.
नेपाल सीमा तक हाईवे पहुंचाने से यह मार्ग न सिर्फ एक महत्वपूर्ण व्यापारिक कॉरिडोर बनेगा, बल्कि भारत और नेपाल के बीच आर्थिक और सांस्कृतिक संबंधों को भी और मजबूत करेगा. फिलहाल यह मार्ग दो लेन का है, जिससे बड़े वाहनों और व्यापारिक ट्रकों को आवाजाही में परेशानी होती है. फोरलेन बनने के बाद माल ढुलाई और यात्रा दोनों में काफी सुविधा होगी.

नेपाल से बढ़ेगा व्यापार और पर्यटन

यह नया फोरलेन हाईवे भारत-नेपाल व्यापारिक गतिविधियों के लिए एक बड़ा रास्ता खोलेगा. रूपईडीहा बॉर्डर से रोज़ाना हजारों लोग और दर्जनों ट्रक नेपाल आते-जाते हैं. अब चौड़ी सड़क बनने से समय की बचत होगी और ट्रैफिक जाम की समस्या कम होगी. साथ ही यह सड़क पर्यटन के लिए भी वरदान साबित होगी. बहराइच के सूफी संत गाजी मियां का दरगाह, नेपाल का बांके जिला और लुंबिनी जैसे धार्मिक स्थल इस रूट से और अधिक सुलभ हो जाएंगे.

लखनऊ से नेपाल तक सफर होगा आसान और तेज़

फोरलेन बनने के बाद लखनऊ, बाराबंकी, बहराइच और आसपास के जिलों से नेपाल तक यात्रा बहुत ही आरामदायक हो जाएगी. अब तक इस रास्ते में कई जगहों पर ट्रैफिक जाम और खराब सड़कों की वजह से सफर लंबा और मुश्किल होता था. नया हाईवे बनने के बाद लखनऊ से रूपईडीहा तक का सफर लगभग आधा समय में पूरा किया जा सकेगा. इससे न केवल आम जनता को फायदा होगा, बल्कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था को भी नई रफ्तार मिलेगी.


योगी सरकार का यह फैसला उत्तर प्रदेश को अंतरराष्ट्रीय व्यापार और कनेक्टिविटी के केंद्र के रूप में मजबूत करेगा. यह प्रोजेक्ट सिर्फ सड़क निर्माण नहीं, बल्कि प्रदेश की आर्थिक प्रगति और पर्यटन विकास की दिशा में एक बड़ा कदम है. आने वाले समय में जब यह हाईवे पूरी तरह तैयार होगा, तब लखनऊ से नेपाल तक की यात्रा न केवल तेज़, बल्कि बेहद सुविधाजनक भी हो जाएगी.

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