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महाकुंभ में NSG और ATS का दिखा एक्शन, चप्पे-चप्पे पर कड़ा पहरा

कुंभ की सुरक्षा एनएसजी कमांडों के हवाले सौंप दी गई है…200 एनएसजी (नेशनल सिक्योरिटी गार्ड) कमांडों की तैनाती होनी है. जिसमें से 100 एनएसजी कमांडों ने मोर्चा संभाल लिया है…ये कमांडो चार टीमों में तैनात होंगे हर टीम में 50 कमांडो शामिल है…इन कमांडो का कुंभ क्षेत्र में आते ही एक्शन देखने को मिला
महाकुंभ में NSG और ATS का दिखा एक्शन, चप्पे-चप्पे पर कड़ा पहरा

महाकुंभ…144 साल बाद होने जा रहे दिव्य और भव्य महाकुंभ के शुरू होने का इंतज़ार बेसब्री से लोग कर रहे हैं। ना जाने कहां कहां से संत इस भव्य और दिव्य आयोजन का हिस्सा बनने के लिए यहां पहुंच रहे हैं। अब ये आयोजन यूपी सरकार के लिए भी किसी चुनौती से कम नहीं है। इसी कड़ी में सुरक्षा का कड़ा पहरा यहां है। सुरक्षा ऐसी है कि परिंदा भी पर ना मार सके। इस महाकुंभ में देश-विदेश से वीवीआईपी भी आने हैं, इसके साथ ही आतंकी हमले के खतरे को देखते हुए अब कुंभ की सुरक्षा एनएसजी कमांडो के हवाले सौंप दी गई है। 200 एनएसजी (नेशनल सिक्योरिटी गार्ड) कमांडो की तैनाती होनी है, जिसमें से 100 एनएसजी कमांडो ने मोर्चा संभाल लिया है। ये कमांडो चार टीमों में तैनात होंगे, हर टीम में 50 कमांडो शामिल हैं। 

इन कमांडो का कुंभ क्षेत्र में आते ही एक्शन देखने को मिला। जहां अचानक इन कमांडो को सूचना मिली कि रेलवे स्टेशन पर रेलवे के कर्मचारियों और यात्रियों को आतंकियों ने बंधक बना लिया है। जिसके बाद तुरंत एक्शन में आए NSG, ATS के कमांडो के साथ पुलिस के जवानों ने प्लेटफार्म एक और छह को कवर किया गया। जैसे ही ये एक्शन शुरू हुआ, पूरी इलाक़ा थम सा गया। एक-एक कर आतंकियों को निपटाया गया और बंधकों को सुरक्षित छुड़ा लिया गया। बाद में पता चला कि प्रयागराज महाकुंभ में किसी भी आतंकी हमले से निपटने के लिए प्रयागराज पुलिस, NSG और ATS की तरफ से एक मॉक एक्सरसाइज की गई थी।

अब ये एक्सरसाइज कितनी ज़रूरी है, ये साफ़ पता चलता है क्योंकि जिस आयोजन में 40 करोड़ लोगों के पहुंचने का अनुमान हो, वहां ऐसे मॉक एक्सरसाइज के होने से सुरक्षा बलों की ताक़त का अंदाज़ा उन्हें भी हो जाता है जिन्हें इतने बड़े आयोजनों में कुछ अनहोनी का ख़तरा बना रहता है। महाकुंभ में एनएसजी कमांडो के अलावा यूपी पुलिस के 15 हजार जवानों को तैनात किया गया है, जो यूपी के 70 जिलों से आए हैं। मेला क्षेत्र में सुरक्षा कर्मियों के स्वास्थ्य को लेकर भी खास इंतजाम किए गए हैं। पुलिस के जवान आठ-आठ घंटे की शिफ्ट में काम कर रहे हैं। दिन में तीन शिफ्ट लगती है। इस बार महाकुंभ क्षेत्र भी पहले की तुलना में लगभग दोगुना है। जिसे देखते हुए महाकुंभ क्षेत्र में थानों की संख्या से लेकर चौकी, फायर स्टेशन और पार्किंग की व्यवस्था भी पहले से ज्यादा की गई है।


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