दोपहर में खाना खाने के बाद तुरंत सोने से हो सकते हैं गंभीर नुकसान!
खाना खाने के बाद हमारा शरीर पाचन प्रक्रिया पर ज्यादा फोकस करता है. इस दौरान ब्लड का फ्लो डाइजेस्टिव सिस्टम की ओर बढ़ जाता है, ताकि खाना बेहतर तरीके से पच सके. इसी वजह से ब्रेन में ब्लड सप्लाई थोड़ी कम हो जाती है, जिससे आपको सुस्ती, थकान और नींद महसूस होने लगती है. यही वजह है कि दोपहर के खाने के बाद झपकी लेने का मन करता है. लेकिन ऐसा करना स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक हो सकता है.
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दोपहर का खाना खाने के बाद, कई लोगों को नींद आने लगती है या वे तुरंत सो जाना पसंद करते हैं. खासकर भारतीय घरों में 'खाने के बाद आराम' की पुरानी परंपरा रही है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि भोजन के तुरंत बाद सोना आपके स्वास्थ्य पर सकारात्मक या नकारात्मक, दोनों तरह के प्रभाव डाल सकता है? आयुर्वेद से लेकर आधुनिक विज्ञान तक, इस विषय पर अलग-अलग विचार और अध्ययन मौजूद हैं. आइए जानते हैं दोपहर में खाने के तुरंत बाद सोने से हमारे शरीर पर क्या असर पड़ता है.
क्यों आती है नींद?
खाना खाने के बाद हमारा शरीर पाचन प्रक्रिया पर ज्यादा फोकस करता है. इस दौरान ब्लड का फ्लो डाइजेस्टिव सिस्टम की ओर बढ़ जाता है, ताकि खाना बेहतर तरीके से पच सके. इसी वजह से ब्रेन में ब्लड सप्लाई थोड़ी कम हो जाती है, जिससे आपको सुस्ती, थकान और नींद महसूस होने लगती है. यही वजह है कि दोपहर के खाने के बाद झपकी लेने का मन करता है. लेकिन ऐसा करना स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक हो सकता है.
भोजन के तुरंत बाद सोने के संभावित नुकसान
दोपहर में खाने के तुरंत बाद सोने से कुछ स्वास्थ्य संबंधी जटिलताएँ पैदा हो सकती हैं, जैसे -
1. पाचन संबंधी समस्याएँ
यह सबसे प्रमुख और सबसे पहले सामने आने वाली समस्या है. जब आप खाने के तुरंत बाद सो जाते हैं, तो आपका पाचन तंत्र ठीक से काम नहीं कर पाता. शरीर लेटी हुई स्थिति में भोजन को तोड़ने और पचाने में संघर्ष करता है, क्योंकि gravity की मदद नहीं मिल पाती.
एसिड रिफ्लक्स और सीने में जलन: लेटने से पेट का एसिड भोजन नली में वापस आ सकता है, जिससे एसिड रिफ्लक्स (एसिडिटी) और सीने में जलन की समस्या हो सकती है.
अपच और गैस: भोजन का ठीक से न पचना, गैस और पेट फूलने का कारण बन सकता है. यह आपको असहज महसूस कराएगा और पेट में दर्द भी हो सकती है.
मेटाबॉलिज्म का धीमा होना: नींद के दौरान शरीर का मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है. भोजन के तुरंत बाद सोने से भोजन का वसा में बदलना आसान हो जाता है, क्योंकि शरीर उसे ऊर्जा में ठीक से बदल नहीं पाता.
2. वजन बढ़ना
जैसा कि बताया गया, नींद के दौरान मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है. यदि आप खाने के तुरंत बाद सो जाते हैं, खासकर भारी भोजन के बाद, तो कैलोरी बर्न होने के बजाय शरीर में वसा के रूप में जमा होने लगती है. यह लंबे समय में वजन बढ़ने और मोटापे का कारण बन सकता है.
3. सुस्ती और ऊर्जा की कमी
भोजन के तुरंत बाद सोने से उठने के बाद आप अक्सर सुस्त और भारी महसूस कर सकते हैं, बजाय इसके कि आप ऊर्जावान महसूस करें. इसे "फूड कोमा" या "पोस्ट-मील फटीग" भी कहा जाता है.
भोजन के तुरंत बाद क्या करना चाहिए?
आयुर्वेद और आधुनिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ दोनों ही खाना खाने के तुरंत बाद सोने की सलाह नहीं देते हैं. आदर्श रूप से, भोजन करने के बाद कम से कम 2-3 घंटे का अंतर रखना चाहिए, खासकर रात के खाने के बाद सोने से पहले. यदि आपको दोपहर में नींद आती है, तो:
चलें फिरें: भोजन के बाद थोड़ी देर टहलें या हल्के-फुल्के काम करें
सीधे बैठें: खाना खाने के बाद कम से कम 15-20 मिनट तक सीधे बैठें
छोटी झपकी (पावर नैप): यदि बहुत ज़रूरी हो, तो खाने के 20-30 मिनट बाद 10-20 मिनट की ही झपकी लें.
दोपहर में खाने के तुरंत बाद लंबी नींद लेना पाचन और स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है. संयमित तरीके से और सही समय पर ली गई छोटी झपकी ही फायदेमंद हो सकती है. अपने शरीर की ज़रूरतों को समझें और उसी के अनुसार अपनी आदतों में सुधार करें.
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