मौत बनकर लौटे कोरोना से मुक्ति कब मिलेगी ? श्री संत बेत्रा अशोका जी की भविष्यवाणी
कोविड से पीड़ित लोगों का मरने का सिलसिला भी आरंभ हो चुका है, जिसके चलते राज्य सरकारें अलर्ट हैं, लेकिन अदालत चिंतित तभी तो दिल्ली हाईकोर्ट का साफ़ कहना है कि कोरोना अभी खत्म होने से बहुत दूर है. इन सबके बीच ज्योतिष की दुनिया में कोरोना के अंत की तारीख़ ढूँढी जा रही है लेकिन क्या आप जानते हैं, महामारी के इस भयावह पिक्चर को 16 साल पहले ही राष्ट्रभक्त विश्व विख्यात सुदर्शनचक्र ज्योतिषाचार्य श्री संत बेत्रा अशोका जी देख चुके थे.

एक बार फिर कोरोना क़हर बनकर क्या लौटा, राजधानी दिल्ली से लेकर भारत के इकोनॉमी स्टेट महाराष्ट्र में मौत का तांडव शुरु हो गया. कोरोना की वापसी ने 5 साल पुराने ज़ख़्मों को कुरेदना शुरु कर दिया है. कोरोना की मार में अपनों को खोने का डर देशवासियों के बीच पनपने लगा है. समय के साथ-साथ कोरोना ने रफ़्तार पकड़नी शुरु कर दी है, आलम ये है कि पूरे भारत में कोरोना के कुल मामलों का आँकड़ा 5 हज़ार को क्रॉस करने जा रहा है. कोविड से पीड़ित लोगों का मरने का सिलसिला भी आरंभ हो चुका है, जिसके चलते राज्य सरकारें अलर्ट हैं, लेकिन अदालत चिंतित तभी तो दिल्ली हाईकोर्ट का साफ़ कहना है कि कोरोना अभी खत्म होने से बहुत दूर है. इन सबके बीच ज्योतिष की दुनिया में कोरोना के अंत की तारीख़ ढूँढी जा रही है. लेकिन क्या आप जानते हैं, महामारी के इस भयावह पिक्चर को 16 साल पहले ही राष्ट्रभक्त विश्व विख्यात सुदर्शनचक्र ज्योतिषाचार्य श्री संत बेत्रा अशोका जी देख चुके थे. जिसकी भविष्यवाणी उन्होंने साल 2009-10 में की.
कोरोना का अतीत दुनिया की आँखों के सामने हैं, जिसके चलते दहशत का माहौल बना हुआ है…सवाल उठने लगे हैं कि क़हर बनकर फिर से लौटा कोरोना अब और कितना अपना विकराल रूप दिखाएगा ? मौत के तांडव के बीच क्या फिर से लॉकडाउन लगेगा ? और क्या मौत की नींद सुला रहा कोरोना भारत तक ही सीमित रहेगा ? इसको लेकर श्री संत बेत्रा अशोका जी की वर्तमान भविष्यवाणी क्या कहती है. आज जब कोरोना से बचने के लिए सरकार द्वारा गाइड लाइंस जारी की जा रही है..ख़ुद को संक्रमण से दूर रखने के लिए स्वास्थ्य संबंधित एहतियात बरते जा रहे हैं..तो ऐेसे में क्या भक्ति की शक्ति कारगर है ? क्या मंत्र-जाप की शक्ति से कोरोना को हराया जा सकता है ? इसको लेकर श्री संत बेत्रा अशोका जी की साल 2020 में कही गईं क़ौन सी बातें अब याद आने लगी हैं.