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धनतेरस की रात चुपके से कर लें ये 1 उपाय, रंक से राजा बना देंगी मां लक्ष्मी!

धनतेरस का त्यौहार 18 अक्टूबर को मनाया जाएगा. ये दिन आर्थिक तंगी से जूझ रहे लोगों के लिए बेहद ही खास है. इस शाम आप मां लक्ष्मी से जुड़ा बस एक उपाय करके अपने जीवन से कई परेशानियों को खत्म कर सकते हैं. तो कौन सा है ये उपाय, किस तरह और किस मुहूर्त में करना है? जानने के लिए पूरी खबर को जरूर पढ़ें.

धनतेरस का त्यौहार नजदीक है. ये त्यौहार 18 अक्टूबर को मनाया जाएगा. इस शुभ अवसर पर लोग सोना-चांदी जैसी मूल्यवान वस्तुओं को खरीदते हैं. क्योंकि इन्हें खरीदना नई शुरुआत का प्रतीक माना जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि ज्योतिष शास्त्र के अनुसार धनतेरस की शाम आप सिर्फ एक उपाय को करके अपने जीवन से आर्थिक तंगी दूर कर सकते हैं. तो चलिए विस्तार से जानते हैं कि कौन सा है ये उपाय, शाम को किस शुभ मुहूर्त पर इसे करने से सफलता हासिल होगी और किस तरह करना है…

श्री यंत्र का ये उपाय बदल देगा आपकी किस्मत! 

श्री यंत्र को मां लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है. धनतेरस की शाम को श्री यंत्र को घर की उत्तर दिशा में स्थापित करना अत्यंत शुभ माना जाता है. क्योंकि ये धन्वंतरि, लक्ष्मी जी और कुबेर जी को समर्पित होता है. श्री यंत्र की ऊर्जा इस दिशा को कई गुना तेजी से बढ़ा देती है. ये न केवल धन बल्कि स्वास्थ्य, सुख और पारिवारिक शांति के लिए भी महत्वपूर्ण होता है. माना जाता है कि ये किसी भी जातक को रंक से राजा बना सकता है.

श्री यंत्र स्थापना विधि 

घर की साफ-सफाई करने के बाद घर की उत्तर दिशा को साफ और व्यवस्थित कर लें. उसके बाद स्नान कर पीला और लाल रंग पहन लें. इसके बाद पूजा स्थल पर लकड़ी की चौकी पर लाल रंग का कपड़ा बिछाएं. इसे आस्था पूर्वक रखकर सामने घी का दीपक जलाएं. यंत्र पर गंगाजल छिड़ककर फूल, कुमकुम और चंदन का तिलक लगाएं. मिठाई या खीर का भोग लगाकर ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्म्यै नमः मंत्र का 108 बार जाप करें. पूजन के बाद श्री यंत्र को उत्तर दिशा में रखें. इसे आप तिजोरी, पूजा घर या फिर कार्यस्थल की उत्तर दिशा में स्थायी रूप से रखें. लेकिन ध्यान रखें कि इसके अच्छे परिणामों के लिए आपको इसकी नियमित रूप से पूजा अर्चना करनी होगी.

श्री यंत्र को और प्रभावी कैसे बनाएं?

  • अगर बजट साथ दे तो क्रिस्टल का श्री यंत्र लेकर आएं. 
  • श्री यंत्र के साथ भगवान कुबेर की छोटी मूर्ति जरूर रखें. 
  • नियमित रूप से इसकी पूजा अर्चना करें. 
  • गरीबों में अनाज और वस्त्र दान करने से श्री यंत्र की शक्ति बढ़ती है. 

श्री यंत्र को स्थापित करने के बाद इन सावधानियों को जरूर बरतें 

  • श्री यंत्र स्थापित करने के बाद कभी भी जमीन पर न रखें. 
  • पूजा करते समय शुद्धता और श्रद्धा बनाए रखें. 
  • श्री यंत्र को छूने से पहले ध्यान रहे कि कपड़े और हाथ साफ हों. 
  • जितना हो सके धातु से बने श्री यंत्र को ही स्थापित करें. 
  • ध्यान रहे कि हर कोई इसे हाथ न लगाए.

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