जन्माष्टमी के पर्व पर इन गलतियों से बचें, नहीं तो हो जाएगा नुकसान !
जन्माष्टमी को भक्त बेहद धूमधाम से मनाते हैं, उपवास रखते हैं और श्री कृष्ण की आराधना करते हैं। माना जाता है की इस दिन सच्चे मन से मांगी गई सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
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भगवान श्री कृष्ण के जन्मदिवस को हिन्दू धर्म में जन्माष्टमी के पर्व के रूप में मनाते हैं। यह एक महत्वपूर्ण त्योहार है जो आमतौर पर भाद्रपद मास की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन को भक्त बेहद धूमधाम से मनाते हैं, उपवास रखते हैं और श्री कृष्ण की आराधना करते हैं। माना जाता है की इस दिन सच्चे मन से मांगी गई सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। लेकिन इस शुभ दिन ऐसी कौन सी बातें हैं जिनका ध्यान रखना है बेहद ज़रूरी? जन्माष्टमी के दिन भूलकर भी आपको नहीं करनी चाहिए कौन सी गलतियां? आइए जानते हैं
जन्माष्टमी के दिन किन बातों का रखना है ध्यान?
श्री कृष्ण का जन्मोत्सव मनाते वक़्त कुछ ऐसी बातें हैं जिनका ध्यान ज़रूर रखना चाहिए।
इस दिन मांसाहारी भोजन या तामसिक चीज़ें न खाएं जैसे मांस, मछली, अंडे, शराब आदि। इस दिन केवल सात्विक भोजन का सेवन करें।
इस शुभ दिन पर तुलसी के पत्ते नहीं तोड़ने चाहिए। ऐसा करने से भगवान नाराज़ होते हैं और आपका व्रत सफल नहीं होता।
कृष्ण जन्मोत्सव के दिन काले रंग के वस्त्र न पहने और न ही काले वस्त्र से भगवान का श्रृंगार करें।
जन्माष्टमी के दिन गोवंश को बिल्कुल परेशान न करें। किसी गाय बछड़े को या किसी भी जीव को परेशान करने से श्री कृष्ण नाराज़ हो जाते हैं।
जन्माष्टमी के दिन शांति बनाए रखने से आपकी पूजा और आपका व्रत सफल होता है। इस शुभ दिन पर किसी से भी झगड़ा न करें, न ही किसी का अपमान करें।
जन्माष्टमी के दिन भक्त भगवान कृष्ण की पूजा करने के लिए व्रत रखते हैं। इस दौरान भगवान की मूर्ति को दूध, दही, मक्खन, शहद, आदि से स्नान कराया जाता है। इस दिन अलग अलग जगहों पर झांकियां निकाली जाती हैं जिसमें पूरे हर्षोल्लास के साथ भक्त हिस्सा लेते हैं। इस दिन रासलीला का भी आयोजन किया जाता है जिसमें भगवान कृष्ण और गोपियों के बीच की लीला का प्रदर्शन किया जाता है। इस साल श्रीकृष्ण जन्माष्टमी 26 अगस्त के दिन मनाई जाएगी।
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