गडकरी का एक्शन प्लान: अब हर नई बाइक के साथ हेलमेट Free, सड़क पर 3 फीट दीवारें जरूरी

Nitin Gadkari: केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं, जिनमें से दोपहिया वाहनों के साथ दो ISI-प्रमाणित हेलमेट देना अनिवार्य करना एक प्रमुख पहल है।केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इसका मकसद यह है कि लोग टू - व्हीलर से सड़क पर निकलें तो हेलमेट पहन कर निकलें।उन्होंने आगे कहा कि रोड सेफ्टी को लेकर सरकार काफी काम कर रही है लेकिन हमें उस तरह से सफलता नहीं मिली है। इसको लेकर केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के साथ भी कल बैठक है। केवल स्कूल के सामने हर साल एक्सीडेंट में 10 हजार तक बच्चे मर जाते हैं। हर साल सड़क दुर्घटनाओं में 1 लाख 80 हजार मौतें तक हो जाती हैं।
दो ISI-प्रमाणित हेलमेट की अनिवार्यता
अब हर नई बाइक खरीदने पर ग्राहक को दो ISI-प्रमाणित हेलमेट मिलेंगे। इस कदम का उद्देश्य न केवल सवार की, बल्कि पीछे बैठने वाले व्यक्ति की सुरक्षा भी सुनिश्चित करना है। इससे हेलमेट पहनने की संस्कृति को बढ़ावा मिलेगा और सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों में कमी आएगी।गडकरी ने 2025 तक सड़क दुर्घटनाओं में 50% तक कमी लाने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए वाहन सुरक्षा मानकों में सुधार, जैसे कि कारों में छह एयरबैग की अनिवार्यता, और सड़क इंजीनियरिंग में सुधार किए जा रहे हैं।
टू-व्हीलर गाड़ी के साथ कंपनी की ओर से दो हेलमेट के प्रावधान का निर्णय जल्द ही होगा।#RoadSafety pic.twitter.com/0coL0CvQMf
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) April 15, 2025
क्या है राहगीर योजना?
टू-व्हीलर गाड़ी के साथ कंपनी की ओर से दो हेलमेट के प्रावधान का निर्णय जल्द ही होगा।#RoadSafety pic.twitter.com/0coL0CvQMf
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) April 15, 2025सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने और सड़क हादसों के पीड़ितों की तुरंत मदद सुनिश्चित करने के लिए केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने राहगीर योजना की जल्द ही शुरुआत करेंगे। इस योजना का उद्देश्य है कि कोई भी घायल व्यक्ति समय पर इलाज पाए और मदद करने वालों को भी प्रोत्साहन मिले।अगर कोई व्यक्ति किसी सड़क हादसे में घायल हुआ है और उसे कोई राहगीर (सामान्य नागरिक) या कोई भी व्यक्ति अस्पताल पहुंचाने में मदद करता है, तो उसे सरकार की ओर से ₹25,000 का इनाम (अवार्ड) दिया जाएगा।सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति को अगर कोई अस्पताल में भर्ती करवाता है, तो उसका इलाज 7 दिन तक सरकार द्वारा कवर किया जाएगा।इस योजना के तहत इलाज के लिए सरक़ार अधिकतम ₹1.5 लाख रुपये तक की सहायता देगी। इससे पीड़ित के परिवार पर आर्थिक बोझ नहीं पड़ेगा और जान बचाने में मदद मिलेगी
सड़क हादसों पर लगाम लगाने की नई रणनीति
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी मंगलवार को एक निजी टीवी चैनल के कार्यक्रम में पहुंचे, जहां उन्होंने सड़क सुरक्षा को लेकर कई अहम घोषणाएं कीं। उनका फोकस खास तौर पर उन उपायों पर रहा जो दुर्घटनाओं में कमी लाने में कारगर साबित हो सकते हैं।
डिवाइडर की ऊंचाई बढ़ेगी – अब होगी 3 फीट
गडकरी ने बताया कि सड़कों के बीच बने डिवाइडर (मेडियन) की ऊंचाई बढ़ाकर 3 फीट की जाएगी। इस बदलाव का मुख्य उद्देश्य है कि वाहन दूसरी दिशा में घुस न सकें और आमने-सामने की टक्कर से बचा जा सके, जो कि अधिकतर हादसों में जानलेवा साबित होती है
दोनों तरफ दीवारें बनेंगी
उन्होंने यह भी कहा कि सड़क के दोनों किनारों पर दीवारें बनाई जाएंगी। इससे ना सिर्फ ट्रैफिक अलग-अलग लेन में सुरक्षित रहेगा, बल्कि जानवरों या राहगीरों के अचानक सड़क पर आ जाने जैसी घटनाओं को भी रोका जा सकेगा।
दीवारों के बीच में पौधे – एक मीटर की दूरी पर प्लांटेशन
सड़क के बीच जो डिवाइडर होगा, उसके बीच की खाली जगह में एक-एक मीटर की दूरी पर पौधे लगाए जाएंगे। इससे ना केवल पर्यावरण को फायदा होगा, बल्कि यह एक नेचुरल बैरियर का भी काम करेगा, जिससे वाहन उस जगह को पार न कर सकें
उद्देश्य – एक्सीडेंट्स में कमी और बेहतर रोड इंफ्रास्ट्रक्चर
गडकरी के अनुसार, इन सभी कदमों का एकमात्र लक्ष्य है:
1. सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाना
2. लोगों की जान की सुरक्षा सुनिश्चित करना
3. सड़क को सुंदर, सुरक्षित और स्मार्ट बनाना