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'जब हाथ मिलाया तो पता चला कि वह हमास लीडर है...', गडकरी ने सुनाया हानिया की मौत से पहले उससे मुलाकात का किस्सा

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने एक बड़ा खुलासा किया है. उन्होंने बताया कि जब वो तेहरान गए थे तो उनकी इस दौरान हमास के चीफ इस्माइल हानिया से मुलाकात हुई. हालांकि उन्होंने नाम नहीं लिया. उन्होंने बताया कि कैसे उनसे मिलने कुछ घंटे बाद ही हानिया की एक मिसाइल अटैक में हत्या कर दी गई.

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25 Dec 2025
( Updated: 25 Dec 2025
02:17 PM )
'जब हाथ मिलाया तो पता चला कि वह हमास लीडर है...', गडकरी ने सुनाया हानिया की मौत से पहले उससे मुलाकात का किस्सा
Nitin Gadkari on Hamas Chief Ismail Hania

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने आतंकी समूह हमास के चीफ इस्माइल हानिया से हुई एक संक्षिप्त मुलाकात को लेकर बड़ा खुलासा किया है. हैरानी की बात यह है कि गडकरी-हानिया के बीच हैंडशेक के कुछ घंटे बाद ही हानिया की एक मिसाइल अटैक में मौत हो गई. उन्होंने यह भी बताया कि कैसे हानिया से मिलने के बाद उन्हें जानकारी मिली कि उसे ढेर कर दिया गया है. उन्होंने यह जानकारी हाल ही में एक बुक लॉन्चिंग इवेंट के दौरान दी. हालांकि उन्होंने इस दौरान स्पष्ट तौर पर किसी का नाम नहीं लिया, लेकिन जिस घटनाक्रम की बात कर रहे हैं, उस दौरान हानिया की ही मौत हुई थी.

गडकरी ने बुक लॉन्च कार्यक्रम में कहा कि साल 2024 में जब वे ईरान के राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने गए थे, तब उनकी मुलाकात हमास के बड़े नेता से हुई थी. कुछ ही घंटों बाद उन्हें पता चला कि उसी नेता की हत्या कर दी गई है. उन्हें यह जानकारी भारत के राजदूत ने सुबह 4 बजे होटल आकर दी.

ईरानी राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह में गए थे गडकरी

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने आगे खुलासा किया कि उन्हें पीएम मोदी ने भारत की ओर से ईरान के राष्ट्रपति मसूद पजशकियान के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए तेहरान भेजा था. इस मौके पर दुनियाभर के राष्ट्राध्यक्ष, गेस्ट और वीआईपी वहां मौजूद थे. सभी गेस्ट को एक पांच सितारा होटल में ठहराया गया था.

राष्ट्राध्यक्षों के साथ-साथ आमंत्रित था हमास चीफ!

उन्होंने बताया कि होटल में उनकी नजर एक ऐसे शख्स पर पड़ी, जो किसी भी देश का आधिकारिक प्रतिनिधि नहीं लग रहा था. वहां मौजूद बाकी सभी लोग किसी न किसी देश की ओर से आए प्रतिनिधि थे, लेकिन वह व्यक्ति सबसे अलग नजर आ रहा था. जब गडकरी ने उससे बातचीत की और हाथ मिलाया, तब पता चला कि वह हमास संगठन का एक बड़ा नेता है. गडकरी के मुताबिक, ईरानी सरकार ने उस नेता को विशेष महत्व दे रखा था और वह ईरान के मुख्य न्यायाधीश और प्रधानमंत्री के साथ ही चल रहा था. इससे साफ था कि उसे वहां कितनी अहमियत दी जा रही थी.

गडकरी से मिला, कुछ घंटे बाद हो गई इस्माइल हानिया की हत्या!

गडकरी ने बताया कि समारोह खत्म होने के बाद वे रात का खाना खाकर अपने कमरे में सोने चले गए थे. लेकिन सुबह करीब चार बजे अचानक उनके कमरे का दरवाजा खटखटाया गया. बाहर भारतीय राजदूत खड़े थे और उन्होंने कहा कि तुरंत होटल छोड़ना होगा.

राजदूत ने दी हानिया की मौत की जानकारी!

जब गडकरी ने वजह पूछी तो उन्हें बताया गया कि जिस हमास नेता से वे कुछ घंटे पहले मिले थे, उसकी उसी के कमरे में हत्या कर दी गई है. यह सुनकर गडकरी भी हैरान रह गए. उन्होंने कहा कि जिस व्यक्ति को ईरानी सरकार ने विशेष सुरक्षा दी थी और जिसे एक सुरक्षित कमरे में ठहराया गया था, इतनी कड़ी सुरक्षा के बावजूद उसकी हत्या हो जाना बेहद चौंकाने वाली घटना है.

कैसे मारा गया था हमास चीफ इस्माइल हानिया?

ईरान की राजधानी तेहरान में 31 जुलाई 2024 को राष्ट्रपति पजशकियान के शपथ लेने के 24 घंटे के अंदर हमास चीफ इस्माइल हानिया को ढेर कर दिया गया. हानिया की उसके एक बॉडीगार्ड सहित हत्या कर दी गई थी.

मौत से पहले  अयातुल्ला खामेनेई से मिला था हानिया!

ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (आईआरजीसी) के बयान के अनुसार, हमला तेहरान में इस्माइल हानिया के ठिकाने को निशाना बनाकर किया गया था. हमास प्रमुख ने अपनी मौत से एक दिन पहले ही ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला खामेनेई से राजधानी तेहरान में मुलाकात की थी.

शॉर्ट-रेंज प्रोजेक्टाइल से मारा गया था हानिया!

ईरान की इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स (आईआरजीसी) के मुताबिक, हमास पॉलिट ब्यूरो प्रमुख इस्माइल हानिया की हत्या “लगभग 7 किलोग्राम वजनी वॉरहेड से भरे शॉर्ट-रेंज प्रोजेक्टाइल” से की गई थी. आईआरजीसी के मुताबिक यह हमला मेहमानों के रहने की जगह के बाहर से एक छोटी दूरी के प्रोजेक्टाइल (शॉर्ट-रेंज प्रोजेक्टाइल) के माध्यम से किया गया, जिसमें लगभग 7 किलोग्राम वजनी विस्फोटक भरा हुआ था, जिससे बहुत बड़ा धमाका हुआ.

 2024 में ईरान के राष्ट्रपति बने थे मसूद पजशकियान!

आपको बता दें कि हानिया 2024 में ईरान के राष्ट्रपति मसूद पजशकियान के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के लिए तेहरान गया था. यहां उसकी मिसाइल हमले में हत्या कर दी गई. वह हमास का सबसे बड़ा चेहरा था. तेहरान में यह हवाई हमला ईरानी राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह के महज 24 घंटे के अंदर हुआ.

बीते साल 30 जुलाई 2024 को हानिया ने ईरान के राष्ट्रपति मसूद पजशकियान के शपथ ग्रहण समारोह में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी सहित कई प्रमुख अंतरराष्ट्रीय हस्तियों के साथ मंच साझा किया. तेहरान में आयोजित इस समारोह में आर्मेनिया, ताजिकिस्तान, मिस्र, सूडान, इराक, तुर्की, सऊदी अरब, अजरबैजान, क्यूबा और ब्राजील के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे. यूरोपीय संघ के दूत एनरिक मोरा भी मौजूद थे.

हानिया के अलावा, समारोह में इस्लामिक जिहाद के प्रमुख ज़ियाद अल-नखलाह, हिज़्बुल्लाह के उप महासचिव नईम कासिम और यमन के हौथी विद्रोहियों के प्रवक्ता मोहम्मद अब्दुलसलाम जैसी अन्य क्षेत्रीय हस्तियां भी शामिल थीं.

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बता दें कि इजरायल ने पिछले साल यानी 7 अक्टूबर 2023 के हमले के बाद इस्माइल हानिया को मारने और हमास समूह को खत्म करने की शपथ ली थी. पिछले साल 7 अक्टूबर को हमास द्वारा इजरायल पर अचानक किए गए हमले में लगभग 1200 से ज्यादा लोग मारे गए थे.

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