'हम जंग से पीछे हटने को तैयार...', भारत के जबरदस्त पलटवार से बंधी पाकिस्तान की घिग्घी
पाकिस्तानी विदेश मंत्री इशाक डार ने एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा है कि "हमने जवाब दिया था. क्योंकि हमारा सब्र जवाब देना बंद कर दिया था. अगर भारत हमले को रोकता है. तो हम भी रुकने पर विचार कर सकते हैं."

पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत की कार्रवाई से पस्त पाकिस्तान अब हार की कगार पर है. भारतीय सेना ने सिर्फ 4 से 5 दिनों में ही उसे घुटने टेकने मर मजबूर कर दिया है. चीनी हथियारों के दम पर भारत से टकराने चला पड़ोसी मुल्क को इस बात का एहसास हो गया है कि उसने जंग छेड़ कर बहुत बड़ी गलती कर दी है. भारत ने पाकिस्तान की ऐसी हालात कर दी है कि उसके सांसद भरे सदन में रो रहे हैं. पूरा पाकिस्तान सहमा हुआ है. इस बीच पाक विदेश मंत्री इशाक डार ने भारत के द्वारा किए जा रहे हमले को रोकने की गुहार लगाई है. उसने कहा है कि अगर भारत इस हमले को रोक दे. तो हमारी तरफ से भी शांति पर विचार किया जाएगा.
"भारत अगर हमले रोक दे तो..."
भारतीय सेना की कार्रवाई से तहस-नहस हो चुका पाकिस्तान अब रहम की भीख मांग रहा है. पाकिस्तानी विदेश मंत्री इशाक डार ने भारत से हमले को रोकने को अपील की है. इशाक डार ने पाकिस्तानी चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा कि "हमने जवाब दिया था. क्योंकि हमारा सब्र जवाब देना बंद कर दिया था. लेकिन अब अगर भारत हमले को रोकता है. तो हम भी रुकने पर विचार कर सकते हैं." इशाक डार ने यह संदेश अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो से फोन कॉल के जरिए दी है. इससे पहले अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर से बातचीत की है.
भारत-पाक की लड़ाई में अमेरिका ने निभाई मध्यस्थता
बता दें कि अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के दौरान दोनों देशों के विदेश मंत्रियों से बातचीत की है. उन्होंने इस मसले पर मध्यस्थता की भूमिका निभाई है. यह जानकारी विदेश विभाग के प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने दी है. अमेरिकी विदेश मंत्री ने अपनी बातचीत में कहा है कि "दोनों पक्ष तनाव कम करने और सीधा संवाद को फिर से स्थापित करने की कोशिशों को तलाशने का काम करें. अमेरिका ने दोनों ही देशों को समर्थन जताते हुए मौजूदा स्थिति को कम करने के तरीकों पर जोर दिया.