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'ये कट्टर इस्लामिक आतंकवाद', सिडनी में यहूदियों पर हमले पर फूटा ट्रंप का गुस्सा, बताया शैतानी ताकत, की एकजुटता की अपील

ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में यहूदियों पर रविवार 14 दिसंबर को हुए आतंकी हमले की अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कड़ी निंदा की है. इसके साथ ही उन्होंने दुनिया के तमाम देशों को कट्टर इस्लामिक आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने की अपील की.

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में यहूदियों को निशाना बनाकर किए गए आतंकी हमले पर अपनी शोक संवेदना प्रकट की है. इतना ही नहीं, उन्होंने बेलाग-लपेट के अपने संबोधन में इस्लामी आतंकवाद शब्द का जिक्र किया और इसके खिलाफ दुनिया के सभी देशों से एकजुट होने की अपील की. इसके अलावा ट्रंप ने इस घटना को 'भयानक और यहूदी-विरोधी आतंकवाद' करार दिया. ट्रंप ने ये बातें व्हाइट हाउस में हनुक्का समारोह की शुरुआत में कहीं.

‘कट्टर इस्लामी आतंकवाद’ शब्द का इस्तेमाल

ऑस्ट्रेलिया में हुए इस दर्दनाक हमले पर ट्रंप ने बिना हिचक दिखाते हुए इसे 'कट्टर इस्लामी आतंकवाद' करार दिया. उन्होंने इस दौरान कहा कि 'मैं हमेशा यहूदी लोगों के साथ खड़ा रहूंगा. सभी देशों को कट्टर इस्लामी आतंकवाद जैसी शैतानी शक्तियों के खिलाफ एकजुट होना होगा. यहूदी समुदाय के धार्मिक कार्यक्रम से एक तरह से अमेरिकी राष्ट्रपति ने इस समस्या पर समर्थन मांग लिया, जो देश इस संकट से जूझ रहे हैं.

IS से जुड़ा था आतंकी!

ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने सिडनी हमले को लेकर बताया कि इसके तार इस्लामिक स्टेट (IS) से जुड़े होने के पुख्ता संकेत मिले हैं. उन्होंने कहा कि जांच में जब्त वाहन से IS के झंडे बरामद हुए हैं, जिसके आधार पर यह आकलन किया गया है. फिलहाल इस बात का कोई संकेत नहीं है कि साजिद भारत में कट्टरपंथी बना था. अधिकारियों का कहना है कि यह पूरी तरह से विचारधारा से प्रेरित हमला था, जिसमें 15 लोगों की जान चली गई. जांच में विसम हद्दाद नाम के एक कुख्यात मौलवी का पता चला है, जो इस्लामिक स्टेट से जुड़ा है. हद्दाद इस्लामिक स्टेट की कट्टरपंथी विचारधारा का प्रचार करता है और कई चेतावनियों के बावजूद, ऑस्ट्रेलियाई एजेंसियां ​​उसके खिलाफ कार्रवाई करने में नाकाम रहीं.

बोंडी बीच शूटिंग में 15 लोग मारे गए!

आपको बता दें, सिडनी के बोंडी बीच पर हनुक्का इवेंट में हुई मास शूटिंग में 15 लोग मारे गए. इसे लेकर ट्रंप ने व्हाइट हाउस में हनुक्का रिसेप्शन में कहा, "सभी देशों को कट्टर इस्लामिक आतंकवाद की बुरी ताकतों के खिलाफ एक साथ खड़ा होना चाहिए, और हम ऐसा कर रहे हैं."
 
आतंकी का पाकिस्तान और हैदराबाद से कनेक्शन!

बोंडी बीच हमले का आतंकी पहले पाकिस्तानी बताया जा रहा था. खुलासा हुआ है कि इस हमले को अंजाम देने से पहले दोनों आतंकी पिछले महीने फिलीपींस गए थे. फिलीपींस के अधिकारियों का दावा है कि ये आतंकी भारतीय पासपोर्ट पर फिलीपींस आए थे. हालांकि, ऑस्ट्रेलिया की जांच टीम फिलहाल इसकी जांच कर रही है कि दोनों फिलीपींस किस वजह से गए थे.

दूसरी ओर, भारत की तेलंगाना पुलिस ने पुष्टि की है कि साजिद अकरम (50) असल में दक्षिणी शहर हैदराबाद का रहने वाला था और उसके पास भारतीय पासपोर्ट था. उन्होंने कहा कि उसने यूरोपियन मूल की एक महिला से शादी की और 1998 में नौकरी के मौकों की तलाश में ऑस्ट्रेलिया चला गया था. वह भारत में अपने परिवार से बहुत कम संपर्क में था.

तेलंगाना स्टेट पुलिस चीफ, बी. शिवधर रेड्डी ने एक बयान में कहा, “परिवार वालों को उसकी कट्टर सोच या गतिविधियों के बारे में और न ही उन हालात के बारे में कोई जानकारी है जिनकी वजह से वह कट्टरपंथी बना.”

मारा गया आतंकी पिता साजिद, बेटा अस्पताल में भर्ती!

ऑस्ट्रेलियाई पुलिस ने साजिद अकरम को मार गिराया था, जबकि उसका 24 साल का बेटा नवीद अकरम घायल हो गया और अभी भी हॉस्पिटल में है. साजिद के सभी कनेक्शन को ट्रैक कर रही इंटेलिजेंस एजेंसियों को पता चला कि वह हैदराबाद के टोली चौक में अल हसनाथ कॉलोनी का रहने वाला था.

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