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इजरायल ने गाजा पर पूर्ण कब्जे की तैयारी शुरू की... सेना के 60,000 रिजर्व जवानों को बुलाया, फिलिस्तीनियों को इन देशों में बसाने की योजना

इजरायल ने गाजा शहर पर पूर्ण नियंत्रण स्थापित करने के लिए एक बड़े सैन्य अभियान की योजना बनाई है. नेतन्याहू सरकार के आदेश पर इजरायली रक्षा बल ने 60,000 रिजर्व सैनिकों को बुलाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. इजरायल के इस कदम को गाजा में हमास के सैन्य और शासकीय ढांचे को नष्ट करने और क्षेत्र पर कब्जा करने की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है.

इजरायल ने गाजा शहर पर पूरी तरीके से अपना नियंत्रण बनाने की तैयारी कर ली है. इसके लिए सरकार के आदेश पर इजरायली रक्षा बल ने करीब 60,000 रिजर्व सैनिकों को बुलाने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है. नेतन्याहू सरकार के इस ऑपरेशन का मकसद गाजा शहर पर नियंत्रण स्थापित कर हमास के भूमिगत सुरंग नेटवर्क को नष्ट करना है. वहीं इजरायल ने गाजा के फिलिस्तीनियों को साउथ सूडान जैसे देशों में बसाने की योजना पर भी चर्चा शुरू कर दी है. 

गाजा पर पूर्ण नियंत्रण की तैयारी में इजरायल

बता दें कि इजरायल ने गाजा शहर पर पूर्ण नियंत्रण स्थापित करने के लिए एक बड़े सैन्य अभियान की योजना बनाई है. नेतन्याहू सरकार के आदेश पर इजरायली रक्षा बल ने लगभग 60,000 रिजर्व सैनिकों को बुलाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. इजरायल के इस कदम को गाजा में हमास के सैन्य और शासकीय ढांचे को नष्ट करने और क्षेत्र पर कब्जा करने की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है. यह अभियान "ऑपरेशन गिडियन्स चैरियट" के अगले चरण का हिस्सा भी बताया जा रहा है. 

क्या है इस अभियान का उद्देश्य? 

गाजा पर पूर्ण कब्जा करने को लेकर इजरायली सेना ने बताया है कि हमारे इस अभियान का मुख्य लक्ष्य गाजा शहर पर नियंत्रण स्थापित करना और हमास के भूमिगत सुरंग नेटवर्क को नष्ट करना है, जो उसका सैन्य और शासकीय गढ़ माना जाता है. इसके अलावा दूसरा लक्ष्य हमास द्वारा बंधक बनाए गए इजरायली लोगों की रिहाई सुनिश्चित करना है. हमास को यह भी संदेश देना है कि वह भविष्य में इजरायल के लिए कोई भी खतरा न बन सके. वहीं इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि जब तक हमास पूरी तरह से खत्म नहीं हो जाता. तब तक यह युद्ध जारी रहेगा.

20,000 सैनिकों की अवधि बढ़ाई गई

इजरायली रक्षा बल ने 60,000 रिजर्व सैनिकों को बुलाने के आदेश जारी किए हैं। इसके अलावा 20,000 अन्य सैनिकों की सेवा अवधि को भी बढ़ा दी है. इजरायल ने कुल 3 चरणों के तहत 1,30,000 सैनिकों को तैनात करने की योजना बनाई है. नेतन्याहू सरकार के प्रमुख ने चेतावनी दी है कि गाजा शहर पर कब्जा करने की योजनाबद्ध कार्रवाई से पट्टी में 'सैन्य सरकार' स्थापित हो जाएगी.  

कई बाहरी क्षेत्रों में पहले से ही चल रहे ऑपरेशन

इजरायली सेना गाजा शहर के बाहरी इलाकों और जबालिया जैसे क्षेत्रों में पहले से ही ऑपरेशन चला रही है. सेना का यह अभियान गाजा शहर के घनी आबादी वाले इलाकों तक विस्तारित होना है. इजरायली सेना का विशेष ध्यान हमास के उन भूमिगत सुरंग नेटवर्क पर है, जिसे वह अपने सैन्य अभियानों के लिए इस्तेमाल करता है.

गाजा में मानवीय संकट गहराया

इजरायल के सैन्य अभियान के चलते गाजा में मानवीय संकट और भी ज्यादा गहराने की आशंका बढ़ा दी है. इसको लेकर संयुक्त राष्ट्र और कई गैर-सरकारी संगठनों ने चेतावनी भी दी है कि इस हमले से बड़े पैमाने पर विस्थापन और मानवीय तबाही हो सकती है. ऑपरेशन से पहले गाजा शहर के लाखों निवासियों को दक्षिणी गाजा में शरण स्थलों की ओर जाने का आदेश दिया जा सकता है, जिसकी पहले से ही व्यापक निंदा हो रही है. 

फिलिस्तीनियों को सूडान भेजने की योजना

इजरायल ने गाजा के फिलिस्तीनियों को साउथ सूडान जैसे देशों में बसाने की योजना पर चर्चा शुरू कर दी है, लेकिन मिस्र और कई अन्य मानवाधिकार संगठनों ने इसका विरोध जताया है. वहीं 25 देशों के विदेश मंत्रियों ने गाजा में मानवीय पीड़ा को "अकल्पनीय" बताया और इजरायल से सहायता की अनुमति देने की अपील की है. 

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