AI से लैस चीन का रोबोट डॉग, दुश्मनों पर हमला करने में माहिर!
चीन ने अपने खतरनाक रोबोट डॉग और ड्रोन का प्रदर्शन कर पूरी दुनिया को चौंका दिया है। हाल ही में एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें AI संचालित रोबोट डॉग दुश्मन के ड्रोन पर हमला करते हुए नजर आ रहा है। चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) अब इस तकनीक को अपनी सेना में शामिल कर रही है, जिससे युद्ध की रणनीतियों में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है।

तकनीक का विकास सिर्फ इंसान की जिंदगी को आसान बनाने तक सीमित नहीं रहा, बल्कि अब यह सैन्य रणनीतियों में भी क्रांतिकारी बदलाव ला रहा है। चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) ने हाल ही में अपनी न्यूक्लियर, बायोलॉजिकल और केमिकल (NBC) डिफेंस ड्रिल में रोबोट डॉग और UAV (Unmanned Aerial Vehicle) ड्रोन का प्रदर्शन किया। इस तकनीकी शक्ति का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है, जिसमें एक रोबोट डॉग दुश्मन के ड्रोन को निशाना बनाते हुए दिखाई देता है। इस वीडियो ने दुनियाभर में हलचल मचा दी है। कई विशेषज्ञ इसे भविष्य के युद्ध की झलक बता रहे हैं, जहां रोबोट और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) इंसानी सैनिकों की जगह लेंगे।
दुश्मनों का खात्मा करेगा चीनी रोबोट डॉग
पिछले साल चीन और कंबोडिया की संयुक्त सैन्य अभ्यास "गोल्डन ड्रैगन 2024" में रोबोट डॉग की क्षमताओं को पहली बार प्रदर्शित किया गया था। इस अभ्यास के दौरान रोबोट डॉग को एक असॉल्ट राइफल से लैस देखा गया, जो दुश्मनों की पोजीशन ट्रैक करते हुए उन पर हमला करने में सक्षम था। रोबोट डॉग चलने, दौड़ने, छलांग लगाने और दुश्मनों पर हमला करने में सक्षम है। ये रिमोट-कंट्रोल या AI आधारित सिस्टम से संचालित होते हैं, जिससे यह दुश्मन को पहचानकर हमला कर सकते हैं। यह 4D वाइड-एंगल परसेप्शन सिस्टम के साथ काम करता है, जो इसे एक इंटेलिजेंट मशीन बनाता है। डॉग का एक मॉडल 50 किलो का है और यह असॉल्ट राइफल से लैस है, जबकि दूसरा 15 किलो का है, जिसका इस्तेमाल निगरानी और जासूसी में किया जाता है। ये रोबोटिक डॉग्स खतरे को पहचानकर अपने मूवमेंट में बदलाव करने की क्षमता रखते हैं। इस तकनीक का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह मानव सैनिकों की जगह ले सकते हैं और खतरनाक मिशनों को अंजाम दे सकते हैं, जिससे सैनिकों की जान बचाई जा सकेगी।
वायरल हुआ ‘रोबोट डॉग बनाम ड्रोन’ वीडियो
हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हुआ, जिसमें एक रोबोट डॉग को एक ड्रोन को निशाना बनाते हुए दिखाया गया। वीडियो में यह देखा जा सकता है कि डॉग एक असॉल्ट राइफल से लैस है और AI के माध्यम से ड्रोन की दिशा में निशाना साध रहा है। इस वीडियो के सामने आने के बाद लोग दहशत में आ गए हैं। कुछ यूजर्स ने इस पर कमेंट करते हुए लिखा, "यह मानवता के अंत की शुरुआत है।" एक अन्य यूजर ने लिखा, "अब युद्ध में लाखों रोबोट और ड्रोन लड़ेंगे, इंसान की भूमिका खत्म हो जाएगी।"
कौन बना रहा है ये खतरनाक रोबोट डॉग?
कई मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीन की स्टार्टअप कंपनी यूनिट्री रोबोटिक्स (Unitree Robotics) ने इन रोबोट डॉग्स का निर्माण किया है। हालांकि, कंपनी ने यह दावा किया है कि उसने चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) को कोई रोबोट नहीं बेचे हैं। चीन की सेना ने अब तक यह स्पष्ट नहीं किया है कि उसे ये रोबोट डॉग कहां से मिले हैं। लेकिन यह साफ है कि चीन अपनी सेना को अत्याधुनिक तकनीक से लैस करने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है।
चीन के ये रोबोटिक डॉग्स भविष्य में युद्ध के तरीके को पूरी तरह बदल सकते हैं। अब तक युद्ध में ड्रोन, मिसाइलें और ऑटोमेटेड हथियारों का इस्तेमाल हो रहा था, लेकिन अब यह पूरी तरह AI और रोबोटिक्स पर निर्भर होते जा रहे हैं। अगर यह तकनीक और उन्नत होती रही तो भविष्य में युद्ध के मैदान में इंसानी सैनिकों की जगह पूरी तरह से रोबोट ले सकते हैं। इससे जहां एक तरफ सैनिकों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी, वहीं दूसरी ओर यह तकनीक इंसान के लिए खतरनाक भी साबित हो सकती है।
क्या ऱोबोट डॉग से दुनिया को डरना चाहिए?
तकनीकी प्रगति के साथ नए खतरों का भी जन्म होता है। चीन के रोबोट डॉग्स और AI आधारित युद्ध तकनीक ने दुनिया के बड़े देशों को सतर्क कर दिया है। अगर यह तकनीक गलत हाथों में चली गई, तो आतंकवादी संगठन या तानाशाही सरकारें इसका दुरुपयोग कर सकती हैं। स्वायत्त रोबोट्स अगर खुद निर्णय लेने लगे तो यह पूरी दुनिया के लिए एक बड़ा खतरा हो सकता है। यह तकनीक पारंपरिक युद्ध के नियमों को तोड़ सकती है और नए प्रकार के साइबर और रोबोट युद्ध को जन्म दे सकती है।
चीन के रोबोट डॉग्स ने यह दिखा दिया है कि युद्ध की दुनिया तेजी से बदल रही है। जहां पहले लड़ाइयों में सैनिकों की संख्या मायने रखती थी, अब वही जगह रोबोट्स और AI संचालित मशीनों ने ले ली है। इस तकनीक के विकास से कई सवाल उठ रहे हैं, जैसे क्या भविष्य के युद्ध रोबोट बनाम रोबोट होंगे? क्या इंसानी सैनिकों की जरूरत खत्म हो जाएगी? क्या यह तकनीक दुनिया के लिए खतरा बन सकती है?
फिलहाल, यह कहना मुश्किल है कि यह तकनीक इंसान के लिए फायदेमंद होगी या खतरनाक, लेकिन इतना जरूर है कि भविष्य के युद्धों में अब इंसान के साथ रोबोट भी मैदान में उतरेंगे।