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महाराष्ट्र में अब पुरुषों के लिए भी सौगात – शुरू हुई ‘लाडला भाई योजना’, जानिए क्या हैं फायदे और शर्तें

‘लाडला भाई योजना’ महाराष्ट्र सरकार की एक सराहनीय पहल है जो राज्य के युवा पुरुषों को सम्मानजनक रोजगार और आर्थिक सहारा प्रदान करने का वादा करती है. यह योजना न सिर्फ बेरोजगारी को कम करने की दिशा में एक मजबूत कदम है, बल्कि युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने का भी एक कारगर प्रयास है.

22 May, 2025
( Updated: 22 May, 2025
02:07 PM )
महाराष्ट्र में अब पुरुषों के लिए भी सौगात – शुरू हुई ‘लाडला भाई योजना’, जानिए क्या हैं फायदे और शर्तें
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Laadla Bhai Yojana: महाराष्ट्र सरकार ने हाल ही में महिलाओं के लिए शुरू की गई ‘लाडली बहन योजना’ के बाद अब पुरुष युवाओं को ध्यान में रखते हुए एक नई योजना का ऐलान किया है जिसका नाम है – ‘लाडला भाई योजना’. इस योजना की घोषणा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने की, जिसमें उन्होंने स्पष्ट किया कि राज्य के युवाओं को रोजगार और आर्थिक सहयोग प्रदान करने के उद्देश्य से यह योजना लाई जा रही है.

यह योजना विशेष रूप से उन युवाओं के लिए है जो शिक्षा पूरी करने के बाद रोजगार की तलाश में हैं. इसके ज़रिए न केवल उन्हें अप्रेंटिसशिप के माध्यम से प्रशिक्षण मिलेगा, बल्कि हर महीने एक निश्चित आर्थिक सहायता भी सरकार की ओर से दी जाएगी. लाडला भाई योजना के तहत 18 से 35 वर्ष की उम्र के पुरुष युवाओं को इसका लाभ मिलेगा. यानी इस उम्र वर्ग में आने वाले जो युवक पढ़ाई पूरी कर चुके हैं और अब नौकरी की तलाश में हैं, उनके लिए यह योजना बहुत मददगार साबित हो सकती है.योजना का उद्देश्य है युवाओं को हुनरमंद बनाकर उन्हें रोजगार के लिए तैयार करना, और इस बीच उन्हें आर्थिक सहारा देना ताकि वे खुद को सशक्त महसूस करें और आत्मनिर्भर बनें.

कितनी राशि मिलेगी?

सरकार ने युवाओं को उनकी शैक्षणिक योग्यता के अनुसार प्रतिमाह आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है. यह सहायता उन्हें एक वर्ष तक दी जाएगी, जब वे किसी फैक्ट्री या इंडस्ट्री में अप्रेंटिस (प्रशिक्षु) के तौर पर काम करेंगे.

12वीं पास युवाओं को – ₹6,000 प्रति माह

डिप्लोमा धारकों को – ₹8,000 प्रति माह

ग्रेजुएट युवाओं को – ₹10,000 प्रति माह

इस आर्थिक सहायता से युवा अपनी जरूरी ज़रूरतों को पूरा कर सकेंगे और साथ ही काम के अनुभव के साथ-साथ थोड़ी-बहुत आमदनी भी कर सकेंगे.

अप्रेंटिस करना होगा अनिवार्य

लाडला भाई योजना का लाभ लेने के लिए सबसे जरूरी शर्त यह है कि युवाओं को किसी फैक्ट्री या संस्थान में एक साल तक अप्रेंटिसशिप करनी होगी। अगर कोई युवा इस अवधि को पूरा नहीं करता, तो उसे योजना का लाभ नहीं मिलेगा.

इसका उद्देश्य यह है कि सिर्फ पैसे लेने के लिए लोग इस योजना का गलत उपयोग न करें, बल्कि वास्तव में कुछ सीखें और काम का अनुभव प्राप्त करें, जो आगे चलकर उन्हें रोजगार पाने में मदद करेगा.

योजना की खास बातें

यह योजना मध्य प्रदेश की लाडली बहना योजना से प्रेरित होकर शुरू की गई है, लेकिन यहां पुरुषों को केंद्र में रखा गया है

सरकार का कहना है कि पुरुषों को भी सरकारी मदद की ज़रूरत है, और वे भी समान रूप से लाभ के हकदार हैं

इससे राज्य के युवाओं में रोजगार पाने की संभावनाएं भी बढ़ेंगी, और उनके जीवन स्तर में सुधार होगा

यह योजना शिक्षा, प्रशिक्षण और आर्थिक सहयोग – तीनों पहलुओं को एक साथ जोड़ती है

‘लाडला भाई योजना’ महाराष्ट्र सरकार की एक सराहनीय पहल है जो राज्य के युवा पुरुषों को सम्मानजनक रोजगार और आर्थिक सहारा प्रदान करने का वादा करती है. यह योजना न सिर्फ बेरोजगारी को कम करने की दिशा में एक मजबूत कदम है, बल्कि युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने का भी एक कारगर प्रयास है. अगर इसे सही तरीके से लागू किया गया, तो यह लाखों युवाओं की ज़िंदगी में बदलाव ला सकती है.

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