चीन का साथ दिया तो अमेरिका में एंट्री बैन! टैरिफ के बाद ट्रंप का वीज़ा को लेकर नया फरमान
Visa Restrictions: अमेरिका ने चीन से जुड़े मध्य अमेरिकी लोगों और उनके परिवारों पर वीजा बैन लगाया है.अमेरिका को डर है कि चीन क्षेत्र में लोकतंत्र को कमजोर कर रहा है.यह फैसला एक विशेष अमेरिकी कानून के तहत लिया गया है.वहीं, ट्रंप ने अपने टैरिफ्स को बचाने के लिए कोर्ट में गुहार लगाई है, ताकि देश की आर्थिक सुरक्षा बनी रहे.
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Visa Restrictions: अमेरिका ने एक बड़ा कदम उठाते हुए कुछ मध्य अमेरिकी लोगों पर वीजा प्रतिबंध लगा दिए हैं. अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने गुरुवार को बताया कि यह फैसला उन लोगों के खिलाफ लिया गया है जो चीन की कम्युनिस्ट पार्टी (CCP) के लिए काम कर रहे थे और मध्य अमेरिका में कानून और लोकतंत्र को कमजोर कर रहे थे.रुबियो ने बताया कि इन लोगों को और उनके परिवारों को अब अमेरिका में आने की इजाजत नहीं दी जाएगी. हालांकि, अमेरिका की ओर से इन लोगों के नाम या किन देशों के लोग हैं , यह साफ़ नहीं किया गया है.
क्यों लिया गया यह फैसला?
अमेरिका को चिंता है कि चीन की बढ़ती दखलअंदाजी मध्य अमेरिका में लोकतंत्र को कमजोर कर रही है. कुछ लोग जानबूझकर चीन की मदद कर रहे हैं, जिससे स्थानीय सरकारें, नियम और आज़ादी कमजोर हो रही है.इसी को रोकने के लिए यह कदम "इमिग्रेशन एंड नेशनलिटी एक्ट" की धारा 212(a)(3)(C) के तहत उठाया गया है। इसका मतलब है कि जो लोग लोकतंत्र के खिलाफ काम कर रहे हैं, उन्हें अमेरिका में आने की अनुमति नहीं दी जाएगी.
चीन की वजह से बढ़ी अमेरिका की चिंता
पिछले कुछ सालों में मध्य अमेरिका के कई देशों ने ताइवान से रिश्ता तोड़कर बीजिंग यानी चीन को मान्यता दी है. अमेरिका को लगता है कि इससे चीन का प्रभाव बढ़ रहा है और यह क्षेत्र अस्थिर हो सकता है. रुबियो ने कहा कि अमेरिका अपने क्षेत्र और सहयोगियों की सुरक्षा को लेकर बहुत गंभीर है और अगर कोई देश या व्यक्ति चीनी सरकार के साथ मिलकर गड़बड़ी फैलाता है, तो उसे बख्शा नहीं जाएगा.
टैरिफ (आयात शुल्क) को लेकर ट्रंप की अपील
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक और बड़ा कदम उठाया है. उन्होंने देश की सुप्रीम कोर्ट (उच्चतम न्यायालय) से अपील की है कि वह उनके लगाए गए आयात शुल्क (टैरिफ) को जारी रखने की इजाजत दे. ट्रंप का कहना है कि अगर इन शुल्कों को हटाया गया, तो अमेरिका "आर्थिक तबाही" का सामना कर सकता है. ये शुल्क अमेरिका के प्रतिद्वंद्वियों और कुछ सहयोगी देशों पर लगाए गए थे, ताकि घरेलू व्यापार और सुरक्षा को बचाया जा सके.
कोर्ट में ट्रंप के शब्दों ने बढ़ाई हलचल
ट्रंप ने अदालत से कहा कि उनके द्वारा लगाए गए शुल्क को आपातकालीन शक्तियों के तहत लागू किया गया था. लेकिन एक निचली अदालत ने इसे अवैध करार दिया था. अब ट्रंप चाहते हैं कि सुप्रीम कोर्ट इस फैसले को पलटे. जब तक अंतिम फैसला नहीं आता, ये शुल्क फिलहाल लागू रहेंगे.
अमेरिका ने चीन से जुड़े मध्य अमेरिकी लोगों और उनके परिवारों पर वीजा बैन लगाया है.अमेरिका को डर है कि चीन क्षेत्र में लोकतंत्र को कमजोर कर रहा है.यह फैसला एक विशेष अमेरिकी कानून के तहत लिया गया है.वहीं, ट्रंप ने अपने टैरिफ्स को बचाने के लिए कोर्ट में गुहार लगाई है, ताकि देश की आर्थिक सुरक्षा बनी रहे.
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