Advertisement

Amir Khan पर बनी फ़र्ज़ी वीडियो, Deepfake Video बनाने पर कितनी हो सकती है सजा ?

सोशल मीडिया पर आमिर खान का एक वीडियो काफी तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें उन्हें एक सिख व्यक्ति के रूप में देखा जा सकता है. वीडियो को देखकर ऐसा प्रतीत होता है कि वह सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव जी की भूमिका निभा रहे हैं. लेकिन यहां सबसे जरूरी बात यह है कि यह वीडियो पूरी तरह से नकली (फर्जी) है। इसे डीपफेक टेक्नोलॉजी के जरिए बनाया गया है.

Google

DeepFake video Made on Aamir Khan: बॉलीवुड के मिस्टर परफेक्शनिस्ट आमिर खान पिछले कुछ समय से फिल्मों से दूरी बनाए हुए हैं, लेकिन उनके फैंस आज भी उनकी वापसी का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि वे जल्द ही फिल्म 'सितारे ज़मीन पर' में नज़र आएंगे, जो उनकी चर्चित फिल्म 'तारे ज़मीन पर' का अगला भाग है. इस बीच, सोशल मीडिया पर आमिर खान का एक वीडियो काफी तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें उन्हें एक सिख व्यक्ति के रूप में देखा जा सकता है. वीडियो को देखकर ऐसा प्रतीत होता है कि वह सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव जी की भूमिका निभा रहे हैं.

लेकिन यहां सबसे जरूरी बात यह है कि यह वीडियो पूरी तरह से नकली (फर्जी) है। इसे डीपफेक टेक्नोलॉजी के जरिए बनाया गया है. आमिर खान की टीम की ओर से इस पर आधिकारिक बयान (Official Statement) जारी कर स्पष्ट किया गया है कि यह वीडियो गलत है और उनका ऐसा कोई प्रोजेक्ट नहीं है.

डीपफेक क्या होता है?

डीपफेक एक अत्याधुनिक तकनीक है जिसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और मशीन लर्निंग की मदद से किसी भी व्यक्ति की छवि, आवाज या हावभाव को नकली वीडियो में बदल दिया जाता है. यह वीडियो इतने असली लगते हैं कि देखने वाले को यह फर्क करना मुश्किल हो जाता है कि वह असली है या नकली.

इस तकनीक का इस्तेमाल कई बार मज़ेदार कंटेंट या फिल्मों में स्पेशल इफेक्ट्स के लिए किया जाता है, लेकिन जब इसका दुरुपयोग किया जाता है – जैसे किसी की छवि खराब करने के लिए या झूठी खबरें फैलाने के लिए – तब यह गंभीर अपराध बन जाता है.

आमिर खान का वीडियो क्यों है खतरनाक?

यह जो वीडियो वायरल हुआ है, उसमें आमिर खान को सिख गेटअप में दिखाया गया है और यह दावा किया जा रहा है कि वह गुरु नानक जी के जीवन पर आधारित फिल्म कर रहे हैं. यह एक संवेदनशील विषय है, क्योंकि धर्म से जुड़ी किसी भी बात पर लोगों की भावनाएं आहत हो सकती हैं. आमिर खान जैसे प्रसिद्ध और प्रभावशाली अभिनेता के नाम का उपयोग कर किसी गलत संदेश को फैलाना न केवल मानहानि (Defamation) है, बल्कि यह धार्मिक भावनाओं को भड़काने का कारण भी बन सकता है.

डीपफेक बनाने पर क्या होती है सजा?

भारत में डीपफेक वीडियो बनाना और फैलाना कानूनी अपराध है. इसके लिए भारत सरकार ने कुछ सख्त कानून बनाए हैं, जो विशेष रूप से सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 और भारतीय दंड संहिता (IPC) के तहत लागू होते हैं.

IT Act 2000 की धारा 66D:

अगर कोई व्यक्ति किसी और की पहचान का दुरुपयोग कर कंप्यूटर या डिजिटल माध्यम से धोखाधड़ी करता है,तो उसे 3 साल तक की जेल और 1 लाख रुपये तक का जुर्माना हो सकता है.

 IT Act की धारा 66C:

किसी और के पासवर्ड, इलेक्ट्रॉनिक सिग्नेचर या किसी पहचान की नकल करने पर 3 साल की सजा और जुर्माना हो सकता है.

 IPC की धारा 419 और 420:

अगर कोई व्यक्ति किसी और की पहचान अपनाकर धोखाधड़ी करता है, तो इसे आपराधिक कृत्य माना जाता है.इसमें भी 3 से 7 साल तक की सजा और आर्थिक जुर्माना लग सकता है.

 क्यों ज़रूरी है सतर्क रहना?

आमिर खान का डीपफेक वीडियो इस बात का प्रमाण है कि आजकल सोशल मीडिया और तकनीक का किस हद तक दुरुपयोग किया जा सकता है. ऐसे वीडियो सिर्फ एक व्यक्ति की छवि को नुकसान नहीं पहुंचाते, बल्कि समाज में भ्रम और अफवाहें भी फैलाते हैं.

इसलिए यह ज़रूरी है कि हम सभी सोशल मीडिया पर मिलने वाली जानकारी की सच्चाई की जांच करें, और किसी भी फेक वीडियो को शेयर करने से पहले सोचें. साथ ही, सरकार को चाहिए कि इस प्रकार के साइबर अपराधों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएं और लोगों को इसके प्रति जागरूक किया जाए.

Advertisement

यह भी पढ़ें

Advertisement

LIVE